IPL 2025 / जानिए आईपीएल में ​कितने खिलाड़ी होंगे रिटेन, कब होगा तय?

आईपीएल 2025 की तैयारियों में गहमागहमी बढ़ गई है। बीसीसीआई ने अभी तक रिटेंशन नियमों की घोषणा नहीं की है, जो 31 अगस्त तक होना तय था। अब सितंबर के पहले सप्ताह में निर्णय की उम्मीद है। टीमों और खिलाड़ियों दोनों के लिए यह एक महत्वपूर्ण अपडेट होगा।

Vikrant Shekhawat : Aug 28, 2024, 06:20 PM
IPL 2025: आईपीएल 2025 के आगमन से पहले ऑक्शन की गहमागहमी तेज हो गई है। हालांकि, बीसीसीआई ने अभी तक रिटेंशन नियमों की घोषणा नहीं की है, जिससे टीमों की तैयारी में असमंजस बना हुआ है। पहले यह माना जा रहा था कि नियम 31 अगस्त तक जारी होंगे, लेकिन अब इस तारीख में विस्तार हो सकता है।

पिछले मेगा ऑक्शन में टीमों को चार खिलाड़ी रिटेन करने की अनुमति थी—तीन भारतीय और एक विदेशी या दो भारतीय और दो विदेशी। इस बार भी ऐसा ही नियम होगा या बदलाव आएंगे, यह अभी स्पष्ट नहीं है। बीसीसीआई ने हाल ही में मुंबई में सभी फ्रेंचाइजियों के साथ मीटिंग की, लेकिन विविध मतों के कारण निर्णय टल गया।

अब उम्मीद की जा रही है कि सितंबर के पहले सप्ताह में बीसीसीआई रिटेंशन पॉलिसी का ऐलान करेगी। यह तय होगा कि टीमें कितने खिलाड़ियों को रिटेन कर सकती हैं, जिससे टीमों की रणनीति पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा। कमजोर टीमों के लिए कम रिटेंशन की संभावना बड़े खिलाड़ियों की उपलब्धता बढ़ा सकती है, जबकि मजबूत टीमों के लिए ज्यादा रिटेंशन उनकी कोर टीम को बनाए रखने में मदद करेगी। आईपीएल 2025 की रिटेंशन पॉलिसी के लिए उत्सुकता बढ़ी हुई है और इसका निर्णय टीमों और खिलाड़ियों दोनों के लिए महत्वपूर्ण होगा।

सितंबर के पहले सप्ताह में जारी हो सकती है आईपीएल रिटेंशन पॉलिसी 

बीसीसीआई ने सभी फ्रेंचाइजियों से बात की और इसके बाद आखिरी फैसले का टाल दिया था। पहले पता चला था कि 31 अगस्त तक नए नियमों के बारे में बता दिया जाएगा। लेकिन अब क्रिकइन्फो की एक रिपोर्ट में जानकारी से चला है कि सितंबर के पहले सप्ताह में बीसीसीआई की ओर से इसको लेकर आखिरी ऐलान कर दिया जाएगा। नियम आने के बाद ही टीमें अपने उन खिलाड़ियों की लिस्ट बनाएंगी, जिन्हें वे​ रिटेन करने जा रही हैं। इससे जहां एक ओर टीमों का काम बढ़ेगा, वहीं प्लेयर्स की धड़कनें भी बढ़ सकती हैं। जितने कम खिलाड़ी रिटेन करने की परमीशन दी जाएगी, उतने ही ज्यादा खिलाड़ी रिलीज करने पड़ेंगे। 

खिलाड़ी भी रिटेंशन पॉलिसी का करते हैं इंतजार 

खास बात ये भी है कि कुछ कमजोर टीमें, जिनका प्रदर्शन पिछले दो तीन साल बेहतर नहीं रहा है, वे चाहती हैं कि कम से कम रिटेंशन दिए जाएं, ता​कि ऑक्शन के लिए ज्यादा बड़े खिलाड़ी मैदान में आएं और वे अपनी टीम को नए सिरे से बना सकें। वहीं जो टीमें लगातार अच्छा प्रदर्शन करती आई हैं, वे ज्यादा रिटेंशन चाहती हैं, ताकि वे अपना कोर बनाए रख सकें। यही वजह है कि टीमें बेसब्री से रिटेंशन पॉलिसी का इंतजार कर रही हैं। देखना होगा कि आखिरी फैसला क्या होता है।