Israel-Hezbollah War / इजरायली हमले से थर्राया लेबनान, मरने वालों की संख्या पहुंची 492; 1600 ठिकाने तहस-नहस

लेबनान में इजरायली हमले में 492 लोग मारे गए, जिनमें 90 से अधिक महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। हमले की भयावहता से 1,645 लोग घायल हुए। इजरायली सेना ने हिज़्बुल्लाह के खिलाफ अभियान चलाया, जिससे हजारों नागरिक पलायन करने लगे। यह 2006 के बाद सबसे भीषण हमला माना जा रहा है।

Vikrant Shekhawat : Sep 24, 2024, 12:00 PM
Israel-Hezbollah War: लेबनान में सोमवार को हुए इजरायली सेना के हमले में मरने वालों की संख्या 492 तक पहुंच गई है, जिसमें 90 से अधिक महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। इस त्रासदी में सिर्फ बच्चों की संख्या 35 है, जबकि घायल हुए लोगों की संख्या 1,645 बताई जा रही है। यह हमला 2006 के इजरायल-हिज्बुल्ला युद्ध के बाद का सबसे भयंकर हमला माना जा रहा है। इजरायली सेना ने हिज्बुल्ला के खिलाफ बड़े पैमाने पर हवाई हमले के साथ ही दक्षिणी और पूर्वी लेबनान के निवासियों को स्थान खाली करने की चेतावनी भी दी थी, जिसके बाद हजारों लेबनानी नागरिक पलायन के लिए मजबूर हो गए।

नागरिकों का पलायन और मानवीय संकट

हमले की भयावहता से बचने के लिए बड़ी संख्या में लोग दक्षिणी लेबनान से निकलकर बेरूत की ओर भागने लगे, जिससे दक्षिणी बंदरगाह शहर सिडोन से गुजरने वाले मुख्य राजमार्ग पर जाम की स्थिति पैदा हो गई। यह पलायन 2006 के बाद का सबसे बड़ा पलायन था, जब इजरायल और हिज्बुल्ला के बीच युद्ध हुआ था।

लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, मारे गए लोगों में 35 बच्चे और 58 महिलाएं शामिल थीं। देश अभी तक पिछले सप्ताह हुए संचार उपकरणों पर हुए हमले से उबर नहीं पाया था, जब यह हमला हुआ। यह हमला 2020 में बेरूत के बंदरगाह पर हुए विस्फोट से भी ज्यादा घातक साबित हुआ है। 2020 की घटना में 218 लोगों की जान गई थी, जबकि इस बार मरने वालों की संख्या उससे कहीं अधिक है।

नेतन्याहू का संदेश

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक रिकॉर्ड किए गए संदेश में लेबनानी नागरिकों से अपनी सुरक्षा के लिए इलाकों को खाली करने का आग्रह किया। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, "कृपया अब खतरे से दूर हो जाएं। हमारा अभियान खत्म होने के बाद आप सुरक्षित रूप से अपने घर लौट सकते हैं।" इजरायली सैन्य प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने इस हमले के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि यह अभियान हिज्बुल्ला को लेबनान-इजरायल सीमा से खदेड़ने के उद्देश्य से किया जा रहा है। हगारी ने कहा कि इजरायल इस अभियान को जल्द से जल्द समाप्त करने की कोशिश करेगा, ताकि क्षेत्र में स्थिरता बहाल की जा सके।

हिज्बुल्ला का जवाबी हमला

हिज्बुल्ला ने इजरायल पर जवाबी हमले करते हुए अब तक करीब 9,000 रॉकेट और ड्रोन दागे हैं। सिर्फ सोमवार को ही 250 रॉकेट और ड्रोन हमले किए गए। इजरायली सेना ने बताया कि उनके युद्धक विमानों ने हिज्बुल्ला के 1,600 ठिकानों पर हमले किए, जिसमें रॉकेट, क्रूज मिसाइलें, और ड्रोन नष्ट कर दिए गए। हिज्बुल्ला के कई लड़ाके रिहायशी इलाकों में छिपे हुए थे, जिसके कारण नागरिक क्षेत्रों में भी हमले हुए।

निष्कर्ष

यह हमला लेबनान के लिए एक और गहरे संकट का संकेत है। इजरायल और हिज्बुल्ला के बीच बढ़ते तनाव से न सिर्फ दोनों देशों के नागरिक प्रभावित हो रहे हैं, बल्कि इससे क्षेत्रीय स्थिरता पर भी गंभीर असर पड़ सकता है। ऐसे हालात में अंतरराष्ट्रीय समुदाय की भूमिका और मानवीय सहायता की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक बढ़ जाती है, ताकि इस संघर्ष में फंसे निर्दोष नागरिकों की जान बचाई जा सके और उन्हें राहत पहुंचाई जा सके।