अगर आप सैलरीड हैं और होम लोन लेने के लिए योजना बना रहे हैं तो यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (Union Bank of India) से लोन लेना फायदेमंद हो सकता है. UBI ने सैलरीड क्लास के लिए होम लोन दर (Home Loan Rates) को घटाकर 6.7 फीसदी कर दिया है. आमतौर पर, भारतीय स्टेट बैंक (SBI Home Loan) अन्य बैंकों की तुलना में कम ब्याज दर पर लोन देता है, लेकिन इस बार यूनियन बैंक में कम दर पर होम लोन मिल रहा है. यूनियन बैंक द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, सैलरी वाले लोगों को 30 लाख रुपये तक के होम लोन पर केवल 6.7 फीसदी की दर से ही ब्याज देना होगा.
यूनियन बैंक ने रखी हैं दो शर्तें
बैंक ने इसके लिए दो शर्तें रखी हैं. पहला तो यह कि ग्राहक का क्रेडिट स्कोर (Credit Score) कम से कम 700 तक होना चाहिए. वहीं, दूसरी शर्त ये है कि होम लोन आवेदनकर्ता एक महिला होनी चाहिए. अगर कोई ग्राहक 30 लाख रुपये से ज्यादा और 75 लाख रुपये से कम रकम लेना चाहता है तो उनके लिए ब्याज दर 6.95 फीसदी होगी. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में 75 लाख रुपये से ज्यादा रकम के होम लान पर शुरुआती ब्याज दर 7 फीसदी है.
क्या है एसबीआई में होम लोन रेट?
अगर सैलरी प्राप्त करने वाला कोई पुरुष होम लोन के लिए आवदेन करता है तो उनके लिए ब्याज दर 6.85 फीसदी होगी. यह दर नॉन-सैलरीड (Home Loan for Non-Salaried) लोगों के लिए पहले से तय दर के बराबर ही है. अगर कोई व्यक्ति भारतीय स्टेट बैंक से 30 लाख रुपये का लोन लेता है तो इसके लिए उन्हें 6.95 फीसदी की दर से ब्याज देना होगा. एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस से भी 30 लाख रुपये के लोन लेने पर 6.85 फीसदी की दर से ब्याज देना होगा. एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस ने पिछले महीने ही होम लोन की ब्याज दरें रिवाइज की है
इसके अलावा बैंक ऑफ बड़ौदा में भी 30 लाख रुपये के लोन पर 6.85 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है. प्राइवेट सेक्टर का एचडीएफसी बैंक भी 6.95 फीसदी की दर से 30 लाख रुपये का होम लोन दे रहा है. एचडीएफसी बैंक में इस लोन के लिए शर्त है कि आवेदनकर्ता महिला होनी चाहिए. इस बैंक में 30 से 75 लाख रुपये के होम लोन पर ब्याज दर 7.2 फीसदी है.
ब्याज दर कम होने का कयास
इस सप्ताह भारतीय रिज़र्व बैंक के मौद्रिक नीति स मीति की बैठक होनी है. कयास लगाया जा रहा है कि बैठक के बाद आरबीआई गवर्नन शक्तिकांत नीतिगत ब्याज दरों में एक चौथाई फीसदी की कटौती का ऐलान कर सकते हैं. अगर आरबीआई ऐसा कोई ऐलान करता है तो आने वाले दिनों में ब्याज दरों में आगे भी कटौती की उम्मीद बढ़ जाती है.
बता दें कि मार्च के अंतिम सप्ताह के पहली बार लॉकडाउन के ऐलान के तुरंत बाद से ही रियल एस्टेट सेक्टर में सुस्ती देखने को मिल रही है. फ्लैट्स के बिक्री में भरी गिरावट आई है. ऐसे में बैंक दूसरे बैंक के ग्राहकों को अपना होम लोन ट्रांसफर कराने के लुभा रहे हैं.