देश / पेट्रोल-डीज़ल पर्यावरण के लिए सही नहीं, लोग वैकल्पिक ईंधन इस्तेमाल करें: गडकरी

सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने पेट्रोल-डीज़ल की बढ़ती कीमतों के बीच कहा है, "भारत अभी पेट्रोल व डीज़ल के आयात पर ₹8 लाख करोड़ खर्च कर रहा है। यही चलन रहा तो यह 5-वर्षों में बढ़कर ₹25 लाख करोड़ हो जाएगा।" उन्होंने कहा कि डीज़ल व पेट्रोल पर्यावरण के लिए सही नहीं हैं और लोग वैकल्पिक ईंधन इस्तेमाल करें।

Vikrant Shekhawat : Oct 26, 2021, 02:38 PM
नयी दिल्ली: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने परिवहन ईंधन के रूप में हरित हाइड्रोजन की वकालत करते हुए आयात पर निर्भरता कम करने पर जोर दिया है। गडकरी ने सोमवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भारत को एक ऐसा देश बनाने की जरूरत है जो पेट्रोल और डीजल के आयात पर निर्भर नहीं हो। उन्होंने इस बात पर क्षोभ जताया कि कई देश पेट्रोल और डीजल की बिक्री के धन का इस्तेमाल आतंकवाद के वित्तपोषण के लिए कर रहे हैं। 

मंत्री ने कहा, ‘‘हरित हाइड्रोजन पेट्रोल और डीजल से बेहतर है। परिवहन क्षेत्र में बड़ा बदलाव आ रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम भारत को ऐसा देश बनाना चाहते हैं, जो पेट्रोल और डीजल के आयात पर निर्भर नहीं हो, बल्कि ईंधन का निर्यात करे।‘‘ उन्होंने कहा कि यह एक राष्ट्रवादी विचार है।

गडकरी ने कहा, ‘‘पेट्रोल और डीजल का आयात कर हम उन देशों को अमीर कर रहे हैं जो आतंकवाद का वित्तपोषण करते हैं।’’ हालांकि, उन्होंने किसी देश का नाम नहीं लिया। उन्होंने कहा कि पेट्रोल और डीजल का आयात घटाकर देश कई समस्याओं को हल कर सकता है।