टेक्नोलॉजी / भारत ने टैक्स चोरी को लेकर टिक-टॉक की पेरेंट कंपनी के बैंक खातों को किया ब्लॉक: रिपोर्ट

बतौर रॉयटर्स, भारतीय अधिकारियों ने कथित टैक्स चोरी को लेकर टिक-टॉक की पेरेंट कंपनी बाइटडांस के बैंक खातों को ब्लॉक कर दिया है। बाइटडांस इंडिया ने एक अदालत से इस निर्देश को रद्द करने का आग्रह किया है जिससे अंदेशा है कि उसका संचालन प्रभावित होगा। इससे पहले जनवरी में बाइटडांस ने भारतीय टीम में छंटनी की घोषणा की थी।

Vikrant Shekhawat : Mar 31, 2021, 02:07 PM
नई दिल्ली: भारतीय अधिकारियों ने शॉर्ट वीडियो प्लेटफॉर्म टिकटॉक के स्वामित्व वाली कंपनी बाइटडांस के भारत में मौजद बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है. कंपनी पर कथित टैक्स चोरी करने का आरोप के कारण यह कार्रवाई की गई है. वहीं बाइटडांस ने एक कोर्ट में इसे चुनौती देते हुए कहा है इस आदेश को जल्द से जल्द खारीद किया जाए क्योंकि इससे उसके व्यवसाय को भारी नुकसान हो सकता है. इस बात की जानकारी दो सूत्रों ने रॉयटर्स को दी है.

बाइटडांस ने जनवरी में भारत में अपने कर्मचारियों को निकाल दिया था. कंपनी ने यह कार्रवाई भारत सरकार द्वारा इसके पॉपुलर वीडियो ऐप पर लगे बैन को न हटाने के बाद की थी. हालांकि भारत में बाइटडांस के अभी भी 1300 कर्मचारी कार्यरत हैं जिसमें से ज्यादातर लोग विदेश ऑपरेशन को हैंडल कर रहे हैं जिसमें कंटेंट मॉडरेशन भी शामिल है.

दोनों सूत्रों ने बताया कि मार्च महीने के बीच में भारत में मौजूद बाइटडांस के यूनिट और सिंगापुर में मौजूद इसकी मूल ईकाई TikTok Pte Ltd के बीच हुए ऑनलाइन एडवर्टाइजिंग डीलिंग में कथित तौर पर टैक्स की चोरी का पता चला था. इसके बाद अधिकारियों ने कंपनी के Citibank और HSBC बैंक के अकाउंट को ब्लॉक करने का आदेश दिया था.

इसके साथ सूत्रों ने यह भी बताया कि इन दोनों बैंकों के अलावा अधिकारियों ने Citibank और HSBC बैंक को आदेश दिया था कि वो बाइटडांस इंडिया को टैक्स आईडेंटिफिकेशन नंबर से लिंक किसी भी बैंक अकाउंट से पैसे न निकालने दें.

बाइटडांस ने इस मामले को लेकर कोर्ट में याचिका दायर की है जिसकी सुनवाई मुंबई हाईकोर्ट में होगी. इसमें बाइडांस इंडिया ने तर्क दिया है कि जब उसके खातों में केवल 10 मिलियन डॉलर है, तो उस समय इस तरह का रोक लगाना कानूनी प्रक्रिया का दुरुपयोग है और इससे वेतन और टैक्स का भुगतान करना कठिन हो जाएगा. LiveMint की खबर के मुताबिक दोनों सूत्रों ने अपना नाम उजागर करने से मना कर दिया है क्योंकि बैंक अकाउंट फ्रीज और कंपनी द्वारा कोर्ट में जाने का मामला पब्लिक नहीं हुआ है.