Border-Gavaskar Trophy / भारत को मिला जीत का मंत्र, ऑस्ट्रेलिया को घर में हराने के लिए करना होगा ये काम

टीम इंडिया बॉर्डर-गावस्कर सीरीज 2024-25 के लिए ऑस्ट्रेलिया का दौरा करेगी, जहां भारतीय बल्लेबाजों की चुनौतीपूर्ण परीक्षा होगी। पूर्व कोच जॉन बुकानन ने कहा कि भारत की सफलता टॉप ऑर्डर की बल्लेबाजी पर निर्भर करेगी। 1991-92 के बाद पहली बार 5 मैचों की सीरीज होगी, जो एक कड़ा मुकाबला साबित होगी।

Vikrant Shekhawat : Aug 30, 2024, 06:00 AM
Border-Gavaskar Trophy: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर सीरीज 2024-25 के लिए हाल ही में घोषित कार्यक्रम ने क्रिकेट प्रेमियों के बीच उत्सुकता और बढ़ा दी है। इस बार, भारतीय क्रिकेट टीम के लिए यह सीरीज विशेष महत्व रखती है क्योंकि भारत के पास लगातार तीसरी बार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीतने का सुनहरा अवसर है। 1991-92 के बाद पहली बार, दोनों टीमें 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेंगी, जो कि एक अप्रत्याशित और रोमांचक मुकाबले का संकेत देती है।

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कोच जॉन बुकानन ने इस सीरीज को लेकर एक महत्वपूर्ण बयान दिया है, जो भारत की संभावनाओं के लिए एक रोशनी की तरह काम कर सकता है। बुकानन ने पीटीआई से बातचीत में इस बात पर जोर दिया कि भारत की जीत की संभावना इस बात पर निर्भर करेगी कि उनके बल्लेबाज ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजों का कैसे सामना करते हैं।

टॉप ऑर्डर की भूमिका महत्वपूर्ण

बुकानन के अनुसार, भारत के टॉप ऑर्डर पर इस सीरीज में सफलता की कुंजी निर्भर करेगी। यशस्वी जायसवाल, रोहित शर्मा, विराट कोहली, और श्रेयस अय्यर जैसे बल्लेबाजों को बड़े स्कोर बनाने के लिए शानदार प्रदर्शन करना होगा। इन खिलाड़ियों की क्षमता ऑस्ट्रेलिया के कठिन तेज गेंदबाजी अटैक का सामना करने में निर्णायक साबित हो सकती है।

ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजी अटैक में नाथन लियोन के साथ कैमरन ग्रीन और मिचेल मार्श का नाम शामिल हो चुका है, जो कि एक शक्तिशाली गेंदबाजी लाइनअप को दर्शाता है। बुकानन ने इस बात को स्वीकार किया है कि ऑस्ट्रेलिया के पास एक सशक्त गेंदबाजी अटैक है, जिससे भारत की बल्लेबाजी को चुनौती मिलेगी।

उम्र का फर्क और प्रभाव

एक अन्य महत्वपूर्ण बिंदु जो बुकानन ने उठाया है, वह दोनों टीमों के खिलाड़ियों की उम्र का अंतर है। भारतीय टीम में कई अनुभवी खिलाड़ी हैं, जिनमें रोहित शर्मा और विराट कोहली 35 साल के हैं और रविचंद्रन अश्विन की उम्र भी 37 साल है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों में अधिकांश युवा हैं। यह अनुभव और युवा ऊर्जा का मिश्रण एक दिलचस्प मुकाबले का संकेत देता है।

अंततः, दोनों टीमों के बीच यह मुकाबला पेस अटैक की ताकत और बल्लेबाजों की क्षमता पर निर्भर करेगा। भारतीय बल्लेबाजों की तकनीक और रणनीति को ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजों के खिलाफ सही तरीके से लागू करना होगा। यही कारण है कि इस सीरीज को लेकर उम्मीदें इतनी ऊंची हैं और क्रिकेट प्रेमियों की निगाहें इस मैच की ओर टिकी हुई हैं।

जब टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर जाएगी, तो यह स्पष्ट है कि मुकाबला कांटे का होगा और हर एक रन और विकेट महत्वपूर्ण साबित होगा। यह सीरीज क्रिकेट के सबसे रोमांचक क्षणों में से एक बनने की पूरी क्षमता रखती है।