Vikrant Shekhawat : Apr 03, 2021, 07:29 AM
सोनीपत। हरियाणा के सोनीपत (Sonipat) जिले के गांव प्रीतमपुरा में अन्नदाता की मेहनत बिजली विभाग की लापरवाही की भेंट चढ़ गई। बताया जा रहा है कि बिजली विभाग (Electricity Department) की तरफ से खेतों में बिजली के पोल लगाए गए हैं और उन्हीं में शार्ट सर्किट होने की वजह से किसान की 2 एकड़ गेहूं की फसल जलकर स्वाह हो गई। हालांकि सूचना मिलने के बाद फायर विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंच गई लेकिन जब तक 2 एकड़ फसल जल चुकी थी।
किसान ने बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाए हैं और बताया कि यह पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले भी आग लग चुकी है, लेकिन बिजली विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। गांव प्रीतमपुरा निवासी जसपाल ने बताया कि उनकी गेहूं की फसल पककर तैयार थी और वह गेहूं को काटने के लिए मशीन भी लेकर आए थे,लेकिन उससे पहले ही बिजली विभाग के द्वारा यहां पर पोल लगाए गए हैं और उनमें तारों के अंदर शॉर्ट सर्किट हो गया। जिसके बाद उसकी गेहूं की फसल में आग लग गई।हालांकि सूचना के बाद पर विभाग की गाड़ियां भी मौके पर पहुंची जसपाल किसान ने बताया कि यह पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले भी 14 एकड़ फसल जल गई थी, जिसकी एफआईआर दर्ज हुई थी, लेकिन बिजली विभाग कोई सख्त कार्रवाई नहीं कर रहा है। जिसके कारण बार-बार फसल में आग लग जाती है। वही किसान ने कहा कि सरकार से कोई उम्मीद नहीं है, क्योंकि सरकार पहले ही किसानों के हित में कार्य नहीं कर रही है।
किसान ने बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाए हैं और बताया कि यह पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले भी आग लग चुकी है, लेकिन बिजली विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। गांव प्रीतमपुरा निवासी जसपाल ने बताया कि उनकी गेहूं की फसल पककर तैयार थी और वह गेहूं को काटने के लिए मशीन भी लेकर आए थे,लेकिन उससे पहले ही बिजली विभाग के द्वारा यहां पर पोल लगाए गए हैं और उनमें तारों के अंदर शॉर्ट सर्किट हो गया। जिसके बाद उसकी गेहूं की फसल में आग लग गई।हालांकि सूचना के बाद पर विभाग की गाड़ियां भी मौके पर पहुंची जसपाल किसान ने बताया कि यह पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले भी 14 एकड़ फसल जल गई थी, जिसकी एफआईआर दर्ज हुई थी, लेकिन बिजली विभाग कोई सख्त कार्रवाई नहीं कर रहा है। जिसके कारण बार-बार फसल में आग लग जाती है। वही किसान ने कहा कि सरकार से कोई उम्मीद नहीं है, क्योंकि सरकार पहले ही किसानों के हित में कार्य नहीं कर रही है।