Vikrant Shekhawat : Jun 02, 2023, 07:58 AM
Rahul Gandhi in US: कांग्रेस नेता राहुल गांधी अमेरिकी दौरे पर हैं. इस दौरान वो भारतीय समुदाय के लोगों और छात्रों से मुखातिब हो रहे हैं. एक दिन पहले राहुल यूएस की मशहूर स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी पहुंचे. यहां पर उन्होंने छात्रों से मुलाकात की और उनके सवालों के जवाब दिए. छात्रों से राहुल ने चीन, रूस, यूक्रेन सहित कई सवाल किए. राहुल ने सरकार पर स्वतंत्र संस्थाओं पर कब्जा करने का आरोप लगाया. आज राहुल गांधी वाशिंगटन डीसी में नेशनल प्रेस क्लब पहुंचे. यहां पर उन्होंने कई सवालों के जवाब दिए.राहुल गांधी से मुस्लिम लीग को लेकर एक सवाल पूछा गया. अमेरिकी जर्नलिस्ट ने सवाल पूछा गया कि केरल में कांग्रेस का गठबंधन मुस्लिम लीग के साथ है. इस बारे में आप क्या कहेंगे. राहुल गांधी जवाब देते हुए कहा कि मुस्लिम लीग एक सेक्युलर पार्टी है. इस पार्टी में कुछ भी ऐसा नहीं है जिससे आप इसे गैर-धर्मनिरपेक्ष कहें. वहीं बीजेपी ने इस पर पलटवार किया है. बीजेपी आईटी सेल चीफ अमित मालवीय ने कहा कि जिन्ना की पार्टी मुस्लिम लीग की वजह से देश का बंटवारा हो गया और ये कह रहे हैं कि वो सेक्युलर पार्टी है.
Jinnah’s Muslim League, the party responsible for India’s partition, on religious lines, according to Rahul Gandhi is a ‘secular’ party.
— Amit Malviya (@amitmalviya) June 1, 2023
Rahul Gandhi, though poorly read, is simply being disingenuous and sinister here…
It is also his compulsion to remain acceptable in Wayanad. pic.twitter.com/sHVqjcGYLb
केरल में कांग्रेस और मुस्लिम लीग में गठबंधनकेरल में मुस्लिम लीग और कांग्रेस का गठबंधन है. इसके अलावा राहुल गांधी केरल की ही वायनाड सीट से चुनाव जीते थे. हालांकि उनकी लोकसभा सदस्यता रद्द कर दी गई है. राहुल गांधी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि विपक्ष बहुत अच्छी तरह से एकजुट हो रहा है. आगे और भी पार्टियां साथ आएंगी. हम सभी विपक्षी दलों से बातचीत कर रहे हैं. राहुल ने कहा कि विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने में अच्छा काम हो रहा है. यह थोड़ा कठिन भी है क्योंकि हम सब एक ऐसी जगह खड़े हैं जहां पर हम प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं.विपक्ष की एकता मज़बूत : राहुल गांधीराहुल गांधी ने कहा कि उनकी संसद की सदस्यता सरकार के दबाव में छीनी गई। उनकी बोलने की आजादी को खत्म किया जा रहा है। संवैधानिक संस्थाएं अपना काम नहीं कर रही हैं, .उनकी फोन टैपिंग की जा रही है। अपने ही आरोपों में अंतर्विरोध जताते हुए उन्होंने एक तरफ तो ये कह दिया कि विपक्ष को खत्म किया जा रहा है। साथ ही ये भी बता दिया कि विपक्षी एकता मज़बूत हो रही है। भारत में विपक्ष कितना एकजुट है और कांग्रेस अध्यादेश के मुद्दे पर केजरीवाल का समर्थन क्यों नहीं कर रही। राहुल गांधी ने कहा कि 'ये पार्टी के अंदर की चर्चा है जो चल रही है। विपक्ष अच्छी तरह से एकजुट है और मुझे लगता है कि एकता और मज़बूत हो रही है। हम पूरे विपक्ष के साथ बात कर रहे हैं। वहां बहुत अच्छा काम हो रहा है। ये एक जटिल बहस है क्योंकि कई जगह पर हम एक दूसरे के खिलाफ लड़ रहे हैं, इसलिये समझौते की ज़रूरत है। मुझे विश्वास है कि ये होगा।''एकजुट विपक्ष बीजेपी को हरा देगा', बोले राहुल गांधीराहुल गांधी लगातार विपक्षी एकता की बात तो कर रहे हैं, लेकिन जब उनसे पूछा गया कि क्या वो किसी दूसरी पार्टी का नेतृत्व स्वीकर करेंगे तो राहुल ने जवाब मल्लिकार्जुन खरगे पर टाल दिया। राहुल गांधी ने जब पूछा गया कि अगर कांग्रेस विपक्ष का नेतृत्व नहीं करती है तो क्या वो इसका हिस्सा बनी रहेगी? इस पर राहुल गांधी ने जवाब दिया कि 'ये सवाल कांग्रेस अध्यक्ष से पूछे जाने चाहिए क्योंकि वही फैसला लेते हैं। मुझे लगता है कि कांग्रेस अगले चुनाव में बहुत अच्छा करेगी, लोगों को चौंका देगी। क्योंकि एक छिपी हुई लहर पैदा हो रही है, हम लोगों को चौंका देंगे। मैं इस बात से सहमत नहीं हूं कि नरेन्द्र मोदी ये चुनाव पूरी तरह से जीत रहे हैं, ये उतना आसान नहीं है जितना लोग सोच रहे हैं। अगर आप गणना करें तो एकजुट विपक्ष बीजेपी को हरा देगा। मोदी की लोकप्रियता पर पूछे गए सवाल पर सकपका गए राहुलराहुल गांधी वॉशिंगटन में बैठ कर नरेन्द्र मोदी को हराने का दावा कर रहे हैं, लेकिन दिल्ली से वॉशिंगटन तक अमेरिका का मीडिया भी जानता है कि पीएम मोदी कितने पॉपुलर हैं और जब मोदी की इसी पॉपुलरिटी पर राहुल से सवाल दागा गया तो वो सकपका गए। उनसे पूछा गया कि दुनियाभर में मोदी की बहुत लोकप्रियता है। आपको क्या लगता है भारत के लोग मोदी सरकार का समर्थन क्यों करते हैं?राहुल गांधी ने जवाब देते हुए कहा कि 'देश में संस्थाओं पर कब्ज़ा किया गया है। प्रेस पर कब्ज़ा किया गया है। मैं जो भी सुनता हूं उस पर विश्वास नहीं करता। मैं पूरे भारत में घूमा हूं। कन्याकुमारी से कश्मीर तक घूमा हूं। लाखों भारतीयों से सीधे बात की है। मुझे वो लोग खुश नहीं लगे और वो बेरोज़गारी, महंगाई से बहुत नाखुश लगे। लोगों में गुस्सा था। कर्नाटक चुनाव को देखिए। और तीन चार राज्यों के चुनाव का इंतज़ार कीजिए। उससे पता चलेगा कि क्या होने वाला है।'मुझे मानहानि की अधिकतम सजा मिली, मेरी सांसदी चली गई'इससे पहले कैलिफोर्निया की स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी में भी राहुल ने कहा था कि उनकी पार्लियामेंट की मेंबरशिप गई नहीं बल्कि ले ली गई। मैंने सुना कि मेरा परिचय कराया गया कि मैं अभी कुछ दिनों पहले तक संसद का सदस्य था। मुझे लगता है कि 2004 में जब मैंने राजनीति शुरू की थी, तो मैंने सोचा भी नहीं था कि आज हमारे देश में जो हो रहा है, वैसा होगा। ये तो मेरी कल्पना से भी परे था। मैं पहला शख़्स हूं जिसे मानहानि के मामले में अधिकतम सज़ा दी गई, जिसके बाद मेरी संसद सदस्यता ख़त्म कर दी गई। मैंने कल्पना नहीं की थी कि ऐसा होना भी मुमकिन है।सेंगोल को दंडवत प्रणाम करने पर राहुल ने पीएम मोदी के लिए कही ये बातराहुल ने अमेरिका की जमीन पर फिर पीएम मोदी का मज़ाक उड़ाया। संसद में सेंगोल की स्थापना के वक्त पीएम मोदी ने दंडवत प्रणाम किया था। राहुल ने पीएम मोदी के दंडवत होने का मज़ाक उड़ाते हुए कहा कि 'वो किसी के सामने दंडवत नहीं होते। मेरे ख़याल में संसद भवन में ये ध्यान भटकाने के लिए है। भारत में असल मुद्दा बेरोजगारी,महंगाई, बढ़ता ग़ुस्सा और नफ़रत, ढहती शिक्षा व्यवस्था, महंगी होते इलाज और पढ़ाई जैसे विषय, ये असली मुद्दे हैं। बीजेपी इन मुद्दों पर बात नहीं कर सकती इसीलिए वो सेंगोल जैसे तमाशे करती है।' हालांकि राहुल गांधी के इस बयान पर बीजेपी ने हमला बोला है। राहुल गांधी के इस बयान पर बीजेपी ने तो हमला किया है। सोशल मीडिया पर राहुल गांधी के उन वीडियोज़ की बाढ़ आ गई जिसमें वो चुनाव के मौके पर अलग अलग मंदिरों में गए और दंडवत प्रणाम किया।Jinnah’s Muslim League, the party responsible for India’s partition, on religious lines, according to Rahul Gandhi is a ‘secular’ party.
— Amit Malviya (@amitmalviya) June 1, 2023
Rahul Gandhi, though poorly read, is simply being disingenuous and sinister here…
It is also his compulsion to remain acceptable in Wayanad. pic.twitter.com/sHVqjcGYLb