Business News / क्या सस्ता हुआ पेट्रोल? 20 दिन से 80 डॉलर से कम है कच्चा तेल

मीडिल ईस्ट की टेंशन का असर अब तेल की कीमतों पर कम ही देखने को मिल रहा है. खास बात तो ये है कि बीते कुछ दिनों से कच्चे तेल की कीमत में गिरावट देखने को मिल रही है. दूसरी ओर डॉलर के मजबूत होने की वजह से भी कच्चे तेल के दाम में गिरावट आई है. दिसंबर की ही तरह जनवरी में अब तक खाड़ी देशों के तेल की औसत कीमत 80 डॉलर प्रति बैरल से कम ही रही है. उसके बाद भी अभी तक देश की ऑयल कंपनियों की ओर से पेट्रोल और डीजल की कीमत में कोई

Vikrant Shekhawat : Jan 16, 2024, 07:58 AM
Business News: मीडिल ईस्ट की टेंशन का असर अब तेल की कीमतों पर कम ही देखने को मिल रहा है. खास बात तो ये है कि बीते कुछ दिनों से कच्चे तेल की कीमत में गिरावट देखने को मिल रही है. दूसरी ओर डॉलर के मजबूत होने की वजह से भी कच्चे तेल के दाम में गिरावट आई है. दिसंबर की ही तरह जनवरी में अब तक खाड़ी देशों के तेल की औसत कीमत 80 डॉलर प्रति बैरल से कम ही रही है. उसके बाद भी अभी तक देश की ऑयल कंपनियों की ओर से पेट्रोल और डीजल की कीमत में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है.

जानकारों की मानें तो आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीजल के दाम में गिरावट देखी जा सकती है. इसका अहम कारण लोकसभा चुनाव है. जिसमें सरकार ओएमसी को पेट्रोल और डीजल कम करने के निर्देश जारी कर सकता है. मई 2022 से पेट्रोल और डीजल की कीमत में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के दाम कितने हो गए हैं और पेट्रोल और डीजल कीमत किस लेवल है.

कच्चे तेल के दाम

सोमवार को कच्चे तेल की कीमत में गिरावट देखने को मिल रही है. कच्चे तेल के प्रोडक्शन पर मिडिल ईस्ट की टेंशन का प्रभाव कम के कारण पिछले हफ्ते 2 फीसदी की तेजी के साथ मुनाफा वसूली देखने को मिली थी. खाड़ी देशों का ब्रेंट क्रूड ऑयल 14 सेंट या लगभग 0.2 फीसदी गिरकर 78.15 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ. अमेरिकी मार्टिन लूथर किंग जूनियर दिवस की छुट्टी के कारण अमेरिकी वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड के लिए कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है.

टैंकर्स ने बदले रास्ते

गाजा में हमास के खिलाफ इजरायल के युद्ध के जवाब में शिपिंग पर हूतीयों के हमलों के जवाब में अमेरिका और ब्रिटेन ने यमन स्थित हूती ठिकानों को अपना निशाना बनाया. जिसके बाद कई टैंकर मालिकों ने लाल सागर से परहेज किया और कई टैंकरों ने शुक्रवार को रास्ता बदल दिया. साथ ही कई नेचुरल गैस टैंकर्स भी रुक गए हैं. ऑयल ब्रोकर पीवीएम के तमस वर्गा ने कहा निवेशकों को इस बात का अहसास है कि तेल की सप्लाई में प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ा है. यही वजह है कि पिछले हफ्ते तेल में मुनाफावसूली देखने को मिली. साथ ही डॉलर के थोड़ा मजबूत होने से गिरावट कुछ हद तक बढ़ गई है.

हूतियों की चेतावनी

यमन के हूती के मुख्य वार्ताकार ने सोमवार को चेतावनी दी कि इज़राइल की ओर जाने वाले जहाजों पर हमले जारी रहेंगे. अमेरिकी सेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कहा कि हौथी उग्रवादियों द्वारा दागी गई एक एंटी शिप बैलिस्टिक मिसाइल ने सोमवार को मार्शल आइलैंड्स-फ्लैग्ड, अमेरिकी स्वामित्व और ऑपरेटिव कंटेनर जहाज पर हमला किया. सिटी विश्लेषकों ने लिखा है कि अब तक तेल सप्लाई में कोई नुकसान नहीं हुुआ है. लेकिन लाल सागर से बचने के लिए 35 मिलियन बैरल रखने वाले जहाजों को लंबी यात्रा करनी पड़ रही है. जिसकी वजह से बाजार काफी टाइट देखने को मिल रहा है.

क्यों कम हो रहे हैं दाम

लीबिया में, कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों ने 7 जनवरी को 300,000 बैरल प्रति दिन शारारा फील्ड को बंद करने के बाद दो और तेल और गैस फैसिलिटीज को बंद करने की धमकी दी है. अमेरिका और कनाडा सर्द मौसम से जूझ रहे हैं जिससे कुछ तेल उत्पादन बंद हो रहा है. नॉर्थ डकोटा पाइपलाइन अथॉरिटी ने सोमवार को अनुमान लगाया कि अत्यधिक ठंड और संबंधित ऑपरेशनल इश्यूज के कारण नॉर्थ डकोटा तेल उत्पादन में 400,000-425,000 बीपीडी की गिरावट आई है. शिकागो में प्राइस फ्यूचर्स ग्रुप के विश्लेषक फिल फ्लिन ने कहा, कि ठंड का मौसम उत्पादन को प्रभावित कर रहा है, लेकिन (कीमतें) इस धारणा से कम होती दिख रही हैं कि यह ठंड जल्द ही खत्म होने वाली है. आर्थिक स्थिति भी कुछ हद तक निराशाजनक बनी हुई है, यूरोपीय सेंट्रल बैंक ने चेतावनी दी है कि ब्याज दरों में कटौती पर चर्चा करना जल्दबाजी होगी.

कब से नहीं बदले दाम

वहीं दूसरी ओर भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमत में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है. देश के महानगरों में आखिरी बार पेट्रोल और डीजल की कीमत में 21 मई 2022 के दिन बदलाव देखने को मिला था. उस वक्त देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेट्रोल और डीजल की कीमत में टैक्स को कम किया था. उसके बाद कुछ प्रदेशों ने वैट को कम या बढ़ाकर कीमतों को प्रभावित करने का प्रयास किया था. दिलचस्प बात ये है कि जब से देश में इंटरनेशनल मार्केट के हिसाब से पेट्रोल और डीजल की कीमत में रोज बदलाव होने की शुरुआत हुई है, तब से यह पहला मौका है जब पेट्रोलियम कंपनियों ने रिकॉर्ड टाइमलाइन के दौरान कोई बदलाव नहीं किया है.

देश के प्रमुख शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमत

  • नई दिल्ली: पेट्रोल रेट: 96.72 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 89.62 रुपए प्रति लीटर
  • कोलकाता: पेट्रोल रेट: 106.03 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 92.76 रुपए प्रति लीटर
  • मुंबई: पेट्रोल रेट: 106.31 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 94.27 रुपए प्रति लीटर
  • चेन्नई: पेट्रोल रेट: 102.63 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 94.24 रुपए प्रति लीटर
  • बेंगलुरु: पेट्रोल रेट: 101.94 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 87.89 रुपए प्रति लीटर
  • चंडीगढ़: पेट्रोल रेट: 96.20 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 84.26 रुपए प्रति लीटर
  • गुरुग्राम: पेट्रोल रेट: 97.18 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 90.05 रुपए प्रति लीटर
  • लखनऊ: पेट्रोल रेट: 96.57 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 89.76 रुपए प्रति लीटर
  • नोएडा: पेट्रोल रेट: 96.79 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 89.96 रुपए प्रति लीटर