- भारत,
- 27-Apr-2025 09:19 PM IST
Bihar Politics: जन सुराज पार्टी के संस्थापक और प्रख्यात चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने रविवार, 27 अप्रैल को नालंदा जिले के हरनौत विधानसभा क्षेत्र में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ा ऐलान किया। उन्होंने घोषणा की कि बिहार में नीतीश कुमार सरकार के खिलाफ एक व्यापक हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की जाएगी, जो खुद मुख्यमंत्री के पैतृक गांव कल्याण बिगहा से 11 मई को शुरू होगा।
प्रशांत किशोर ने कहा, "बिहार में एक आम धारणा है कि भले ही पूरे राज्य का विकास ठप हो, नीतीश कुमार ने अपने गृह जिले में उल्लेखनीय कार्य किए हैं। हमारा उद्देश्य इस मिथक को जमीनी सच्चाई के माध्यम से तोड़ना है।"
नीतीश कुमार के खिलाफ नीतीश कुमार के गांव से आंदोलन
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि उनकी सरकार ने गरीब परिवारों को 2 लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने का जो वादा किया था, वह धरातल पर कहीं नजर नहीं आता। "सीएम ने खुद विधानसभा में बताया था कि राज्य में 94 लाख परिवार इस सहायता के लिए पात्र हैं, लेकिन अब तक यह योजना केवल कागजों तक ही सीमित है। यह वादा भी उसी तरह का दिखता है जैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हर बैंक खाताधारक को 15 लाख रुपये देने की बात कही गई थी," किशोर ने तंज कसा।
भ्रष्टाचार और विकास के दावों की पड़ताल
प्रशांत किशोर ने सरकार पर अन्य वादों को भी न निभाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि दलित परिवारों को खेती के लिए दो डेसिमल जमीन देने का वादा हो या फिर राज्य में चल रहा भूमि सर्वेक्षण कार्यक्रम — हर जगह भ्रष्टाचार का बोलबाला है। "दो दशकों से सत्ता में रहने के बावजूद मुख्यमंत्री अपने गांव में भी बदलाव नहीं ला सके, इस वास्तविकता को जनता के सामने लाने का समय आ गया है," किशोर ने कहा।
'जन सुराज उद्घोष यात्रा' के तहत जोरदार स्वागत
'जन सुराज उद्घोष यात्रा' के तहत प्रशांत किशोर रविवार को नालंदा पहुंचे, जहां उनका बिहारशरीफ और रहुई समेत कई स्थानों पर गर्मजोशी से स्वागत किया गया। बिहारशरीफ में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद किशोर ने लोगों से संवाद भी किया और अपनी योजनाओं के बारे में बताया।
जन सुराज पार्टी का यह कदम बिहार की राजनीति में एक नए अध्याय की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है, जहां सत्ताधारी दल को उसके गढ़ में ही घेरने की तैयारी की जा रही है। अब देखना दिलचस्प होगा कि 11 मई को कल्याण बिगहा से शुरू होने वाला यह अभियान राज्य की राजनीति में क्या प्रभाव डालता है।