Vikrant Shekhawat : Feb 12, 2021, 09:18 AM
INDIA-PAK: भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को घेरते हुए आतंकी संगठनों से उसकी सांठगांठ को उजागर किया। यूएनएससी में शांति और सुरक्षा मामलों पर बोलते हुए भारत के स्थाई प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा, यह निर्विवाद तथ्य है कि आतंकवाद मानव जाति के लिए सबसे बड़ा खतरा बना हुआ है। यह न केवल मानव जीवन को गंभीर रूप से प्रभावित करता है, बल्कि मानवता की नींव को भी समाप्त कर देता है।यूएनएससी में पाकिस्तान पर तीखा हमला बोलते हुए भारत ने कहा, इस्लामाबाद अल-कायदा और आईएस जैसे आतंकी समूहों के जरिये हिंसक हमलों को अंजाम देकर अफगानिस्तान में शांति प्रक्रिया को बाधित कर रहा है। हक्कानी नेटवर्क और उसके समर्थकों, विशेष रूप से पाकिस्तानी अधिकारियों ने दक्षिण एशिया में अल-कायदा, आईएस, तहरीक-तालिबान पाकिस्तान आदि जैसे प्रमुख आतंकवादी संगठन के साथ काम किया है। सोशल मीडिया के जरिये युवाओं को कट्टरपंथ और आतंकवाद में शामिल होने के लिए उकसाया जा रहा है।टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि दुनिया इस बात से पूरी तरह से वाकिफ है कि ये समूह पाकिस्तान में सुरक्षित ठिकानों से आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देते हैं, जिसमें अफगानिस्तान में हिंसक हमलों के माध्यम से शांति प्रक्रिया को बाधित करना भी शामिल है। हम यह भी कह रहे हैं कि अफगानिस्तान में विशेष रूप से कुनार और नंगरहार प्रांतों में डुरंड रेखा पर आतंकी समूहों के स्थानांतरण देखे जा रहे हैं।जयशंकर का बयान दोहराया: तिरुमूर्ति ने यूएनएससी में जनवरी में संसद में विदेश मंत्री एस जयशंकर की ओर से दिए गए उस बयान को दोहराया, जिसमें उन्होंने राजनैतिक इच्छा-शक्ति की बात करते हुए आतंकवाद पर कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। जयशंकर ने कहा था कि आतंकवाद का समर्थन मत करो, आतंकवादियों का महिमामंडन मत करो। आतंकवादी, आतंकवादी हैं। उनमें अच्छे या बुरे का भेद नहीं किया जा सकता।