IND vs ENG / भारत ने डे-नाइट टेस्ट मैच में इंग्लैंड को किया चारो खाने चित, 2 दिन में ही 10 विकेट से हराया

दुनिया के सबसे बड़े नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम में टीम इंडिया ने इंग्लैंड को 2 दिन में ही 10 विकेट से शिकस्त दी। 144 साल के इतिहास में 22वीं बार कोई टेस्ट 2 दिन में खत्म हुआ है। भारत का यह दूसरा टेस्ट है, जो दो दिन में खत्म हुआ है। इससे पहले भारत ने 2018 में अफगानिस्तान को बेंगलुरु टेस्ट में 2 दिन में हराया था। वहीं, इंग्लैंड के 12 टेस्ट दो दिन में खत्म हुए हैं।

Vikrant Shekhawat : Feb 25, 2021, 08:24 PM
IND vs ENG: दुनिया के सबसे बड़े नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम में टीम इंडिया ने इंग्लैंड को 2 दिन में ही 10 विकेट से शिकस्त दी। 144 साल के इतिहास में 22वीं बार कोई टेस्ट 2 दिन में खत्म हुआ है। भारत का यह दूसरा टेस्ट है, जो दो दिन में खत्म हुआ है। इससे पहले भारत ने 2018 में अफगानिस्तान को बेंगलुरु टेस्ट में 2 दिन में हराया था। वहीं, इंग्लैंड के 12 टेस्ट दो दिन में खत्म हुए हैं। 

नए बने अहमदाबाद के इस स्टेडियम में यह पहला इंटरनेशनल मैच खेला गया। इसकी पिच को लेकर काफी सस्पेंस बना हुआ था। टीम इंडिया मैच में 3 स्पेशलिस्ट स्पिनर और इंग्लैंड 3 स्पेशलिस्ट पेसर के साथ उतरी थी। हालांकि, इंग्लिश टीम का यह फैसला गलत ही साबित हुआ। मैच में कुल 30 विकेट गिरे, जिसमें से स्पिनर्स ने 28 विकेट लिए।

इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया था। यहां भारत की 3 स्पिनर्स वाली रणनीति कामयाब रही और उसने इंग्लैंड को 112 रन पर समेट दिया। स्पिनर अक्षर पटेल ने 6 और रविचंद्रन अश्विन ने 3 विकेट लिए।

पहली पारी में भारत ने शुरुआत तो सधी हुई की, लेकिन टीम बड़ा स्कोर बनाने में कामयाब नहीं रही। इंग्लैंड की तेज गेंदबाजों के साथ खेलने वाली रणनीति कामयाब नहीं रही। स्पेशलिस्ट स्पिनर जैक लीच ने 4 और पार्ट टाइम स्पिनर कप्तान जो रूट ने 5 विकेट लिए। इसके बदौलत भारतीय टीम 145 रन पर ऑलआउट हुई। टीम को 33 रन की बढ़त मिली थी।

दूसरी पारी में इंग्लैंड ने पहले ही ओवर में बिना खाता खोले 2 विकेट गंवा दिए थे। टीम 81 रन पर सिमट गई। यह भारत के खिलाफ उसका अब तक का सबसे छोटा स्कोर रहा। स्पिनर अक्षर ने 5 और अश्विन ने 4 विकेट लिए। उसने मैच जीतने के लिए भारत को 49 रन का टारगेट दिया।

इसके जवाब में टीम इंडिया ने बिना विकेट गंवाए 49 रन बनाते हुए मैच जीत लिया।

अश्विन सबसे तेज 400 टेस्ट विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज

भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने दूसरी पारी में अब तक 3 विकेट ले लिए हैं। उन्होंने 77वें टेस्ट में करियर के 400 टेस्ट विकेट पूरे कर लिए। अश्विन सबसे तेज 400 विकेट लेने वाले श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन के बाद दूसरे गेंदबाज बन गए। मुरलीधरन ने 72वें टेस्ट में 400 विकेट पूरे किए थे। टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेजी से 400 विकेट तक पहुंचने का भारतीय रिकॉर्ड पूर्व लेग स्पिनर अनिल कुंबले के नाम था। कुंबले ने 85वें टेस्ट में 400 विकेट पूरे किए थे।

400 में से 222 विकेट कैच आउट के रूप में

अश्विन ने अपने 400 में से 222 विकेट कैच आउट के रूप में लिए हैं। उन्होंने 85 खिलाड़ियों को बोल्ड और 84 प्लेयर को LBW किया। 9 विकेट उन्हें स्टंप के रूप में मिले।

अश्विन ने स्टोक्स और वॉर्नर को ज्यादा शिकार बनाया

अश्विन ने टेस्ट करियर में सबसे ज्यादा 11 बार इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स को आउट किया है। ऑस्ट्रेलिया के ओपनर डेविड वॉर्नर को उन्होंने 10 बार आउट किया है। इंग्लैंड के ही एलेस्टेयर कुक का विकेट अश्विन ने 9 बार लिया है।

अक्षर एक डे-नाइट टेस्ट में सबसे ज्यादा 11 विकेट लेने वाले बॉलर

अक्षर पटेल एक डे-नाइट टेस्ट (दोनों पारी) में सबसे ज्यादा 11 विकेट लेने वाले दुनिया के पहले गेंदबाज बन गए हैं। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के पैट कमिंस और वेस्टइंडीज के देवेंद्र बीशू 10-10 विकेट ले चुके हैं। अक्षर लगातार 3 पारियों में 5 या इससे ज्यादा विकेट लेने वाले दुनिया के चौथे गेंदबाज बन गए हैं।

रूट ने पहली बार टेस्ट पारी में 5 विकेट झटके

जो रूट ने टेस्ट करियर में पहली बार पारी में 5 विकेट हासिल किए। वे डे-नाइट टेस्ट में सबसे कम 8 रन देकर 5 विकेट लेने वाले पहले इंग्लिश बॉलर बन गए हैं। भारतीय पिचों पर विदेशी टीम के पार्ट टाइम स्पिनर ने पहले भी कमाल दिखाया है। 2004 में मुंबई टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के लिए माइकल क्लार्क ने 9 रन देकर 6 विकेट लिए थे। हालांकि, उस मैच में भारतीय टीम ने जीत हासिल की थी।

37 साल बाद किसी इंग्लिश कप्तान ने 5 विकेट झटके

रूट 37 साल बाद एक पारी में 5 विकेट लेने वाले पहले इंग्लिश कप्तान बन गए हैं। इससे पहले जुलाई 1983 में बॉब विलिज ने यह कारनामा किया था। विलिज ने लीड्स टेस्ट में न्यूजीलैंड के खिलाफ एक पारी में 35 रन देकर 5 विकेट झटके थे।

कोहली सबसे सफल भारतीय कप्तान बने

विराट कोहली यह मैच जीतने के साथ ही घर में सबसे सफल भारतीय कप्तान बन गए हैं। उन्होंने अब तक घर में 22 टेस्ट जीते, जबकि पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 21 टेस्ट जीते थे। धोनी ने भारतीय जमीन पर कुल 30 टेस्ट में टीम इंडिया की कप्तानी की। इसमें से 3 में हार मिली और 6 टेस्ट ड्रॉ रहे। वहीं, विराट की कप्तानी में भारत ने घरेलू मैदानों पर 28 टेस्ट खेले। इनमें से 2 में हार का सामना करना पड़ा और 5 टेस्ट ड्रॉ रहे।

भारतीय कप्तान ने स्टीव वॉ की बराबरी की

कोहली ने घर में सबसे ज्यादा 22 टेस्ट जीतने के साथ ही ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज कप्तान रहे स्टीव वॉ की बराबरी कर ली है। स्टीव वॉ ने अपने घरेलू मैदानों (ऑस्ट्रेलिया में) पर 29 में से 22 टेस्ट में जीत हासिल की थी।