Nagpur Violence / बड़ी खबर, नागपुर में हुई पत्थरबाजी का कश्मीर एंगल आया सामने, सूत्रों के हवाले से खबर

नागपुर में हुए पथराव को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। महाराष्ट्र गृह विभाग के अनुसार, इस घटना का पैटर्न ‘कश्मीर स्टोन पेल्टिंग’ जैसा दिख रहा है। महज चार घंटे में भीड़ को संगठित करना, पुलिस को टारगेट करना जैसी समानताएं पाई गई हैं। इस दंगे की प्राथमिक रिपोर्ट केंद्रीय गृह विभाग को भेजी जाएगी। सुरक्षा को लेकर आज शाम समीक्षा बैठक होगी

Nagpur Violence: महाराष्ट्र के नागपुर में हाल ही में हुए दंगे को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। महाराष्ट्र गृह विभाग के सूत्रों के अनुसार, नागपुर में हुई पत्थरबाजी का पैटर्न काफी हद तक कश्मीर में होने वाली 'स्टोन पेल्टिंग' से मिलता-जुलता है। इस दृष्टिकोण से भी मामले की जांच की जा रही है।

कश्मीर स्टोन पेल्टिंग से समानताएं

  • केवल चार घंटे के भीतर भीड़ को इकट्ठा करना और उन्हें हमले के लिए उकसाना।

  • हमले के लिए आसपास के पत्थरों का इस्तेमाल करना।

  • पुलिस बल को मुख्य रूप से निशाना बनाना।

इन पहलुओं को ध्यान में रखते हुए प्रशासन इस मामले की गहराई से जांच कर रहा है।

जांच और सुरक्षा उपाय

इस दंगे की प्राथमिक जांच रिपोर्ट को जल्द ही केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजा जाएगा। इसके अलावा, आज शाम को नागपुर में सुरक्षा उपायों की समीक्षा के लिए एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक में यह निर्णय लिया जाएगा कि कर्फ्यू को जारी रखा जाए या हटाया जाए।

महिला पुलिसकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार

इस घटना के दौरान चिटनिस पार्क से सीए रोड पर प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों के साथ बदसलूकी की। विशेष रूप से महिला पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया गया। एक महिला पुलिस कर्मचारी की शिकायत के अनुसार,

  • अंधेरे का फायदा उठाकर भीड़ ने उनसे छेड़छाड़ करने की कोशिश की।

  • कुछ असामाजिक तत्वों ने उनकी वर्दी खींचने और उनके शरीर को छूने की कोशिश की।

  • अन्य महिला पुलिसकर्मियों के साथ भी दुर्व्यवहार किया गया और उन्हें अश्लील इशारे व टिप्पणियां की गईं।

इस शर्मनाक घटना के खिलाफ गणेश पेठ पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है और आरोपियों की पहचान करने की प्रक्रिया जारी है।

आगे की कार्रवाई

प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। पुलिस सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए अतिरिक्त बलों की तैनाती पर भी विचार किया जा रहा है।

नागपुर में इस तरह की घटनाएं चिंता का विषय हैं और प्रशासन इसे रोकने के लिए ठोस कदम उठा रहा है। नागरिकों से भी अपील की जा रही है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें।