Bihar Political Crisis / नीतीश कुमार ने ली आठवीं बार सीएम पद की शपथ, तेजस्वी यादव बने डिप्टी सीएम

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आठवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है. इसके साथ ही आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली है. मंत्रीमंडल विस्तार को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है. वह सात दलों के गठबंधन का नेतृत्व करेंगे. इस गठबंधन को एक निर्दलीय का समर्थन प्राप्त है. महागठबंधन में जेडीयू, राजद, कांग्रेस, हम और वाम दल शामिल हैं.

Vikrant Shekhawat : Aug 10, 2022, 02:21 PM
Bihar Political Crisis: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आठवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है. इसके साथ ही आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली है. मंत्रीमंडल विस्तार को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है. वह सात दलों के गठबंधन का नेतृत्व करेंगे. इस गठबंधन को एक निर्दलीय का समर्थन प्राप्त है. महागठबंधन में जेडीयू, राजद, कांग्रेस, हम और वाम दल शामिल हैं.

शपथ ग्रहण में शामिल होने पहुंचा लालू यादव का परिवार

शपथ ग्रहण समारोह के लिए लालू यादव का परिवार राजभवन पहुंच गया है. इसमें राबड़ी देवी, तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव की पत्नी रेचल शामिल हैं. इस समारोह में किसी अन्य पार्टी या राज्य के बड़े नेताओं को नहीं बुलाया गया है. वहीं लालू यादव का दिल्ली में इलाज चल रहा है, इसलिए वे भी पटना नहीं पहुंच पाए हैं. थोड़ी देर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का शपथ ग्रहण होगा. 

बीजेपी ने शिकायत दूर करने में कसर नहीं छोड़ी- सुशील मोदी

सुशील मोदी ने कहा, ''बीजेपी ने शिकायत दूर करने के लिए कोई कसर नहीं की. दो-दो बार धर्मेंद्र प्रधान पटना आए और नीतीश जी से पूछा कि कोई दिक्कत तो नहीं है. सरकार गिरने से एक दिन पहले हमारी पार्टी के एक बड़े नेता ने दिल्ली से  फोन कर पूछा कि नीतीश सब ठीक हैं न? तो उन्होंने कहा - सब ठीक है. बाद में उन नेता ने पूछा कि ललन सिंह का बयान टीवी पर देखा. तो नीतीश जी ने उन्हें जवाब दिया कि आपकी पार्टी में गिरिराज हैं, उसी तरह ललन सिंह भी हैं. जदयू को तोड़ने की कोशिश हुई. यह गलत आरोप है. हमने किसी पार्टी को आजतक नहीं तोड़ा है. हमने नीतीश जी को पांच बार बिहार का सीएम बनाया.''

नीतीश कुमार के लोग उन्हें राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाना चाहते थे- सुशील मोदी

सुशील मोदी ने कहा, ''नीतीश कुमार के लोग बीजेपी नेताओं से मिलकर नीतीश कुमार राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाना चाहते थे. लेकिन बीजेपी के पास ख़ुद बहुमत था तो किसी और को कैसे बनाते.'' उन्होंने कहा कि यह झूठा प्रचार किया जाता है कि आरसीपी सिंह को बिना नीतीश कुमार की सहमति से केंद्र में मंत्री बना दिया गया. मैं आपसे स्पष्ट करना चाहूंगा कि जब 2019 में हमारी सरकार बनी उसमें शिवसेना के 19 MP और जेडीयू के केवल 16 MP तब पार्टी ने तय किया कि मंत्रिपरिषद में हर दल को 1-1 जगह दिया जाए. 

बहुमत साबित करने के लिए नीतीश के पास 14 दिन

शपथ ग्रहण के बाद सदन के फ्लोर पर बहुमत हासिल करने के लिए नीतीश कुमार को 14 दिन का वक्त मिला है. जानकारी के मुताबिक आज सिर्फ नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ही शपथ ग्रहण करेंगे. वहीं एनडीए छोड़ महागठबंधन के साथ जाने के खिलाफ बीजेपी 12 अगस्त को प्रदेश भर में विरोध प्रदर्शन करेगी.

बीजेपी अपने साथियों के साथ धोखाधड़ी नहीं करती- फडणवीस

महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने बिहार की सियासत पर बयान दिया है. फडणवीस ने कहा, ''बीजेपी अपने साथियों के साथ कभी धोखाधड़ी नहीं करती. शिवसेना ने हमारे पीठ में छुरा गोपा था इस लिए आज असली शिवसेना हमारे साथ है. शरद पवार का दुःख अलग है जब उन्होंने पार्टी तोड़ी थी. तब ठीक था उस वक्त क़ानून नहीं थे आज क़ानून है. एकनाथ शिंदे अपनी लड़ाई लड़ रहे है.''