Vikrant Shekhawat : Aug 18, 2021, 08:59 AM
लंदन: ब्रिटेन की सरकार ने मंगलवार को कहा कि तालिबान के कब्जा कर लेने के साथ ही अफगानिस्तान में उभरे संकट से निपटने में संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध समिति की बेहद अहम भूमिका होगी और इस क्षेत्र में भारत, ब्रिटेन का प्रमुख साझेदार है।विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने कहा आगे का रास्ता किसी ना किसी रूप में अंतर्राष्ट्रीय ''संपर्क समूह'' का निर्माण सुनिश्चित करने का होगा ताकि अफगानिस्तान का उपयोग कभी भी ब्रिटेन या उसके सहयोगियों के खिलाफ आतंकवादी हमले करने के लिए नहीं किया जा सके।राब ने बीबीसी से कहा, '' मैं सोचता हूं कि यह सब करने के लिए यह बेहद महत्वपूर्ण है कि ना केवल एक जैसी सोच वाले देशों के व्यापक समूह बल्कि ऐसे साझेदारों के साथ मिलकर काम करना होगा, जोकि अधिक से अधिक प्रभाव का इस्तेमाल कर सकें। हालांकि, इसमें चीन और रूस के साथ ही हमारे करीबी साझेदारों जैसे भारत को शामिल करना आसान नहीं होगा।''उन्होंने कहा, '' संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्य के रूप में काम करना महत्वपूर्ण होगा, ना केवल अपने नाटो सहयोगियों बल्कि प्रमुख पड़ोसियों एवं क्षेत्रीय देशों के साथ भी, जिनमें चीन से लेकर रूस और पाकिस्तान भी शामिल हैं और भारत इसमें अहम भूमिका निभाएगा।''