Vikrant Shekhawat : Jun 03, 2022, 06:40 PM
कानपुर। यूपी के कानपुर में बीजेपी नेता नूपुर शर्मा के बयान के विरोध में बाजार बंद कराने को लेकर दो पक्षों में बवाल होने की खबर है। इस दौरान पथराव, गोलीबारी और बमबारी की भी सूचना मिली है। यही नहीं, इस बवाल की वजह से कई गाड़ियों को नुकसान पहुंचा है, तो कई लोग भी घायल हुए हैं। उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार के मुताबिक, स्थिति काबू में है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कानपुर डीएम नेहा शर्मा ने बवाल के बाद कहा कि लॉ एंड ऑर्डर का मामला हुआ है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। पत्थरबाजी के बाद मौके पर सीपी और ज्वाइंट कमिश्नर समेत हम सब लोग मौके पर मौजूद हैं। कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें चिकित्सा सहायता के लिए भेजा गया। प्रभावित क्षेत्रों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। स्थिति पर कड़ी निगरानी रखने और आगे हिंसा न हो यह सुनिश्चित करने को लेकर सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। वहीं, दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगीजानकारी के मुताबिक, एमएमए जौहर फैन्स एसोसिएशन के अध्यक्ष हयात जफर हाशमी सहित कुछ स्थानीय नेताओं ने शुक्रवार को दुकानों को बंद करने का आह्वान किया था। जबकि दूसरा पक्ष बाजार बंद करने के पक्ष में नहीं था। वहीं, जुमे की नमाज के बाद हुए बवाल के बाद 25 थानों की फोर्स के साथ आला अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। इस दौरान पीएसी को भी बुलाया गया था। अब तक 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई सीसीटीवी फुटेज के आधार पर करने की बात कही जा रही है। वहीं, अभी भी पुलिस की धरपकड़ और छापेमारी की कार्रवाई जारी है। इसके अलावा पीएसी के जवान भी सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं। वैसे पुलिस और पीएसी पर भी पत्थरबाजी की खबरें सामने आयी हैं। जानकारी के मुताबिक, इस वक्त पुलिस कानपुर बवाल के मास्टरमाइंड जफर हयात हाशमी की तलाश में जुटी है।परेड चौराहे पर मौजूद थे हजारों लोगयह घटना कानपुर के बेगमगंज थाना क्षेत्र के नई सड़क के यतीमखाने की है। पथराव के अलावा कई राउंड फायरिंग और दो तीन देसी बम चलने की वजह से कई लोग घायल हुए हैं। हालांकि प्रशासन ने घायलों की संख्या को लेकर अभी तक कोई जानकारी नहीं दी है। बीजेपी नेता नूपुर शर्मा के बयान के विरोध में कानपुर में सामाजिक संस्था के मुस्लिम इलाकों की बंदी के ऐलान के बाद परेड चौराहे पर हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे। इसके बाद बाजार बंद कराने को लेकर दूसरे पक्ष ने विरोध जताया था। इसके बाद दोनों पक्षों की तरफ से पत्थरबाजी, बमबारी और गोलीबारी शुरू हो गई। वहीं, घटना की जानकारी मिलने के बाद कई थानों की पुलिस के साथ आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचकर माहौल को शांत कराया।भाजपा नेता पंडित प्रकाश शर्मा ने कहा, ‘ हमारे पास सूचना आई थी कि बंद बुलाया गया है। वहीं, बंद और प्रशासन की अनुपस्थिति का फायदा उठाकर बिना अनुमति के जुलूस निकाला गया। इस दौरान चंद्रेश्वर हाथे में घुसकर हमला किया गया। इस दौरान पथराव के अलावा कई घरों और मस्जिदों की छत से पेट्रोल बम फेंके गए। यही नहीं, जब पुलिस फोर्स आई तो उस पर भी पत्थरबाजी की गई।
छह घायलों को अस्पताल में कराया भर्तीपुलिस ने कानपुर बवाल में छह घायल अस्पताल में भर्ती कराया है। घायलों में मुकेश बाथम, संजय शुक्ला, उत्तम गौड़, मंजीत यादव, राहुल त्रिवेदी और अमर बाथम शामिल हैं।
कानपुर डीएम नेहा शर्मा ने बवाल के बाद कहा कि लॉ एंड ऑर्डर का मामला हुआ है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। पत्थरबाजी के बाद मौके पर सीपी और ज्वाइंट कमिश्नर समेत हम सब लोग मौके पर मौजूद हैं। कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें चिकित्सा सहायता के लिए भेजा गया। प्रभावित क्षेत्रों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। स्थिति पर कड़ी निगरानी रखने और आगे हिंसा न हो यह सुनिश्चित करने को लेकर सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। वहीं, दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगीजानकारी के मुताबिक, एमएमए जौहर फैन्स एसोसिएशन के अध्यक्ष हयात जफर हाशमी सहित कुछ स्थानीय नेताओं ने शुक्रवार को दुकानों को बंद करने का आह्वान किया था। जबकि दूसरा पक्ष बाजार बंद करने के पक्ष में नहीं था। वहीं, जुमे की नमाज के बाद हुए बवाल के बाद 25 थानों की फोर्स के साथ आला अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। इस दौरान पीएसी को भी बुलाया गया था। अब तक 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई सीसीटीवी फुटेज के आधार पर करने की बात कही जा रही है। वहीं, अभी भी पुलिस की धरपकड़ और छापेमारी की कार्रवाई जारी है। इसके अलावा पीएसी के जवान भी सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं। वैसे पुलिस और पीएसी पर भी पत्थरबाजी की खबरें सामने आयी हैं। जानकारी के मुताबिक, इस वक्त पुलिस कानपुर बवाल के मास्टरमाइंड जफर हयात हाशमी की तलाश में जुटी है।परेड चौराहे पर मौजूद थे हजारों लोगयह घटना कानपुर के बेगमगंज थाना क्षेत्र के नई सड़क के यतीमखाने की है। पथराव के अलावा कई राउंड फायरिंग और दो तीन देसी बम चलने की वजह से कई लोग घायल हुए हैं। हालांकि प्रशासन ने घायलों की संख्या को लेकर अभी तक कोई जानकारी नहीं दी है। बीजेपी नेता नूपुर शर्मा के बयान के विरोध में कानपुर में सामाजिक संस्था के मुस्लिम इलाकों की बंदी के ऐलान के बाद परेड चौराहे पर हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे। इसके बाद बाजार बंद कराने को लेकर दूसरे पक्ष ने विरोध जताया था। इसके बाद दोनों पक्षों की तरफ से पत्थरबाजी, बमबारी और गोलीबारी शुरू हो गई। वहीं, घटना की जानकारी मिलने के बाद कई थानों की पुलिस के साथ आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचकर माहौल को शांत कराया।भाजपा नेता पंडित प्रकाश शर्मा ने कहा, ‘ हमारे पास सूचना आई थी कि बंद बुलाया गया है। वहीं, बंद और प्रशासन की अनुपस्थिति का फायदा उठाकर बिना अनुमति के जुलूस निकाला गया। इस दौरान चंद्रेश्वर हाथे में घुसकर हमला किया गया। इस दौरान पथराव के अलावा कई घरों और मस्जिदों की छत से पेट्रोल बम फेंके गए। यही नहीं, जब पुलिस फोर्स आई तो उस पर भी पत्थरबाजी की गई।
छह घायलों को अस्पताल में कराया भर्तीपुलिस ने कानपुर बवाल में छह घायल अस्पताल में भर्ती कराया है। घायलों में मुकेश बाथम, संजय शुक्ला, उत्तम गौड़, मंजीत यादव, राहुल त्रिवेदी और अमर बाथम शामिल हैं।