Bihar / लालू यादव के लिए डबल मुसीबत, ED की रेड में बेटियों के घर से मिलीं ये कीमती चीजें?

जमीन के बदले नौकरी घोटाले (Land For Job Scam) में शुक्रवार को ई़डी (ED) ने दिल्ली-एनसीआर, मुंबई और बिहार, रांची समेत 24 जगहों पर छापेमारी की. ये छापेमारी लालू प्रसाद यादव की बेटियों और लालू के करीबियों पर की गई. नौकरी के बदले जमीन घोटाले में लालू यादव की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं. 14 घंटे से भी ज्यादा देर तक ईडी की ये छापेमारी चली.

Vikrant Shekhawat : Mar 11, 2023, 12:32 PM
Lalu Yadav ED Raid: जमीन के बदले नौकरी घोटाले (Land For Job Scam) में शुक्रवार को ई़डी (ED) ने दिल्ली-एनसीआर, मुंबई और बिहार, रांची समेत 24 जगहों पर छापेमारी की. ये छापेमारी लालू प्रसाद यादव की बेटियों और लालू के करीबियों पर की गई. नौकरी के बदले जमीन घोटाले में लालू यादव की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं. 14 घंटे से भी ज्यादा देर तक ईडी की ये छापेमारी चली. इस दौरान ईडी की टीम ने सोना, जेवर, कैश और विदेशी मुद्रा भी बरामद की. इस बीच, सीबीआई ने भी लालू यादव के बेटे और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के बेटे को लैंड फॉर जॉब स्कैम केस में समन भेज दिया है. सीबीआई ने तेजस्वी यादव को पूछताछ के लिए बुलाया है.

छापेमारी में क्या-क्या मिला?

ईडी की छापेमारी के दौरान लालू यादव की बेटियों और उनके करीबियों के घर से 540 गोल्ड बुलियन, 1.5 किलो आभूषण, 53 लाख रुपये कैश और 900 अमेरिकी डॉलर समेत कुछ विदेशी मुद्रा भी मिली है. लालू प्रसाद यादव के बेहद करीबी माने जाने वाले आरजेडी के पूर्व विधायक अबू दुजाना के आवास और उनके कार्यालय पर भी ईडी ने रेड की.

अबू दुजाना ने लगाया ये आरोप

इस पर अबू दुजाना ने कहा कि हमें पता नहीं है कि किस मामले में इंक्वायरी कर रहे हैं. इनको पूछना चाहिए जो अडानी और अंबानी ने बड़ा स्कैम किया है. लेकिन हमारे जैसे लोगों को परेशान किया जा रहा है. आरजेडी के नेता हैं. लालू यादव के सिपाही हैं और हमें परेशान किया जा रहा है. मेरे यहां कुछ नहीं मिला है, खाली हाथ गए हैं.

बीजेपी ने किया पलटवार

वहीं, लालू यादव और करीबियों के ठिकाने पर हुई रेड को लेकर बीजेपी ने लालू प्रसाद यादव पर हमला बोला है. सुशील मोदी ने कहा कि आज की तारीख में बिहार के सबसे बड़े जमीदार लालू प्रसाद और उनका परिवार है. तेजस्वी यादव ने इतनी कम उम्र में इतनी संपत्ति कैसे अर्जित की? इसका वे कोई जवाब न देकर, जब ईडी या सीबीआई की कार्रवाई होती है तो इधर-उधर की बातें करते हैं.