Vikrant Shekhawat : Jan 27, 2021, 12:38 PM
जैनेट येलेन अमेरिका की वित्त मंत्री बन गई हैं. वह अमेरिका के इतिहास की पहली महिला वित्त मंत्री हैं. सीनेट द्वारा नामांकन की पुष्टि के बाद उन्होंने मंगलवार को ट्रेजरी सेक्रेटरी ( वित्त मंत्री) के रूप में शपथ ग्रहण किया.
गौरतलब है कि राष्ट्रपति जो बाइडेन की सरकार में कमला हैरिस के रूप में अमेरिका को पहली महिला उपराष्ट्रपति भी मिली हैं. जैनेट येलेन इसके पहले अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की प्रमुख रह चुकी हैं. साल 2014 में वह फेडरल रिजर्व की प्रमुख बनने वाली पहली महिला थीं.
ये हैं चुनौतियां
उनके ऊपर राष्ट्रपति जो बाइडेन के 1.9 ट्रिलियन डॉलर के अमेरिकी राहत प्लान को लागू करवाने की जिम्मेदारी होगी. इसके तहत लोगों को 1,400 डॉलर का स्टिमुलेस चेक दिया जाना है. इसी तरह कोविड -19 टीकाकरण और टेस्टिंग के लिए ज्यादा फंड की भी जरूरत है.
ये है प्राथमिकता
येलेन ने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता सभी अमेरिकियों को मकान और भोजन उपलब्ध कराने की होगी और साथ ही यह भी कि सभी लोग सुरक्षित तरीके से काम पर लौट आएं.
येलेन ने अपने नामांकन के बाद पिछले हफ्ते इस विशाल राहत पैकेज के आकार को वाजिब बताते हुए कहा था कि मौजूदा सरकार की जिम्मेदारी सबसे पहले देश और इसके लोगों को महामारी के प्रभाव से बाहर निकालना है.
क्या कहा येलेन ने
उन्होंने कहा था, 'फिलहाल ब्याज दरें ऐतिहासिक रूप से निचले स्तर पर पहुंच गई हैं, इसलिए कुछ बड़ा करना होगा. सबसे पहले अल्पसंख्यक कामगारों,महिलाओं जैसे उन वर्गों को राहत देनी होगी जिन्हें सबसे ज्यादा जरूरत है.'
गौरतलब है कि राष्ट्रपति जो बाइडेन की सरकार में कमला हैरिस के रूप में अमेरिका को पहली महिला उपराष्ट्रपति भी मिली हैं. जैनेट येलेन इसके पहले अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की प्रमुख रह चुकी हैं. साल 2014 में वह फेडरल रिजर्व की प्रमुख बनने वाली पहली महिला थीं.
ये हैं चुनौतियां
उनके ऊपर राष्ट्रपति जो बाइडेन के 1.9 ट्रिलियन डॉलर के अमेरिकी राहत प्लान को लागू करवाने की जिम्मेदारी होगी. इसके तहत लोगों को 1,400 डॉलर का स्टिमुलेस चेक दिया जाना है. इसी तरह कोविड -19 टीकाकरण और टेस्टिंग के लिए ज्यादा फंड की भी जरूरत है.
ये है प्राथमिकता
येलेन ने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता सभी अमेरिकियों को मकान और भोजन उपलब्ध कराने की होगी और साथ ही यह भी कि सभी लोग सुरक्षित तरीके से काम पर लौट आएं.
येलेन ने अपने नामांकन के बाद पिछले हफ्ते इस विशाल राहत पैकेज के आकार को वाजिब बताते हुए कहा था कि मौजूदा सरकार की जिम्मेदारी सबसे पहले देश और इसके लोगों को महामारी के प्रभाव से बाहर निकालना है.
क्या कहा येलेन ने
उन्होंने कहा था, 'फिलहाल ब्याज दरें ऐतिहासिक रूप से निचले स्तर पर पहुंच गई हैं, इसलिए कुछ बड़ा करना होगा. सबसे पहले अल्पसंख्यक कामगारों,महिलाओं जैसे उन वर्गों को राहत देनी होगी जिन्हें सबसे ज्यादा जरूरत है.'