परीक्षा / कोविड-19 महामारी की मौजूदा स्थिति के मद्देनज़र टाली गई जेईई एडवांस्ड 2021 परीक्षा

जेईई एडवांस्ड 2021 परीक्षा के आयोजक संस्थान आईआईटी खड़गपुर ने बताया है कि कोविड-19 महामारी की मौजूदा स्थिति के मद्देनज़र 3 जुलाई को प्रस्तावित इस परीक्षा को टाल दिया गया है। बकौल संस्थान, दो पेपर वाली इस परीक्षा की नई तारीख का ऐलान उचित समय पर किया जाएगा। गौरतलब है, देश में कोविड-19 के करीब 25 लाख सक्रिय केस हैं।

Vikrant Shekhawat : May 26, 2021, 04:51 PM
JEE Advanced 2021 : देश के विभिन्न भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) में दाखिले के लिए आयोजित होने वाली परीक्षा जेईई एडवांस्ड भी कोरोना के चलते स्थगित कर दी गई है। जेईई एडवांस्ड का आयोजन 3 जुलाई 2021 को होना था। नई परीक्षा तिथि की घोषणा बाद में की जाएगी। इससे पहले जेईई मेन अप्रैल सेशन और जेईई मेन मई सेशन की परीक्षा भी स्थगित की जा चुकी है। जेईई मेन के टलने के बाद जेईई एडवांस्ड के स्थगित होने के पूरे-पूरे आसार थे। जेईई मेन में अच्छा प्रदर्शन करने वाले छात्रों को ही जेईई एडवांस्ड देने का मौका मिलता है। 

jeeadv.ac.in पर जारी नोटिस में कहा गया है, 'कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए 3 जुलाई को होने वाली जेईई एडवांस्ड 2021 परीक्षा स्थगित की जाती है। उपयुक्त समय पर परीक्षा की नई तिथि की घोषणा की जाएगी।'

इस बार दी गई है जेईई एडवांस्ड के पात्रता मानदंड में छूट

जेईई एडवांस परीक्षा के लिये 12वीं कक्षा में 75 फीसदी अंक के निर्धारित पात्रता मानदंड में इस बार भी छूट दी गयी है। पिछले वर्ष भी कोरोना के चलते इस नियम से विद्यार्थियों को छूट दी गई थी। 2020 से पहले तक जेईई एडवांस्ड मेरिट नियम के तहत आईआईटी में दाखिले के लिए 12वीं में न्यूनतम 75 फीसदी अंक या क्वॉलिफाई करने वाली परीक्षा की रैंकिंग में टॉप 20 पर्सेंटाइल होना जरूरी होता था। 

इस बार परीक्षा आईआईटी खड़गपुर द्वारा आयोजित कराई जाएगी।

सरकार ने जेईई मेन 2020 पास करने वाले उन विद्यार्थियों को सीधे जेईई एडवांस्ड 2021 में बैठने की अऩुमति दी है जो कोरोना महामारी के चलते जेईई एडवांस्ड 2020 में नहीं बैठ सके थे। इन छात्रों को जेईई मेन 2021 देने की जरूरत नहीं है। इन्हें सीधा जेईई एडवांस्ड 2021 में बैठने का मौका मिलेगा। ऐसे में इस बार जेईई एडवांस्ड परीक्षा में बैठने वाले विद्यार्थियों की संख्या काफी अधिक होगी।

जेईई एडवांस्ड परीक्षा के जरिए ही देश के प्रतिष्ठित 23 आईआईटी संस्थानों में एंट्री मिलती है।