बिज़नेस / ₹9,200 करोड़ के शेयर बायबैक करेगी इन्फोसिस

देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इन्फोसिस ने बुधवार को बताया कि उसके बोर्ड ने ₹1,750/शेयर (मंगलवार को बंद शेयर मूल्य से 25.2% अधिक) के मूल्य पर ₹9,200 करोड़ के शेयर बायबैक को मंज़ूरी दे दी है। वहीं, इन्फोसिस ने बताया कि मार्च 2021 तिमाही में उसका शुद्ध मुनाफा वार्षिक आधार पर 17.1% बढ़कर ₹5,078 करोड़ हो गया।

Vikrant Shekhawat : Apr 15, 2021, 09:37 AM
मुंबई: देश की दिग्गज आईटी कंपनी इन्फोसिस (Infosys) ने चौथी तिमाही का रिजल्ट घोषित कर दिया है। मार्च तिमाही में कंपनी का मुनाफा पिछली तिमाही की तुलना में 2.6 फीसदी गिरावट के साथ 5,078 करोड़ रुपये रहा। दिसंबर तिमाही में कंपनी का मुनाफा 5,197 करोड़ रुपये रहा था। एनालिस्ट्स ने मार्च तिमाही में इन्फोसिस का मुनाफा 5,170.2 करोड़ रुपये रहने का अनुमान जताया था। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू पिछली तिमाही की तुलना में 2.8 फीसदी बढ़कर 26,311 करोड़ रुपये रहा।

बेंगलूरु की इस कंपनी ने 9,200 करोड़ रुपये के शेयर बायबैक प्लान को मंजूरी दे दी है। कंपनी ने कहा कि शेयरधारकों से 1750 रुपये प्रति शेयर के भाव पर शेयरों की पुनर्खरीद की जाएगी जो मंगलवार के बंद भाव से 25 फीसदी अधिक है। कंपनी ने साथ ही 15 रुपये प्रति शेयर फाइनल डिविडेंड देने की भी घोषणा की है। वित्त वर्ष 2020- 21 कंपनी का शुद्ध लाभ 16.6 प्रतिशत बढ़कर 19,351 करोड़ रुपये पर पहुंच गया जबकि कुल राजस्व 10.7 प्रतिशत बढ़कर 1,00,472 करोड़ रुपये रहा।

सालाना आधार पर 17 फीसदी बढ़ा मुनाफा

कंपनी ने 2021-22 में कॉन्सटेंट करेंसी टर्म में 12 से 14 फीसदी सेल्स ग्रोथ और ऑपरेटिंग मार्जिन के 22 से 24 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। सालाना आधार पर मार्च तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 9.6 फीसदी और मुनाफा 17 फीसदी बढ़ा है। पिछले साल मार्च तिमाही में कंपनी का मुनाफा 4,321 करोड़ रुपये रहा था। इन्फोसिस के निदेशक मंडल ने शेयरधारकों को 15,600 करोड़ रुपये की पूंजी वापसी की सिफारिश भी की है। इसमें अंतिम लाभांश के तौर पर 6,400 करोड़ रुपये और शेयरों की वापसी खरीद के जरिये 9,200 करोड़ रुपये की राशि शेयरधारकों की जेब में पहुंचेगी। कंपनी के निदेशक मंडल ने 31 मार्च 2021 को समाप्त वित्त वर्ष के लिये अपने शेयर धारकों को 15 रुपये प्रति शेयर का अंतिम लाभांश देने की सिफारिश की है।