देश / माणिक साहा होंगे त्रिपुरा के अगले मुख्यमंत्री, विधायक दल की बैठक में लगी मुहर

त्रिपुरा भाजपा इकाई के अध्यक्ष माणिक साहा राज्य के अगले मुख्यमंत्री होंगे। बिप्लब देब के शनिवार को त्रिपुरा के मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद, राज्य इकाई के अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद डॉ माणिक साहा को विधायक दल की बैठक के बाद इस पद पर नियुक्त किया गया। राज्यसभा सांसद माणिक साहा के विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद वहां केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने उन्हें बधाई दी

Vikrant Shekhawat : May 14, 2022, 07:30 PM
अगरतला। त्रिपुरा भाजपा इकाई के अध्यक्ष माणिक साहा राज्य के अगले मुख्यमंत्री होंगे। बिप्लब देब के शनिवार को त्रिपुरा के मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद, राज्य इकाई के अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद डॉ माणिक साहा को विधायक दल की बैठक के बाद इस पद पर नियुक्त किया गया। राज्यसभा सांसद माणिक साहा के विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद वहां केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने उन्हें बधाई दी। यादव ने कहा, “माणिक साहा को त्रिपुरा भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने की बहुत-बहुत बधाई। मुझे पूर्ण विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और आपके नेतृत्व में त्रिपुरा विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगा।”

इससे पहले त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिपल्ब देब ने शनिवार को अचानक राज्यपाल एसएन आर्या से मुलाकात की और उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया। नए नेता के चयन के खातिर केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर अगरतला पहुंचे केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और वरिष्ठ नेता व पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने विधायक दल की बैठक में हिस्सा लिया। इन दोनों नेताओं के अलावा भाजपा सांसद व त्रिपुरा के प्रभारी विनोद सोनकर भी इस बैठक में मौजूद रहे। भाजपा विधायक दल की बैठक में माणिक साहा के नाम पर सर्वसम्मति से मुहर लगी, जिसके बाद यह तय हो गया कि त्रिपुरा के अगले मुख्यमंत्री वही होंगे।

इस्तीफा देने के बाद क्या बोले बिप्लब देब

मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद देब ने संवाददाताओं से कहा, “पार्टी सबसे ऊपर है। मैं भाजपा का निष्ठावान कार्यकर्ता हूं। मुझे उम्मीद है कि जो जिम्मेदारी दी गई, उसके साथ मैंने न्याय किया फिर चाहे राज्य भाजपा इकाई के अध्यक्ष का पद हो या त्रिपुरा के मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी। मैंने त्रिपुरा के संपूर्ण विकास के लिए कार्य किया और सुनिश्चित किया कि राज्य के लोगों के लिए शांति हो।” उन्होंने कहा, “वर्ष 2023 में चुनाव आ रहा है और पार्टी चाहती है कि जिम्मेदार संयोजक यहां प्रभार संभाले। सरकार तभी बन सकती है जब संगठन मजबूत हो। चुनाव के बाद कोई निश्चय ही मुख्यमंत्री बनेगा।”


त्रिपुरा में भाजपा के पहले सीएम थे बिप्लब देब

उल्लेखनीय है कि त्रिपुरा में वाम मोर्चे की 25 साल पुरानी सरकार को हराकर भाजपा ने वर्ष 2018 में प्रचंड जीत दर्ज की थी जिसके बाद देब को मुख्यमंत्री बनाया गया था। वहां पर कयास लगाए जा रहे थे कि त्रिपुरा की भाजपा इकाई में आपसी खींचतान चल रही है। त्रिपुरा में पार्टी के मामलों की केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से चर्चा के लिए देब बृहस्पतिवार को नई दिल्ली भी गए थे।