क्रिकेट / आहत हुआ था: 2019 में शास्त्री के कुलदीप को विदेश में नंबर-1 भारतीय स्पिनर बताने पर अश्विन

रविचंद्रन अश्विन ने खुलासा किया है कि 2019 में भारत के तत्कालीन मुख्य कोच रवि शास्त्री द्वारा कुलदीप यादव को विदेश में भारत का नंबर-1 स्पिनर बताने और 'सभी का समय आता है' कहने के बाद वह 'बुरी तरह आहत' हुए थे। बकौल अश्विन, उन्हें लगा कि वह टीम का हिस्सा नहीं हैं और उन्हें अकेला छोड़ दिया गया है।

Vikrant Shekhawat : Dec 21, 2021, 07:38 PM
क्रिकेट: स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) का कहना है कि साल 2018-19 में भारत के ऑस्‍ट्रेलिया दौरे के दौरान उस वक्‍त उन्‍हें अपना अंतरराष्‍ट्रीय करियर खत्‍म होता हुआ नजर आने लगा जब तत्‍कालीन मुख्‍य कोच रवि शास्‍त्री (Ravi Shastri) ने कुलदीप यादव को भारत का नंबर-1 ओवरसीज स्पिनर करार दे दिया था. कुलदीप ने सिडनी टेस्‍ट के दौरान पांच विकेट हॉल लिया था और वो भारत की जीत के सूत्रधार बने थे. वो पहला मौका था जब भारत ने ऑस्‍ट्रेलिया को उन्‍हीं की सरजमीं पर मात दी थी. अश्विन ने उस वक्‍त के अपने दिनों के बारे में खुलकर बात रखी.

द क्रिकेट मंथली से बातचीत के दौरान रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने कहा, “मैं रवि भाई की काफी इज्‍जत करता हूं. हम सभी करते हैं. मैं समझ सकता हूं कि हम सभी कुछ बात बोल सकते हैं और बाद में उससे पीछे हट सकते हैं. उस वक्‍त मैंने खुद को खत्‍म हो चुका महसूस किया. हम अक्‍सर अपने टीम मेट की तरीके को इंज्‍वाय करने की बात करते हैं और मैं कुलदीप के लिए खुश था. मैं पांच विकेट नहीं निकाल पा रहा था लेकिन उसने ऑस्‍ट्रेलिया में ऐसा किया. मुझे पता है कि ये कितनी बड़ी उपलब्‍धि है. यहां तक कि जब मैंने भी वहां अच्‍छी गेंदबाजी की तो भी पांच विकेट नहीं निकाल पाया था.

अश्‍विन (Ravichandran Ashwin) ने हल्‍के फुल्‍के अंदाज में कहा, “अगर मैं टीम और कुलदीप यादव की तरक्‍की का हिस्‍सा बनने के बात करू तो मैं खुद को उसका हिस्‍सा पा रहा था. निजी तौर पर लग रहा था कि मुझे बस के नीचे फेंक दिया गया है. ऐसे में कैसे मुझसे टीम या टीम के साथी की तरक्‍की को इंज्‍वाय करने की उम्‍मीद की जा सकती है.  मैं वापस अपने कमरे में गया. पत्‍नी से बात की. बच्‍चे भी वहां मौजूद थे. मैं वापस पार्टी में गया क्‍योंकि हमने बड़ी जीत दर्ज की थी.