- भारत,
- 03-Mar-2025 09:20 PM IST
Share Market Crash: कोविड के बाद शेयर बाजार में तेजी आई थी, और स्मॉल व मिडकैप शेयरों ने निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दिया। लेकिन अब, जब बाजार संघर्ष कर रहा है, ये वही शेयर निवेशकों के लिए भारी नुकसान का कारण बन रहे हैं। फरवरी 2024 में बाजार ने 28 साल की सबसे बड़ी गिरावट देखी, जिससे निवेशकों में घबराहट बढ़ गई।
गिरावट के पीछे कारण
मार्च 2020 के बाद फरवरी 2024 में स्मॉल और मिडकैप शेयरों में सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई। बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स 14% और निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 10.8% गिरा। इसके पीछे मुख्य वजह पैनिक सेलिंग और वैश्विक बाजारों में अस्थिरता है।
क्या कहता है डेटा?
- बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स के 938 स्टॉक्स में से 321 स्टॉक 20% से अधिक टूटे।
- निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स अपने नए निचले स्तर पर पहुंच गया।
- वैश्विक अनिश्चितता और लिक्विडिटी की कमी ने बाजार पर दबाव बढ़ा दिया।
अब आगे क्या?
विशेषज्ञों के मुताबिक, स्मॉल और मिडकैप शेयर अक्सर अधिक उतार-चढ़ाव का सामना करते हैं। कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के प्रतीक गुप्ता का कहना है कि इस सेगमेंट में कई बार ओवरवैल्यूएशन देखा जाता है, जिससे करेक्शन की संभावना बढ़ जाती है।
आईसीआईसीआई डायरेक्ट के धर्मेश शाह के अनुसार, ऐतिहासिक रूप से स्मॉल और मिडकैप सेगमेंट में करेक्शन 25-30% तक होता रहा है, जिसके बाद बाजार रिकवरी करता है। उनका मानना है कि बाजार अपने बॉटम के करीब है और निवेशकों को घबराने की बजाय अच्छे क्वालिटी वाले शेयर होल्ड करने चाहिए।
निवेशकों के लिए रणनीति
- घबराकर न बेचें: बाजार में गिरावट एक सामान्य प्रक्रिया है, धैर्य रखना जरूरी है।
- क्वालिटी स्टॉक्स चुनें: मजबूत फंडामेंटल वाली कंपनियों में निवेश करें।
- दीर्घकालिक दृष्टिकोण रखें: ऐतिहासिक रूप से बाजार करेक्शन के बाद उभरता है, इसलिए निवेश जारी रखें।
विशेषज्ञों का मानना है कि अगले 3 महीनों में बाजार रिकवरी कर सकता है, लेकिन सतर्कता जरूरी है।
Disclaimer: शेयर बाजार में निवेश करना जोखिम के अधीन होता है. ऐसे में आप निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार के साथ विचार-विमर्श अवश्य करें.