देश / बिपिन रावत की पत्नी के बारे में जानें 7 बड़ी बातें, कल मधुलिका का हेलीकॉप्टर क्रैश में हुआ निधन

मध्य प्रदेश के शहडोल की रहने वाली मधुलिका रावत की शादी 1986 में बिपिन रावत से हुई थी। उनकी दो बेटियां हैं। एक मुंबई में रहती है और दूसरी बेटी उनके साथ रहती है। मधुलिका ने अपनी स्कूली शिक्षा ग्वालियर के सिंधिया कन्या विद्यालय से की और मनोविज्ञान की पढ़ाई दिल्ली विश्वविद्यालय से की। जब बिपिन रावत आर्मी में कैप्टन थे तभी मधुलिका ने उनसे शादी की ।

Vikrant Shekhawat : Dec 09, 2021, 08:09 AM
तमिलनाडु के कुन्नूर में दुर्घटनाग्रस्त हुए एमआई-17वी5 में जनरल बिपिन रावत की पत्नी मधुलिका रावत भी सवार थीं। इस दुर्घटना में 13 लोगों की मौत हो गई। बिपिन रावत वेलिंगटन के डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज में व्याख्यान देने जा रहे थे। उनका चॉपर अपने गंतव्य पर पहुंचने से कुछ मिनट पहले ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया। 

मधुलिका रावत आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष थीं और सामाजिक सेवाओं में सक्रिय रूप से शामिल थीं।

यहां जानिए मधुलिका रावत के बारे में 7 बड़ी बातें:

1. मध्य प्रदेश के शहडोल की रहने वाली मधुलिका रावत की शादी 1986 में बिपिन रावत से हुई थी। उनकी दो बेटियां हैं। एक मुंबई में रहती है और दूसरी बेटी उनके साथ रहती है।

2. मधुलिका ने अपनी स्कूली शिक्षा ग्वालियर के सिंधिया कन्या विद्यालय से की और मनोविज्ञान की पढ़ाई दिल्ली विश्वविद्यालय से की।

3. जब बिपिन रावत आर्मी में कैप्टन थे तभी मधुलिका ने उनसे शादी की ।

4. मधुलिका रावत का परिवार वर्तमान में शहडोल जिला मुख्यालय स्थित पुश्तैनी आवास 'राजाबाग' में रहता है।

5. उनके पिता मृगेंद्र सिंह शाडोल जिले के सोहागपुर रियासत के रियासतदार थे। वह 1967 और 1972 में कांग्रेस विधायक भी रहे थे।

6. छत्तीसगढ़ के मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि मधुलिका रावत एक करीबी पारिवारिक सहयोगी थीं और अक्सर भोपाल आती थीं। मंत्री ने ट्वीट कर कहा, "स्वर्गीय जनरल बिपिन रावत की पत्नी मधुलिका जी एक करीबी पारिवारिक सहयोगी थीं। वह सुहागपुर (एमपी) के स्वर्गीय श्री मृगेंद्र सिंह जी की बेटी थीं और अक्सर भोपाल आती थीं। मेरा दिल उनके परिवारों के लिए है। इस अकल्पनीय नुकसान से निपटने के लिए भगवान उनको ताकत दें।”

7. आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन के एक प्रमुख पदाधिकारी के रूप में, मधुलिका रावत ने सेना की विधवाओं के लिए कई कल्याणकारी कार्यक्रमों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

मधुलिका रावत के भाई यशवर्धन सिंह ने कहा कि वह आखिरी बार दिल्ली में दशहरा के अवसर पर बिपिन रावत से मिले थे। इस दौरान रावत ने उनसे वादा किया था कि वह मधुलिका के पैतृक गांव शहडोल जाएंगे और एक सैनिक स्कूल स्थापित करने में सहायता प्रदान करेंगे।