अर्थव्यवस्था / भारत का विदेशी मुद्रा भंडार पहली बार $600 अरब के पार पहुंचा

आरबीआई के डेटा के अनुसार, 4 जून को सप्ताहांत तक $6.842 अरब की वृद्धि के साथ भारत का विदेशी मुद्रा भंडार पहली बार $605 अरब तक पहुंच गया। डेटा के अनुसार, ऐसा विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति (एफसीए) में बढ़ोतरी के कारण हुआ है जो कुल भंडार का काफी महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। हालांकि, स्वर्ण भंडार घटकर $37.60 अरब रह गया है।

Vikrant Shekhawat : Jun 13, 2021, 02:33 PM
नई दिल्ली: देश का विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserves) 4 जून 2021 को खत्म हफ्ते में 6.842 अरब डॉलर बढ़कर पहली बार 600 अरब डॉलर को पार कर गया. भारतीय रिजर्व बैंक के शुक्रवार को जारी साप्ताहिक आंकड़ों के मुताबिक, समीक्षाधीन हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 605.008 अरब डॉलर की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया. इस बढ़ोतरी का कारण विदेशी मुद्रा आस्तियों (FCA) में हुई अच्छी वृद्धि है. यह कुल मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा होता है.

इससे पहले 28 मई 2021 को खत्म हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 5.271 अरब डॉलर बढ़कर 598.165 अरब डॉलर हो गया था.

स्वर्ण भंडार में गिरावट

रिजर्व बैंक के साप्ताहिक आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां आलोच्य हफ्ते के दौरान 7.362 अरब डॉलर बढ़कर 560.890 अरब डालर हो गईं.

विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां डॉलर में व्यक्त की जाती हैं. इसमें डॉलर के अलावा यूरो, पाउंड और येन में अंकित सम्पत्तियां भी शामिल हैं.

आलोच्य हफ्ते के दौरान स्वर्ण भंडार 50.2 करोड़ डॉलर घटकर 37.604 अरब डॉलर रह गया.

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 10 लाख डॉलर घटकर 1.513 अरब डॉलर रह गया. वहीं, आईएमएफ के पास देश का आरक्षित भंडार भी 1.6 करोड़ डॉलर घटकर पांच अरब डॉलर रह गया.