विश्व / इमरान खान ने किया 58 देशों के समर्थन का दावा, यूएनएचआरसी में सिर्फ 47 सदस्य

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने दावा किया है कि संयुक्त राष्ट्र मानव अधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) में भारत के खिलाफ उसके रुख का 58 देशों ने समर्थन किया है। इमरान के इस ट्वीट पर भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, "आपको समझना होगा कि यूएनएचआरसी में 47 सदस्य देश ही हैं...वे तो इससे कहीं आगे चले गए।"

The Quint : Sep 13, 2019, 01:53 PM
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान एक बार फिर गलत जानकारी देने की वजह से ट्रोल हो रहे हैं. सोशल मीडिया पर उनका मजाक बन रहा है. ये मजाक उनके एक दावे को लेकर उड़ रहा है.

दरअसल, इमरान खान ने कश्मीर पर बयानबाजी करते हुए ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) में पाकिस्तान को 58 सदस्‍य देशों ने समर्थन दिया है. लेकिन यहां इमरान खान एक बड़ी चूक कर गए, क्योंकि यूएनएचआरसी में सिर्फ 47 सदस्य ही हैं. तो सवाल ये है कि इमरान खान किस 58 देश की बात कर रहे हैं?

इमरान खान ने ट्वीट किया:

“मैं उन 58 देशों की सराहना करता हूं, जिन्होंने 10 सितंबर को मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) में पाकिस्तान का साथ देकर विश्व समुदाय की मांग को मजबूती दी कि भारत कश्मीर में बल प्रयोग रोके, प्रतिबंध हटाए, कश्मीरियों के अधिकारों की रक्षा हो और संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव के मुताबिक कश्मीर मुद्दे का समाधान किया जाए.’’

हालांकि इमरान खान ने इस ट्वीट को अब तक डिलीट नहीं किया है. अब इमरान खान के इस ट्वीट पर खुद पाकिस्तान के लोग भी मजाक उड़ा रहे हैं.

इमरान के इस ट्वीट पर लोगों ने उनसे पूछा कि जनाब इमरान खान, मानवाधिकार परिषद में कुल 47 ही सदस्य हैं, तो 58 देशों ने कैसे आपका समर्थन कर दिया?

पाकिस्तान की पत्रकार नायला इनायत ने इमरान की चुटकी लेते हुए ट्वीट किया:

‘क्या संयुक्त राष्ट्र का मानवाधिकार आयोग 47 देशों से मिलकर नहीं बना है? हालांकि, पीएम 58 देशों को धन्यवाद देना चाहते हैं. मुझे लगता है वे जिन्न भी गिन रहे हैं.’

विदेश मंत्रालय ने भी ली चुटकी

भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार से जब पत्रकारों ने सवाल किया कि पाकिस्तान ने 58 देशों के सर्थन का दावा किया है, तो उन्होंने कहा कि यह पाकिस्तान ही बता सकता है कि जब कुल 47 ही देश मानवाधिकार परिषद में हैं, तो उन्हें 58 देशों ने कैसे समर्थन दे दिया.

रवीश कुमार ने कहा:

‘’अगर उन्हें कोई समर्थन मिला होता तो आपको पता चल चुका होता, क्योंकि वो UNHRC की कोई गुप्त बैठक नहीं थी. जहां तक मैंने जॉइंट स्टेटमेंट के बारे में सुना है, जिसकी सूची वो जारी करने वाले हैं ये दावा करते हुए कि उन देशों ने पाकिस्तान का समर्थन किया. मुझे लगता है कि आपको इसके बारे में उन्हीं से पूछना होगा. हमारे पास ऐसी कोई सूची नहीं है. आपको यह समझना होगा कि UNHRC में भारत और पाकिस्तान सहित कुल 47 सदस्य देश हैं. वो 60 का दावा कर रहे हैं और ऐसा लगता है कि उन्होंने तय संख्या को भी पार कर लिया है. इस वक्त उनकी हालत ऐसी है जिसमें वो पूरी तरह हताश हो चुके हैं और इसी वजह से इस तरह के झूठे दावे कर रहे हैं.

पहले भी इमरान दे चुके हैं अटपटा बयान

अभी पिछले महीने ईरान यात्रा के दौरान भी इमरान खान ने ऐसा ही बयान दिया था जिस वजह उन्हें सोशल मीडिया पर लोगों की नाराजगी झेलनी पड़ी थी.

इमरान ने ईरान में कार्यक्रम में कहा था, “आप एक-दूसरे के साथ जितना अधिक व्यापार करते हैं, आपके संबंध अपने आप मजबूत होते चले जाते हैं. जर्मनी और जापान ने दूसरे विश्व युद्ध तक एक-दूसरे के लाखों नागरिकों की जान ली लेकिन इसके बाद दोनों ने अपने बॉर्डर एरिया में जॉइंट इंडस्ट्री लगाने का फैसला किया.”

इमरान खान यहीं पर गलती कर गए थे. जापान और जर्मनी की सीमा में करीब 5000 मील से ज्यादा का अंतर है. यहां पर जर्मनी और फ्रांस की बात कर रहे थे, लेकिन फ्रांस की जगह उन्होंने गलती से जापान का नाम ले लिया.