Vikrant Shekhawat : Feb 27, 2021, 09:11 AM
नई दिल्ली। कोरोना अवधि के दौरान, देश में बैंकिंग धोखाधड़ी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इसका एक बड़ा कारण इस दौरान इंटरनेट का बढ़ता उपयोग है। साइबर अपराधी इसका फायदा उठाकर धोखाधड़ी कर रहे हैं। आपको बता दें कि इन दिनों ये धोखाधड़ी कोरोना के नाम पर लोगों को धोखाधड़ी का शिकार बना रही है। इस मामले की जानकारी गृह मंत्रालय ने दी है। साइबर फ्रेंड नामक सरकार के एक ट्विटर हैंडल के माध्यम से लोगों को इस नए तरीके से सतर्क किया गया है।
मंत्रालय ने लोगों को ऐसी कोई गलती नहीं करने की चेतावनी दी है। यह भी कहा जाता है कि आपके पास आने वाले किसी भी कॉल, मैसेज या ई-मेल पर किसी भी लिंक पर क्लिक न करें।
मंत्रालय ने लोगों को ऐसी कोई गलती नहीं करने की चेतावनी दी है। यह भी कहा जाता है कि आपके पास आने वाले किसी भी कॉल, मैसेज या ई-मेल पर किसी भी लिंक पर क्लिक न करें।
पिछले कुछ वर्षों में ऐसे मामले अधिक सामने आए हैं। सरकार और बैंकों ने प्रतिज्ञा की कि उन लोगों को साइबर अपराध के बारे में जागरूक किया जाएगा। लेकिन फिर भी ऐसे अपराध रुक नहीं रहे हैं। साइबरक्रिमिनल लोगों को लूटने के लिए कई तरीके अपनाता है।आपको बता दें कि इस लिंक पर क्लिक करके हैकर्स आपकी सारी जानकारी चुरा सकते हैं। ऐसे में कभी भी ऐसे लिंक पर क्लिक न करें, क्योंकि कई बार लोग बिना सोचे लिंक पर क्लिक कर देते हैं और हैकर्स को उनकी जानकारी मिल जाती है। इस संदेश का प्रारूप ट्वीट में दिखाया गया है कि गृह मंत्रालय ने साइबर मित्र के माध्यम से ट्वीट किया है। अगर आपको भी ऐसा कोई मैसेज आता है, तो तुरंत साइबर क्राइम पुलिस को इसकी सूचना दें। इसके अलावा, संदेश में दिए गए किसी भी लिंक पर क्लिक न करें।फर्जी संदेशों से कैसे बचें? सरकार द्वारा समय-समय पर नकली संदेशों के बारे में चेतावनी जारी की जाती है। इसके साथ, आपको किसी अज्ञात नंबर से संदेशों पर भरोसा नहीं करना चाहिए और ऐसे संदेशों को अग्रेषित करने से बचना चाहिए। ताकि यूजर फ्रॉड का शिकार न हो।सावधान रहें, साइबर अपराधी कोविड-19 का हवाला देकर चमत्कारी इलाज, हर्बल उपचार, टीके, त्वरित जांच आदि जैसी आकर्षक पेशकश करके ग्राहकों को लुभा सकते हैं। चिकित्सा परामर्श देने एवं तत्काल भुगतान करने का आग्रह करने वाले संदिग्ध /अवांछित कॉल, ई-मेल अथवा टैक्स्ट का जबाव न दें।
— Cyber Dost (@Cyberdost) February 25, 2021