Live Hindustan : Jul 27, 2020, 08:32 PM
यूपी के गोरखपुर में एक करोड़ रुपये की फिरौती के लिए पांचवीं में पढ़ने वाले छात्र बलराम की अपहरणकर्ताओं ने हत्या कर दी। संदेह के आधार पर उठाए गए दो युवकों की निशानदेही पर पुलिस ने किराना व्यापारी के बेटे बलराम की लाश को सोमवार की शाम जंगल के किनारे एक बोरे से बरामद किया। अपहरण के बाद बलराम के घर वालों के पास रविवार को अलग-अलग समय पर तीन फोन कॉल आई। फोन करने वालों ने एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी। पहले तो घर वालों ने इसे किसी की शरारत समझी लेकिन देर शाम तक बच्चे का कुछ पता नहीं चला तो उन्होंने पुलिस को सूचना दे दी।गोरखपुर के पिपराइच थाना क्षेत्र स्थित जंगल छत्रधारी के मिश्रौलिया टोला निवासी महाजन गुप्ता घर में ही किराना की दुकान चलाते हैं और जमीन के कारोबार से जुड़े हैं। पांचवीं में पढ़ने वाला उनका बेटा बलराम रविवार की दोपहर में 12 बजे घर से खेलने जाने को कहकर निकला था। इसके बाद उसका अपरहण हो गया। बलराम के घर वालों के पास रविवार को अलग-अलग समय पर तीन फोन कॉल आई। फोन करने वालों ने एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी। पहले तो महाजन ने इसे किसी की शरारत समझी लेकिन देर शाम तक बच्चे का कुछ पता नहीं चला तो उन्होंने पुलिस को सूचना दे दी। बालक के अपहरण और एक करोड़ रुपये फिरौती मांगे जाने की सूचना ने पुलिस के होश उड़ा दिए। एसएसपी ने इस मामले में एसटीएफ और क्राइम ब्रांच को लगा दिया।एसटीएफ व क्राइम ब्रांच के साथ ही पिपराइच थाने की पुलिस हरकत में आ गई। पुलिस टीमों ने संदेह के आधार जंगल धूसड़ इलाके से एक मुर्गा कारोबारी, मोबाइल सिम बेचने वाले एक दुकानदार और एक प्रॉपर्टी डीलर को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने उनसे कड़ाई से पूछताछ शुरू की। रविवार की ही रात 9 बजे बलराम के घर पर अपहर्ताओं की एक और कॉल आयी थी। तब अपहर्ताओं ने कहा था कि कुछ भी रकम मिल जाए तो वे बच्चे को मुक्त कर देंगे। महाजन गुप्ता ने 20 लाख रुपये तक की फिरौती देने की हामी भर दी। इधर, पुलिस ने हिरासत में लिए गए लोगों से कड़ाई से पूछताछ की तो सोमवार की दोपहर उनमें से दो टूट गए और उन्होंने बताया कि बच्चे की हत्या कर दी गई है। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने जंगल तिनकोनिया में नाले के किनारे बोरे में भरकर फेंकी गई लाश बरामद कर ली। डॉ. सुनील गुप्ता, एसएसपी ने बताया कि अपहर्ताओं ने बच्चे की हत्या कर दी। दो अपहर्ता पकड़े गए हैं, उन्हीं की निशानदेही पर बच्चे की लाश बरामद की गई है। अन्य अपहर्ताओं की तलाश की जा रही है। सभी स्थानीय ही हैं। शुरुआती जांच में बच्चे के अपहरण की वजह तो पैसा ही समझ में आ रहा है पर अन्य पहलुओं की भी पड़ताल की जा रही है। यह जानने की भी कोशिश हो रही है कि अगर उन्हें पैसा ही चाहिए था तो उन्होंने बच्चे की जान क्यों ली। अन्य आरोपियों के पकड़े जाने के बाद ही सही वजह सामने आ पाएगी।बोरे में भरी थी लाशछात्र की हत्या करने के बाद लाश एक बोरे में ठूंस दी गई थी। शरीर नीला पड़ा हुआ था। आशंका जताई जा रही है कि बलराम की हत्या गला दबाकर की गई। हालांकि शरीर नीला पड़ने से जहर देने की भी आशंका जताई जा रही है। अपहर्ताओं का कोई आपराधिक रिकार्ड नहींएसपी नार्थ अरविंद पाण्डेय ने कहा कि एक अपहर्ताओं के गिरोह का पता चल गया है। बदमाश स्थानीय हैं। उनका कोई पहले का आपराधिक रिकार्ड नहीं है। उनमें से दो को पकड़ लिया गया है। अन्य की तलाश की जा रही है। पांच बदमाशों के गिरोह द्वारा अपहरण और हत्या की बात सामने आ रही है। हत्या फिरौती को लेकर ही हुई है या फिर कोई और वजह है इसकी जांच की जा रही है।