Vikrant Shekhawat : Jun 25, 2024, 09:55 AM
Ram Mandir Ayodhya: राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने सोमवार को कहा कि राम मंदिर की पहली मंजिल इस साल जुलाई तक पूरी हो जाएगी और उम्मीद जताई कि दिसंबर 2024 तक राम मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। मिश्र ने अयोध्या में संवाददाताओं से कहा, “मंदिर की निर्माणाधीन पहली मंजिल का काम जुलाई के अंत तक पूरा हो जाएगा। जुलाई के बाद, दूसरी मंजिल का निर्माण ही बचेगा। इसलिए, हमें उम्मीद है कि दिसंबर तक मंदिर का निर्माण पूरा हो जाएगा।”श्रद्धालुओं के माथे पर तिलक न लगाए जाने को लेकर क्या कहा?मिश्र ने कहा कि राजस्थान के संगमरमर का उपयोग 'राम दरबार' और सात मंदिरों को बनाने में किया जाएगा और इसके लिए चार मूर्तिकारों को चुना गया है। राम मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के माथे पर तिलक न लगाए जाने को लेकर मीडिया के एक वर्ग में हाल ही में उठे विवाद पर मिश्र ने कहा, “पहले जो श्रद्धालु आते थे, उन्हें तिलक नहीं लगाया जाता था। वे भगवान के दर्शन करके चले जाते थे। केवल कुछ खास लोग, जो दूसरे द्वार से आते थे, उन्हें तिलक लगाया जाता था।” मिश्र ने कहा, “इसलिए यह कहना पूरी तरह से भ्रामक है कि भगवान का तिलक और चरणामृत नहीं दिया जा रहा है। कोई नया प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। सभी के साथ समान व्यवहार किया जा रहा है, चाहे वह आम श्रद्धालु हो या खास।”23 जून तक 1.75 करोड़ से अधिक श्रद्धालु कर चुके हैं दर्शनमिश्र ने बताया कि 22 जनवरी से 23 जून तक 1.75 करोड़ से अधिक श्रद्धालु मंदिर में रामलला के दर्शन के लिए आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि औसतन प्रति दिन एक लाख श्रद्धालु मंदिर में दर्शन के लिए आते हैं। उन्होंने बताया कि इस महीने के अंत तक उम्मीद है कि दो करोड़ श्रद्धालु मंदिर में दर्शन के लिए आ चुके होंगे।पीएम मोदी की मौजूदगी में हुई थी प्राण प्रतिष्ठाइस साल 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में अयोध्या के मंदिर में रामलला की नई मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी। मोदी ने भव्य मंदिर के निर्माण से आगे बढ़कर अगले 1,000 वर्षों के लिए “मजबूत, सक्षम और दिव्य” भारत की नींव रखने का आह्वान भी किया था। पारंपरिक नागर शैली में बना मंदिर परिसर 380 फुट लंबा (पूर्व-पश्चिम दिशा), 250 फुट चौड़ा और 161 फुट ऊंचा है। मंदिर की प्रत्येक मंजिल 20 फुट ऊंची और उसमें कुल 392 स्तंभ और 44 द्वार हैं। मंदिर के स्तंभ और दीवारों पर हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां बनाई गई हैं।