IND vs ENG / ना सूर्या ना गंभीर, हर्षित राणा को इस दिग्गज ने बनाया कनकशन सब्सटीट्यूट

भारत और इंग्लैंड के बीच पुणे में चौथे टी20 मैच में भारतीय टीम ने जीत हासिल की, लेकिन एक फैसले ने विवाद पैदा कर दिया। शिवम दुबे के चोटिल होने के बाद हर्षित राणा को कनकशन सब्सटीट्यूट के तौर पर उतारा गया, जिसे इंग्लैंड के दिग्गज खिलाड़ियों ने गलत बताया।

Vikrant Shekhawat : Feb 01, 2025, 03:40 PM
IND vs ENG: भारत और इंग्लैंड के बीच पुणे में खेला गया चौथा टी20 मैच दिलचस्प मुकाबले के साथ-साथ एक विवाद का कारण भी बना। इस मैच में भारतीय टीम ने शानदार जीत दर्ज की, लेकिन एक विवादित निर्णय ने हलचल मचा दी। यह निर्णय था कनकशन सब्सटीट्यूट के संबंध में, जिसे टीम इंडिया के दिग्गज ने लिया।

शिवम दुबे को मैच के दौरान चोट लग गई थी और उन्होंने चक्कर आने की शिकायत की थी। इसके बाद, भारतीय टीम ने उन्हें रिप्लेस करने के लिए हर्षित राणा को मैदान में उतारा। हर्षित राणा, जो कि एक तेज गेंदबाज हैं, ने इंग्लैंड के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया और उनकी हार में अहम योगदान दिया। हालांकि, इस निर्णय को लेकर विवाद उठा, खासकर इंग्लैंड के खिलाड़ियों और पूर्व क्रिकेटरों ने इसे लेकर सवाल उठाए।

विवाद की शुरुआत: श्रीनाथ का निर्णय

कनकशन सब्सटीट्यूट के तहत, भारतीय टीम ने बैटिंग ऑलराउंडर शिवम दुबे के स्थान पर तेज गेंदबाज हर्षित राणा को उतारा। हालांकि, इस फैसले की अनुमति मैच के रेफरी और पूर्व भारतीय क्रिकेटर जवागल श्रीनाथ ने दी। श्रीनाथ के इस फैसले पर इंग्लैंड के क्रिकेटरों का गुस्सा फूटा। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलिस्टर कुक ने इसे पागलपंती करार दिया और कहा कि, "एक ऐसे खिलाड़ी को रिप्लेस किया गया, जिसे बल्लेबाजी में कोई अनुभव नहीं था और जो केवल सीम गेंदबाजी करता है।"

इसके अलावा, इंग्लैंड के अन्य दिग्गज खिलाड़ी, जैसे कि केविन पीटरसन और माइकल वॉन ने भी इस फैसले पर सवाल उठाए। वॉन ने इसे असंगत बताते हुए कहा, "एक बल्लेबाज को एक गेंदबाज से कैसे रिप्लेस किया जा सकता है?" इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर ने भी इस निर्णय पर नाराजगी जताते हुए कहा कि अगले मैच में वह 12 खिलाड़ियों के साथ मैदान पर उतरने का निर्णय ले सकते हैं।

जवागल श्रीनाथ: भारतीय क्रिकेट का एक सितारा

जवागल श्रीनाथ भारतीय क्रिकेट के दिग्गज तेज गेंदबाज रहे हैं। उन्होंने 1991 में भारतीय टीम के लिए डेब्यू किया और 12 साल तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला। श्रीनाथ ने 67 टेस्ट मैचों में 236 विकेट और 229 वनडे मैचों में 315 विकेट झटके। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद उन्होंने कमेंट्री की और फिर 2006 में आईसीसी ने उन्हें मैच रेफरी के रूप में नियुक्त किया। तब से वह इस भूमिका में कई अंतरराष्ट्रीय मैचों और टूर्नामेंट्स का हिस्सा बन चुके हैं।

कनकशन सब्सटीट्यूट: नियम क्या कहता है?

कनकशन सब्सटीट्यूट वह नियम है जो खिलाड़ियों को सिर में गंभीर चोट आने पर रिप्लेसमेंट की अनुमति देता है। यदि किसी खिलाड़ी को सिर में चोट लगती है और वह मानसिक स्थिति में खेल नहीं सकता, तो उसे रिप्लेस किया जा सकता है। इस मैच में शिवम दुबे को हेलमेट पर गेंद लगी थी और वह चक्कर आने की शिकायत कर रहे थे, जिसके बाद भारतीय टीम ने उनके स्थान पर हर्षित राणा को मैदान में उतारा।

कनकशन सब्सटीट्यूट के नियम के तहत, रिप्लेसमेंट को उसी प्रकार के खिलाड़ी से किया जाता है, जो चोटिल खिलाड़ी की भूमिका निभा सके। इस मामले में, हर्षित राणा को शिवम दुबे की जगह लिया गया, जो एक बैटिंग ऑलराउंडर थे, जबकि राणा एक तेज गेंदबाज हैं। मैच रेफरी श्रीनाथ ने इस रिप्लेसमेंट को मंजूरी दी, लेकिन इंग्लैंड के क्रिकेटरों ने इसे लेकर अपनी असहमति व्यक्त की।

निष्कर्ष

भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए इस चौथे टी20 मैच में जीत भारत के नाम रही, लेकिन कनकशन सब्सटीट्यूट के फैसले ने विवाद को जन्म दिया। इस फैसले को लेकर इंग्लैंड के दिग्गज क्रिकेटरों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी, जबकि भारतीय टीम ने इसे नियम के तहत सही ठहराया। इस विवाद से यह स्पष्ट है कि कनकशन सब्सटीट्यूट का नियम अभी भी क्रिकेट की दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है और इसके निष्पक्ष उपयोग पर सवाल उठते रहते हैं।