देश / भारतीय नौसेना में आ रहा है 'रोमियो', अब चीन समेत सभी दुश्मनों की खैर नहीं

भारतीय नौसेना को हिंद महासागर और अरब सागर में चीनी नौसेना की बढ़ती दखलंदाजी से निपटने के लिए अचूक हथियार मिलने की तैयारी शुरू हो गई है। अमेरिका से खरीदा जाने वाला एमएच 60 आर यानि रोमियो हेलीकॉप्टर किसी भी सबमरीन या जंगी जहाज से निपटने में बेहतरीन है। सबमरीन बेड़ा भारतीय नौसेना की सबसे कमजोर कड़ी है और हिंद महासागर में चीनी सबमरीन की मौजूदगी चिंता बढ़ा रही है।

Zee News : May 18, 2020, 02:28 PM
नई दिल्ली: भारतीय नौसेना (Indian Navy) को हिंद महासागर (Indian Ocean) और अरब सागर (Arabian Sea) में चीनी नौसेना की बढ़ती दखलंदाजी से निपटने के लिए अचूक हथियार मिलने की तैयारी शुरू हो गई है। अमेरिका से खरीदा जाने वाला एमएच 60 आर (MH 60R) यानि रोमियो हेलीकॉप्टर (Romeo Helicopter) किसी भी सबमरीन या जंगी जहाज से निपटने में बेहतरीन है। सबमरीन बेड़ा भारतीय नौसेना की सबसे कमजोर कड़ी है और हिंद महासागर में चीनी सबमरीन की मौजूदगी चिंता बढ़ा रही है। 

लगभग 20000 करोड़ रुपए की कीमत से 24 रोमियो हेलीकॉप्टर खरीदने का फैसला फरवरी में राष्ट्रपति ट्रंप की भारत यात्रा के दौरान किया गया था। 15 फरवरी को लगभग 7000 करोड़ रुपए के सौदे पर मोहर लगा दी गई है। बाकी कीमत हेलीकॉप्टर में लगने वाले हथियारों और उपकरणों की होगी। लॉकहीड मार्टिन के साथ हुए सौदे के साथ ही अमेरिकी नौसेना के लिए बनाए गए तीन रोमियो हेलीकॉप्टर को भारत को देने की भी सहमति मिल गई है। इन तीनों को भारतीय नौसेना के पायलटों की ट्रेनिंग के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। रोमियो हेलीकॉप्टर्स अगले साल तक भारतीय नौसेना को मिलने शुरू हो जाएंगे।

भारतीय नौसेना के पास अभी न्यूक्लियर सबमरीन सहित कुल 16 सबमरीन हैं। भारतीय नौसेना ने 2024 तक कुल 24 नई सबमरीन बनाने की योजना बनाई थी जिनमें अब तक केवल 2 मिल पाई हैं। वहीं चीन के पास कुल सबमरीन की तादाद लगभग 76 बताई जाती है जिनमें से 10 न्यूक्लियर सबमरीन हैं। चीन पाकिस्तान को भी युआन क्लास की 8 सबमरीन दे रहा है जिनके 2028 तक पाकिस्तानी नौसेना में शामिल होने की संभावना है। युआन क्लास की सबमरीन में एयर इंडिपेंडेंट प्रोपेल्शन लगा है जिससे ये बेहद खामोशी से समुद्र में रह सकती है। 

चीन अपनी नौसेना की ताकत को लगातार बढ़ा रहा है और उसकी सबमरीन कई बार हिंद महासागर में देखी गई हैं। साथ ही अपने समुद्री व्पापार की सुरक्षा के नाम पर चीन अपने बड़े जंगी जहाजों को भी अरब सागर और हिंद महासागर में भेज रहा है। इन चुनौतियों से निपटने के लिए अभी भारतीय नौसेना पांच दशक पुराने सी किंग एंटी सबमरीन हेलीकॉप्टर के भरोसे ही है।

रोमियो हेलीकॉप्टर किसी भी सबमरीन या जहाज को तलाश करने और तबाह करने में सक्षम है। रोमियो में समुद्र के अंदर सबमरीन को तलाश करने के लिए बेहतरीन सेंसर्स हैं और उसे तबाह करने के लिए मार्क 54 टारपीडो है। किसी जंगी जहाज को तबाह करने के लिए इसमें हेलफायर मिसाइल हैं। रोमियो हेलीकॉप्टर दिन हो या रात किसी भी मौसम में 12000 फीट की ऊंचाई तक उड़ सकता है और इसकी रफ्तार 270 किमी तक हो सकती है।