Dainik Bhaskar : Oct 31, 2019, 11:51 AM
इस्लामाबाद | पाकिस्तान के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री फवाद चौधरी ने बुधवार को लाहौर में प्रदूषण के बढ़ते स्तर के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया। चौधरी ने ट्विटर पर अपने देश के जलवायु परिवर्तन मंत्री के हवाले से कहा कि लाहौर में भारत के खराब पर्यावरण और खेतों में पराली जलाने के कारण प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है।चौधरी ने ट्विटर पर लिखा- ‘‘वाघा में प्रदूषण का स्तर लाहौर से दोगुना है। मोदी सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। गैर-जिम्मेदार यह सरकार एक अभिशाप है।’’ प्रौद्योगिकी मंत्री का यह बयान तब आया है, जब विश्व वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) की नई रैकिंग में दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में लाहौर दूसरे स्थान पर है।ट्विटर यूजर्स ने कहा- खुद भी कुछ जिम्मेदारी लीजिएट्विटर पर यूजर्स ने लाहौर में प्रदूषण के लिए मंत्री को भी जिम्मेदार ठहराया। एक यूजर ने लिखा- ‘‘भगवान के लिए कुछ जिम्मेदारी खुद भी लीजिए। हर चीज को उठाकर इंडिया के नाम पर जस्टिफाई करते-करते हमारी ही सांस रुक जाएगी। कराची का भी प्रदूषण स्तर खराब है। तब आप कहेंगे कि भारत समुद्र के रास्ते हमारे यहां प्रदूषण भेज रहा है।’’
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने प्रदूषण के लिए पाकिस्तान को दोषी ठहरायामानवाधिकार समूह एमनेस्टी इंटरनेशनल ने बुधवार को पाकिस्तान को शहर में बढ़ रहे प्रदूषण के लिए दोषी ठहराया। समूह ने कहा कि प्रदूषण के कारण लोगों का जीवन और स्वास्थ्य खतरे में हैं। एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक, संगठन ने उल्लेख किया कि लाहौर में वायु गुणवत्ता सूचकांक बुधवार सुबह 10:00 बजे 484 पर पहुंच गया था। हवा की गुणवत्ता के खतरनाक स्तर की सीमा 300 है।For God's sake take some responsibility for yourself har cheez ko utha keh india ke naam pe justify karte karte humari hi saans rukh jaye gi - Karachi pollution levels are no better but then you'll say india is sending swimming pollution to us through the sea https://t.co/4yGSUQwtm5
— Daanika Kamal (@daanistan) October 30, 2019