Dainik Bhaskar : Oct 06, 2019, 08:31 AM
श्रीनगर | जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद घर में नजरबंद फारूक और उमर अब्दुल्ला से नेशनल कॉन्फ्रेंस का एक प्रतिनिधिमंडल रविवार को मुलाकात करेगा। अब्दुल्ला की पार्टी के नेताओं ने राज्यपाल सत्यपाल मलिक से इसके लिए अनुरोध किया था। नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रवक्ता मदन मंटू ने शनिवार को बताया कि पार्टी के 15 पूर्व विधायक श्रीनगर में दोनों नेताओं से मिलेंगे।
मोदी सरकार ने 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 हटाकर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया था। इस दौरान जम्मू-कश्मीर के कई बड़े नेताओं को नजरबंद कर दिया गया था। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती भी शामिल हैं। सुप्रीम कोर्ट ने पिछले दिनों उनकी बेटी को मुलाकात की इजाजत दी थी।घाटी से एक-एक कर नेताओं को छोड़ा जाएगा: सलाहकारराज्यपाल मलिक के सलाहकार फारूक खान ने गुरुवार को कहा था कि हिरासत में लिए गए नेताओं को एक-एक करके छोड़ दिया जाएगा। इससे पहले उनका पूरी तरह से विश्लेषण किया जाएगा। जम्मू के कुछ नेताओं को दो महीने बाद बुधवार को रिहा किया गया था। घाटी में सुरक्षा बढ़ाने पर खान ने कहा था कि यह किसी आतंकी हमले की आशंका देखते हुए नहीं बल्कि एहतियात के तौर पर उठाया गया कदम है। पुलिस, सेना, बीएसएफ समेत सभी सुरक्षा बल अलर्ट पर हैं।
मोदी सरकार ने 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 हटाकर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया था। इस दौरान जम्मू-कश्मीर के कई बड़े नेताओं को नजरबंद कर दिया गया था। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती भी शामिल हैं। सुप्रीम कोर्ट ने पिछले दिनों उनकी बेटी को मुलाकात की इजाजत दी थी।घाटी से एक-एक कर नेताओं को छोड़ा जाएगा: सलाहकारराज्यपाल मलिक के सलाहकार फारूक खान ने गुरुवार को कहा था कि हिरासत में लिए गए नेताओं को एक-एक करके छोड़ दिया जाएगा। इससे पहले उनका पूरी तरह से विश्लेषण किया जाएगा। जम्मू के कुछ नेताओं को दो महीने बाद बुधवार को रिहा किया गया था। घाटी में सुरक्षा बढ़ाने पर खान ने कहा था कि यह किसी आतंकी हमले की आशंका देखते हुए नहीं बल्कि एहतियात के तौर पर उठाया गया कदम है। पुलिस, सेना, बीएसएफ समेत सभी सुरक्षा बल अलर्ट पर हैं।