Vikrant Shekhawat : Jul 08, 2021, 10:31 PM
नई दिल्ली: भारत ने पाकिस्तान को एक बार फिर लताड़ लगाई है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के उस दावे को सिरे से खारिज कर दिया जिसमें उसने दावा किया था कि मुंबई आतंकी हमले (Mumbai Terror Attack) के मास्टरमाइंड हाफिज सईद (Hafiz Saeed) के लाहौर स्थित घर के पास हुए बम विस्फोट में भारत का हाथ था। भारत ने इसे पड़ोसी देश का ‘आधारहीन दुष्प्रचार’ बताया। साथ ही पाकिस्तान को उसकी धरती से फैलने वाले आतंकवाद के खिलाफ ‘विश्वसनीय और पुष्टि करने योग्य’ कार्रवाई करने की नसीहत दी। भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से यह बात कही गई है।'पहले अपना घर दुरूस्त करे पाकिस्तान'विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कहा, ‘पाकिस्तान के लिए भारत के खिलाफ ‘आधारहीन दुष्प्रचार में शामिल होना कोई नई बात नहीं है। ’ उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को अपने घर को दुरूस्त करने का प्रयास करना चाहिए। उसकी धरती से उपजने वाले आतंकवाद के खिलाफ विश्वसनीय और पुष्टि करने योग्य कदम उठाना चाहिए जहां ऐसे तत्वों को पनाह मिलती हैं।पाकिस्तान को सुनाई खरी-खरीेउन्होंने कहा कि जब आतंकवाद की बात आती है तो अंतरराष्ट्रीय समुदाय पाकिस्तान की विश्वसनीयता के बारे में बखूबी जानता है। बागची ने कहा कि यह बात उस समय भी स्पष्ट हो जाती है जब उसका (पाकिस्तान) नेतृत्व ओसामा बिन लादेन को ‘शहीद’ बताता है।पाकिस्तान का आरोपसईद 2008 के मंबई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड और प्रतिबंधित जमात उद दावा का प्रमुख है। पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोईद युसुफ ने कहा था, ‘फारेंसिक रिपोर्ट, इलेक्ट्रानिक उपकरणों के जरिए हमने इसके मुख्य साजिशकर्ता की पहचान कर ली है और हमें यह बताने में कोई संदेह नहीं है कि मुख्य साजिशकर्ता रॉ से संबंधित है।’बम ब्लास्ट में 3 की मौतबता दें कि लाहौर के जौहर क्षेत्र में 23 जून को बोर्ड ऑफ रेवन्यू हाउसिंग सोसाइटी में सईद के घर के बाहर एक कार बम विस्फोट में तीन लोगों की मौत हो गई थी और 24 अन्य घायल हो गए थे।अफगानिस्तान की स्थिति पर करीबी नजरजब प्रवक्ता से उन खबरों के बारे में पूछा गया था जिसमें यह कहा गया है कि अफगानिस्तान में हिंसा में वृद्धि को देखते हुए भारत वहां अपने मिशनों को बंद कर रहा है। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि भारत अफगानिस्तान में उभरती सुरक्षा स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए है। साथ ही स्पष्ट किया कि उस देश में भारतीय मिशन और दूतावास खुले हैं और काम कर रहे हैं। इससे पहले पिछले मंगलवार को काबुल स्थित भारतीय उच्चायोग ने भी इन खबरों को ‘गलत’ बताया था।