indigo Airlines / IndiGo को लगा तगड़ा झटका, Q2 में ₹986 करोड़ का घाटा, जानें वजह

देश की प्रमुख एयरलाइन इंडिगो ने सितंबर तिमाही में 986.7 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया, जिसका मुख्य कारण ईंधन की बढ़ती लागत और विमानों का खड़े रहना बताया गया। इंडिगो ने 410 विमानों का बेड़ा संभाला है और इस साल के अंत तक ग्राउंडेड विमानों की संख्या घटने की उम्मीद है।

Vikrant Shekhawat : Oct 25, 2024, 10:35 PM
indigo Airlines: देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी इंडिगो को वित्तीय वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में बड़ा झटका लगा है। सात तिमाहियों बाद कंपनी ने भारी घाटा दर्ज किया है। सितंबर तिमाही में इंडिगो को 986.7 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ, जिसका मुख्य कारण ईंधन की बढ़ती लागत और ग्राउंडेड विमानों की बढ़ती संख्या बताई जा रही है।

इंडिगो की ग्राउंडेड विमान समस्या

पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, इंडिगो के पास वर्तमान में 410 विमानों का बेड़ा है, जिसमें से कई विमान इंजन समस्याओं के कारण ग्राउंडेड हैं। कंपनी ने प्रैट एंड व्हिटनी इंजन की समस्याओं के चलते कई विमानों को उड़ान सेवा से बाहर रखा है। इसके चलते इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने बताया कि इस संख्या में धीरे-धीरे कमी आ रही है। कंपनी की योजना है कि वर्ष के अंत तक ग्राउंडेड विमानों की संख्या 60 से नीचे आ जाएगी, और अगले वित्तीय वर्ष में यह संख्या घटकर 40 तक रह जाएगी।

बढ़ती लागतों का असर

इस तिमाही में ईंधन की लागत में उल्लेखनीय 12.8 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, जिससे लागत बढ़कर 6,605.2 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। यह आंकड़ा पिछले साल की इसी अवधि में 5,856 करोड़ रुपये था। विमान और इंजन के किराये में भी भारी इजाफा देखा गया, जो एक साल पहले के 195.6 करोड़ रुपये से बढ़कर इस तिमाही में 763.6 करोड़ रुपये हो गया है। कुल मिलाकर, एयरलाइन के परिचालन खर्च में 22 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई और यह 18,666.1 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।

इंडिगो का विस्तार और नए रूट्स

इंडिगो का लाभ एक साल पहले की इसी तिमाही में 188.9 करोड़ रुपये था। हालांकि, चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 746.1 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया गया। बावजूद इसके, इंडिगो अपने विस्तार को जारी रख रही है। कंपनी के सीईओ एल्बर्स ने बताया कि इंडिगो नए रूट्स और सेवाएं शुरू करने की योजना बना रही है, जिसमें घरेलू रूट्स पर खासतौर से तैयार बिजनेस क्लास सेवाएं शामिल होंगी। यह सेवा पहले दिल्ली-मुंबई रूट पर लॉन्च होगी और बाद में 40 से अधिक विमानों के बेड़े के साथ 12 मेट्रो मार्गों पर उपलब्ध होगी।

यात्रियों की संख्या में वृद्धि

घाटे के बावजूद इंडिगो ने यात्री संख्या में अच्छी वृद्धि दर्ज की। सितंबर तिमाही में कंपनी ने 27.8 मिलियन यात्रियों को यात्रा कराई, जो एक साल पहले की तुलना में लगभग 6 प्रतिशत अधिक है। इंडिगो आने वाले महीनों में कई अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए नई सेवाएं भी शुरू करने की योजना बना रही है।

इंडिगो के लिए आगे की चुनौतियां और संभावनाएं

बढ़ती ईंधन लागत और विमान किराये के कारण इंडिगो को वित्तीय दबाव का सामना करना पड़ रहा है। कंपनी का फोकस अपनी परिचालन दक्षता बढ़ाने और ग्राउंडेड विमानों की संख्या को कम करने पर है। आगामी महीनों में इंडिगो का लक्ष्य घरेलू और अंतरराष्ट्रीय रूट्स पर विस्तार करना और बिजनेस क्लास सेवा को और बढ़ाना है, जिससे इसे नई राजस्व धाराएं मिल सकें।