लखनऊ (Lucknow) के प्राग नारायण रोड के रहने वाले मनोज अग्रवाल ने पिछले साल शादी के लिए मैट्रिमोनियल साइट (Matrimonial Site) पर प्रोफाइल बनाई थी। उन्होंने बताया कि 15 अगस्त को प्रियंका सिंह नाम की प्रोफाइल से उन्हें पहली बार रिक्वेस्ट आई। लड़की ने बताया कि वह झारखंड की राजधानी रांची (Ranchi) की रहने वाली है और कुछ समय पहले एक सड़क हादसे में उसके माता-पिता की मौत हो गई थी। लड़की ने मनोज को बताया कि वह आयकर विभाग की नौकरी छोड़ कर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही है।प्रोफाइल देखकर शादी को हुए तैयारमनोज अग्रवाल ने बताया कि प्रोफाइल चेक करने के बाद वह भी रिश्ते के लिए तैयार हो गए। इसके बाद प्रियंका, उसकी मौसी और मौसेरा भाई शिवम मिलने के लिए लखनऊ आए। दोनों परिवारों के बीच बातचीत के बाद 10 दिसंबर को बरीक्षा और 16 दिसंबर को शादी तय हुई।मुलाकात में बाद बातचीत हुई शुरूलखनऊ में मुलाकात के बाद प्रियंका ने मनोज को अपना नंबर दिया और फिर दोनों के बीच बातचीत व व्हाटसऐप (Whatsapp) पर चैटिंग होने लगी। इसके साथ ही दोनों का मिलना-जुलना भी शुरू हो गया।बहाने बनाकर मांगे पैसेमनोज के मुताबिक, प्रियंका ने बताया था कि वह यूपीएससी (UPSC) की तैयारी कर रही है, लेकिन माता पिता की मौत के बाद आर्थिक दिक्कतों से जूझ रही है। इसी बहाने युवती ने पैसा मांगना शुरू कर दिया। प्रियंका ने बताया था कि उसके पिता की गांव में जमीन और शहर में एक प्लॉट है, जो उत्तराधिकार प्रमाण पत्र बनते ही उसके नाम पर ट्रांसफर हो जाएंगी।मनोज ने घर बनवाने के लिए जमा किए थे पैसेमनोज ने बताया कि उसने घर बनवाने के लिए पैसे जमा किए थे, लेकिन प्रियंका को होने वाली पत्नी समझकर पैसे देता रहा। मनोज ने छह लाख 60 हजार रुपये खाते में ट्रांसफर किए और 3 लाख रुपये नकद दिए।पैसे लेने के बाद मोबाइल किया बंदमनोज के मुताबिक पैसे लेने के बाद प्रियंका का मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। इसके अलावा प्रियंका की मौसी और मौसेरे भाई ने भी अपना नंबर बंद कर दिया। इसके बाद उन्होंने लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली में प्रियंका और उसके रिश्तेदारों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया। अब पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।