- भारत,
- 26-Feb-2025 09:34 AM IST
Share Market Crash: महाकुंभ, जिसे आध्यात्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से विश्व का सबसे बड़ा आयोजन माना जाता है, भारतीय समाज के विभिन्न पहलुओं पर प्रभाव डालता है। हाल ही में सैमको सिक्योरिटीज की एक रिपोर्ट सामने आई, जिसमें बताया गया कि पिछले 20 वर्षों में आयोजित छह महाकुंभों के दौरान भारतीय शेयर बाजार में गिरावट देखी गई। इस वर्ष भी यह प्रवृत्ति बनी रही, और निवेशकों को भारी नुकसान झेलना पड़ा।
शेयर बाजार में गिरावट: आंकड़ों की जुबानी
महाकुंभ के दौरान भारतीय शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव देखा गया। 10 जनवरी 2025 को जब बाजार बंद हुआ, तब सेंसेक्स 77,378.91 अंकों पर था। लेकिन महाकुंभ के समापन से पहले सेंसेक्स गिरकर 74,602.12 अंकों पर आ गया, यानी कुल 2,776.79 अंकों (3.59%) की गिरावट हुई। इसी तरह, निफ्टी भी 10 जनवरी को 23,381.60 अंकों पर था, जो 25 फरवरी को घटकर 22,547.55 अंकों पर आ गया, यानी 3.57% की गिरावट। कुल मिलाकर, इस दौरान निवेशकों को 33 लाख करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान उठाना पड़ा।इतिहास में दर्ज गिरावटें
यह पहली बार नहीं है जब महाकुंभ के दौरान शेयर बाजार में गिरावट देखी गई हो।- 2004: 3.3% गिरावट
- 2010: 1.2% गिरावट
- 2013: 1.3% गिरावट
- 2015: 8.3% गिरावट (अब तक की सबसे बड़ी)
- 2016: 2.4% गिरावट
- 2021: 4.2% गिरावट
- 2025: 3.5% से अधिक गिरावट
पिछले पांच महीनों की लगातार गिरावट
अगर हम दीर्घकालिक परिप्रेक्ष्य से देखें, तो अक्टूबर 2024 से फरवरी 2025 तक शेयर बाजार में लगातार गिरावट जारी है:- अक्टूबर: 6.22%
- नवंबर: 0.31%
- दिसंबर: 2.08%
- जनवरी: 2.01%
- फरवरी: 4% से अधिक