मेरठ / मां बेटी का हत्यारा पुलिस कस्टडी से फरार होने के बाद पकड़ा गया, पुलिस ने घोषित किया था 25 हजार रुपए का इनाम

उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में मां बेटी की हत्या कर उनके शव को अपने घर के अंदर ही जमीन में दबाने वाला आरोपी शमशाद पुलिस कस्टडी से फरार होने के कुछ समय बाद मुठभेड़ में पकड़ लिया गया। फरार होने के बाद एसएसपी ने शमशाद पर 25 हजार का इनाम घोषित कर दिया था। वहीं इंस्पेक्टर क्राइम ब्रांच भूपेंद्र सिंह का वादी चंचल से बातचीत का ऑडियो वायरल होने के बाद लाइन हाजिर कर दिया गया है।

Vikrant Shekhawat : Jul 23, 2020, 10:09 AM

उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में मां बेटी की हत्या कर उनके शव को अपने घर के अंदर ही जमीन में दबाने वाला आरोपी शमशाद पुलिस कस्टडी से फरार होने के कुछ समय बाद मुठभेड़ में पकड़ लिया गया। फरार होने के बाद एसएसपी ने शमशाद पर 25 हजार का इनाम घोषित कर दिया था। वहीं इंस्पेक्टर क्राइम ब्रांच भूपेंद्र सिंह का वादी चंचल से बातचीत का ऑडियो वायरल होने के बाद लाइन हाजिर कर दिया गया है। 

बताया गया कि शमशाद उस वक्त फरार हुआ जब परतापुर पुलिस उसे लेकर गांव में उसके मकान पर आ रही थी। रास्ते में वह बाथरूम करने के बहाने पुलिस की गाड़ी से उतरा और चकमा देकर फरार हो गया। आरोपी शमशाद कई दिनों से पुलिस की हिरासत में था, लेकिन बुधवार को वह मकान के अंदर से शव मिलने के बाद पुलिस हिरासत से फरार हो गया था। 

फरार होने के बाद मुठभेड़ में फिर हुआ गिरफ्तार 
थाना परतापुर पुलिस ने फरार आरोपी शमशाद को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार करने का दावा किया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी को तड़के करीब 3 बजकर 50 मिनट पर थाना क्षेत्र के बिजली बंबा बाइपास पर गिरफ्तार किया गया। मुठभेड़ में आरोपी पुलिस की गोली लगने से घायल भी हो गया। उसके पास से एक तमंचा और बाइक बरामद की गई है। एसएसपी के पीआरओ द्वारा यह जानकारी दी गई है। 

हिन्दू संगठनों ने पुलिस पर लगाया था मिलीभगत का आरोप 
हिंदू संगठनों का आरोप है कि परतापुर पुलिस की आरोपी से मिलीभगत थी, जिसका फायदा उठाकर आरोपी फरार हुआ है। आरोपी शमशाद मूल रूप से बिहार का रहने वाला था। वहीं दूसरी ओर एसएसपी अजय साहनी ने क्राइम इंस्पेक्टर भूपेंद्र को लाइन हाजिर कर दिया था। उन पर यह कार्रवाई वादी चंचल से हुई बातचीत का ऑडियो वायरल होने के बाद की गई थी। आरोप है कि इंस्पेक्टर क्राइम भूपेंद्र सिंह प्रिया की सहेली चंचल पर शिकायत वापस लेने का दबाव बना रहे थे। उसे कोर्ट कचहरी का डर दिखा रहे थे।