Dainik Bhaskar : Aug 07, 2019, 04:29 PM
इस्लामाबाद. पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की एक अदालत ने मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को टेरर फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दोषी पाया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, अदालत ने सईद के मामले को पाकिस्तान के गुजरात की एक अदालत में स्थानांतरित कर दिया है। सईद पर प्रतिबंधित संगठनों के लिए फंड इकट्ठा करने का आरोप है।सईद भारत में वांछित आतंकियों में से एक है। उसे 17 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद उसे सात दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। 24 जुलाई को विशेष आतंकवाद निरोधक अदालत के जज सैयद अली इमरान ने आतंकवाद विरोधी विभाग से इस मामले में जांच पूरी करने और 7 अगस्त तक रिपोर्ट देने को कहा था।आतंकवाद विरोधी विभाग ने 3 जुलाई को हाफिज सईद और 13 अन्य नेताओं के खिलाफ एंटी टेरेरिज्म एक्ट, 1997 के तहत 20 से अधिक टेरर फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले दर्ज किए थे।हाफिज की गिरफ्तारी ढकोसला: पाकिस्तानी राजदूतपाकिस्तान के पूर्व राजदूत वाजिद शमसुल हसन ने हाफिज की गिरफ्तारी को ढकोसला करार दिया था। उन्होंने पिछले महीने कहा था कि इमरान की वॉशिंगटन यात्रा से ठीक पहले की गई यह कार्रवाई सिर्फ अमेरिका को खुश करने के लिए हुई है। यह ट्रम्प के आंसू पोंछने के लिए काफी है, क्योंकि अमेरिका ने उसे वैश्विक आतंकी घोषित किया है। इससे पहले भी 8 बार इस आतंकी को गिरफ्तार किया गया, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।अंतरराष्ट्रीय दबाव के बाद पाक ने कार्रवाई की थीअंतरराष्ट्रीय दबाव के बाद पाकिस्तान ने जमात-उद-दावा, लश्कर-ए-तैयबा और फलाह-ए-इंसानियत के खिलाफ जांच शुरू की थी। पंजाब पुलिस ने मार्च में बताया था कि सरकार ने जमात के 160 मदरसे, 32 स्कूल, दो कॉलेज, चार हॉस्पिटल, 178 एंबुलेंस और 153 डिस्पेंसरी को सीज किया था। पाक अधिकारियों ने बताया था कि जमात-उद-दावा के अंतर्गत 300 मदरसे, स्कूल, अस्पताल, एक पब्लिशिंग हाउस और एंबुलेंस सर्विस शामिल हैं।अमेरिका ने सईद को वैश्विक आतंकी घोषित कियारिपोर्ट के मुताबिक- सईद के संगठन जमात-उद-दावा को लश्कर-ए-तैयबा का मुख्य चेहरा माना जाता है। 2008 के मुंबई हमले का मास्टरमाइंड भी सईद ही है। अमेरिका ने सईद को वैश्विक आतंकी घोषित किया है। उस पर 10 मिलियन अमेरिकी डॉलर का ईनाम भी रखा गया है।