IND vs AUS Test / ईसा गुहा ने बुमराह से मांगी माफी, लेकिन नस्लीय टिप्पणी पर कही ये बात

टीम इंडिया के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह पर गाबा टेस्ट के दौरान इंग्लैंड की पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर ईसा गुहा ने नस्लीय टिप्पणी की। उन्होंने "प्राइमेट" शब्द का इस्तेमाल किया, जिसका अर्थ बंदर भी होता है। विवाद बढ़ने पर ईसा ने माफी मांगी, इसे अनजाने में हुई गलती बताया।

IND vs AUS Test: ऑस्ट्रेलिया में टीम इंडिया के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन गाबा टेस्ट के दौरान एक अप्रत्याशित घटना ने क्रिकेट जगत को हिला दिया। इंग्लैंड की पूर्व क्रिकेटर और मौजूदा फॉक्स स्पोर्ट्स की कमेंटेटर ईसा गुहा ने बुमराह पर नस्लीय टिप्पणी की, जिससे विवाद खड़ा हो गया। ईसा गुहा ने कमेंट्री के दौरान बुमराह के लिए "प्राइमेट" शब्द का इस्तेमाल किया, जिसका एक अर्थ बंदर भी होता है। इस बयान को लेकर आलोचनाओं का सामना करने के बाद ईसा ने तुरंत माफी मांग ली।

ईसा गुहा ने की सार्वजनिक माफी

गाबा टेस्ट के तीसरे दिन की शुरुआत होते ही ईसा गुहा ने अपने शब्दों के लिए माफी मांगी। उन्होंने कहा, "रविवार को मैंने कमेंट्री के दौरान एक शब्द का इस्तेमाल किया जिसके कई अर्थ हो सकते हैं। अगर मैंने किसी को ठेस पहुंचाई है या कुछ गलत कहा है, तो मैं माफी मांगती हूं।"

ईसा ने यह भी स्पष्ट किया कि वह हमेशा समानता और सम्मान में विश्वास रखती हैं। उन्होंने कहा, "अगर आप मेरी पूरी कमेंट्री सुनेंगे, तो पाएंगे कि मैं भारत के खिलाड़ियों की सराहना कर रही थी। जसप्रीत बुमराह के शानदार प्रदर्शन की तारीफ करते हुए मैंने शायद गलत शब्द का इस्तेमाल किया, जिसके लिए मैं क्षमा चाहती हूं।"

ईसा गुहा: एक परिचय

ईसा गुहा इंग्लैंड की पूर्व तेज गेंदबाज हैं, जिन्होंने 16 साल की उम्र में इंटरनेशनल डेब्यू किया था। उन्होंने इंग्लैंड के लिए 8 टेस्ट में 29 विकेट, 83 वनडे में 101 विकेट और टी20 फॉर्मेट में 18 विकेट लिए हैं। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद वह कमेंट्री के क्षेत्र में सक्रिय हो गईं और आज दुनिया की सबसे प्रसिद्ध महिला कमेंटेटरों में गिनी जाती हैं।

ईसा कई प्रमुख अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स और लीग्स में अपनी कमेंट्री के लिए जानी जाती हैं। उनके अनुभव और क्रिकेट के प्रति समझ के बावजूद, यह घटना उनके लिए एक सीखने का अवसर बन गई।

जसप्रीत बुमराह: विवाद के बावजूद चमकते सितारे

जसप्रीत बुमराह वर्तमान में भारतीय टीम के प्रमुख तेज गेंदबाज हैं और ऑस्ट्रेलिया दौरे पर शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। इस घटना से बुमराह के प्रदर्शन पर कोई असर नहीं पड़ा, और उन्होंने अपनी फॉर्म बरकरार रखी। यह उनके पेशेवर रवैये का परिचायक है।

नस्लीय टिप्पणियों पर क्रिकेट जगत का रुख

क्रिकेट में नस्लवाद और असंवेदनशील टिप्पणियों पर हमेशा सख्त रुख अपनाया जाता रहा है। आईसीसी और अन्य क्रिकेट बोर्ड इस तरह की घटनाओं पर तुरंत कार्रवाई करते हैं। ईसा गुहा द्वारा माफी मांगने से मामला भले ही शांत हो गया हो, लेकिन यह घटना दर्शाती है कि शब्दों के चयन में कमेंटेटरों को अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है।

निष्कर्ष

जसप्रीत बुमराह पर ईसा गुहा की टिप्पणी भले ही अनजाने में हुई हो, लेकिन यह घटना एक महत्वपूर्ण संदेश देती है कि शब्दों की शक्ति को हल्के में नहीं लिया जा सकता। माफी मांगकर ईसा ने यह साबित किया कि गलती मानना और सुधार करना ही सही पेशेवर रवैया है। वहीं, बुमराह ने अपने खेल से यह दिखा दिया कि कोई भी विवाद उनके ध्यान और प्रदर्शन को भंग नहीं कर सकता।