India-America Relations / 'इतने बेहतरीन संबंध भारत के साथ पहले कभी नहीं रहे', जानें अमेरिकी विदेश मंत्री ऐसा क्यों बोल गए

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय साझेदारी की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी पहले कभी इतनी गतिशील नहीं रही। ब्लिंकन ने कहा कि भारत और अमेरिका आज सेमीकंडक्टर से लेकर रक्षा सहयोग, हर क्षेत्र में एकजुट हैं। ब्लिंकन ने अपने संबोधन में क्वाड का भी जिक्र करते हुए कहा कि हमने भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के बीच साझेदारी को बढ़ाया गया है।

Vikrant Shekhawat : Sep 14, 2023, 08:20 AM
India-America Relations: अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय साझेदारी की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी पहले कभी इतनी गतिशील नहीं रही। ब्लिंकन ने कहा कि भारत और अमेरिका आज सेमीकंडक्टर से लेकर रक्षा सहयोग, हर क्षेत्र में एकजुट हैं। 

क्वाड और जी20 की चर्चा

ब्लिंकन ने अपने संबोधन में क्वाड का भी जिक्र करते हुए कहा कि हमने भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के बीच साझेदारी को बढ़ाया गया है। उन्होंने बताया कि सभी देश मिलकर समुद्री सुरक्षा से लेकर टीके के निर्माण और जलवायु सुरक्षा तक पर मिलकर काम कर रहे हैं। ब्लिंकन ने हाल ही में हुए जी20 सम्मेलन और इसमें लिए गए फैसलों की भी जमकर तारीफ की। 

आर्थिक कॉरिडोर की चर्चा

विदेश मंत्री ब्लिंकन ने जी20 सम्मेलन में पीएम मोदी, जो बाइडेन समेत कई अन्य नेताओं द्वारा भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक कॉरिडोर के घोषणा पर भी बात की। उन्होंने कहा कि सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, फ्रांस, जर्मनी, इटली व यूरोपीय संघ स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन, डिजिटल कनेक्टिविटी और पूरे क्षेत्र में महत्वपूर्ण आपूर्ति श्रृंखलाओं को मजबूत करने के लिए अमेरिका और भारत के साथ मिलकर काम करेंगे। उन्होंने इसे इन सभी देशों की एक महात्वाकांक्षी योजना बताया। उन्होंने कहा कि ये कॉरिडोर मानव प्रयास और महाद्वीपों में एकता का एक बड़ा प्रमाण है।

जानें आर्थिक कॉरिडोर के बारे में 

भारत की राजधानी नई दिल्ली में हुए जी20 शिखर सम्मेलन में  भारत, पश्चिमी एशिया और यूरोप के बीच एक आर्थिक कॉरिडोर स्थापित करने के लिए ऐतिहासिक शुरुआत की गई है। इससे न केवल सभी देश आपस में जुड़ेंगे बल्कि एशिया, पश्चिम एशिया और यूरोप के बीच आर्थिक सहयोग, ऊर्जा के विकास और डिजिटल कनेक्टिविटी को बल मिलेगा।