Ram Mandir / राम मंदिर भूमि पूजन में शामिल होंगे आडवाणी और जोशी, ये रही गेस्ट लिस्ट

अयोध्या में आगामी 5 अगस्त को राम मंदिर के ‘भूमि पूजन’ समारोह के लिए जिन लोगों को आमंत्रित किया जा रहा हैं उनमें भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी , मुरली मनोहर जोशी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत शामिल हैं। दूरदर्शन द्वारा इस समारोह का सीधा प्रसारण किया जाएगा। मंदिर के ट्रस्टी ने रविवार को यह जानकारी दी।

Zee News : Jul 26, 2020, 09:29 PM
Ram Mandir: अयोध्या (Ayodhya) में आगामी 5 अगस्त को राम मंदिर (Ram Mandir) के ‘भूमि पूजन’ समारोह के लिए जिन लोगों को आमंत्रित किया जा रहा हैं उनमें भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani), मुरली मनोहर जोशी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत शामिल हैं। दूरदर्शन द्वारा इस समारोह का सीधा प्रसारण किया जाएगा। मंदिर के ट्रस्टी ने रविवार को यह जानकारी दी।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के एक सदस्य अनिल मिश्रा ने बताया कि इनके अलावा, सभी धर्मों के आध्यात्मिक नेताओं को आमंत्रित करने का विचार है।

उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के मद्देनजर सामाजिक दूरी बनाए रखने के नियम का पालन करते हुए कार्यक्रम में सीमित संख्या लगभग 200 लोगों को बुलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सूची को अंतिम रूप दिया जाना बाकी है।

मिश्रा ने कहा कि मंदिर आंदोलन का हिस्सा रहे कई लोगों को आमंत्रण दिया जा रहा है, जिनमें भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती शामिल हैं।

मंदिर के एक अन्य ट्रस्टी कामेश्वर चौपाल ने बताया कि आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत और महासचिव सुरेश भैयाजी जोशी को भी विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार के साथ कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया जा रहा है।

ट्रस्ट के सदस्यों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राम मंदिर की आधारशिला रखने के लिए अयोध्या आने की संभावना है। चौपाल ने कहा कि ‘भूमि पूजन’ के लिए गुरुद्वारों, बौद्ध और जैन मंदिरों सहित सभी प्रमुख पूजा स्थलों से मिट्टी एकत्र की जा रही है।

ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि यह स्वतंत्र भारत के इतिहास में ‘सबसे महत्वपूर्ण’ कार्यक्रम होगा। उन्होंने कहा कि दूरदर्शन और अन्य चैनलों द्वारा इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया जाएगा। उन्होंने भगवान राम के भक्तों से अपील की कि वे अयोध्या आने के बजाय निकटवर्ती मंदिरों या अपने-अपने घरों में इस मौके पर उत्सव मनाएं।