उत्तर कोरिया / केवल किम जोंग उन ही नहीं, उत्तर कोरिया के कई नेता-अधिकारी भी हुए हैं अचानक गायब

उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन पिछले दो हफ्ते से कहीं दिखाई नहीं दे रहे हैं जिससे कई तरह की अटकलें लगनी शुरू हो गई है। पहले खबर आई की वह गंभीर रूप से बीमार हैं, फिर चीन ने उनके स्वास्थ्य पर सलाह देने के लिए अपने विशेषज्ञों, डॉक्टरों की एक टीम भेजी और अब दक्षिण कोरिया के हवाले से कहा गया है कि वह पूरी तरह से स्वस्थ और जिंदा हैं।

AMAR UJALA : Apr 29, 2020, 03:04 PM
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन पिछले दो हफ्ते से कहीं दिखाई नहीं दे रहे हैं जिससे कई तरह की अटकलें लगनी शुरू हो गई है। पहले खबर आई की वह गंभीर रूप से बीमार हैं, फिर चीन ने उनके स्वास्थ्य पर सलाह देने के लिए अपने विशेषज्ञों, डॉक्टरों की एक टीम भेजी और अब दक्षिण कोरिया के हवाले से कहा गया है कि वह पूरी तरह से स्वस्थ और जिंदा हैं। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब उत्तर कोरिया का कोई नेता इस तरह से लोगों की नजरों से गायब हुआ हो। आइए आपको दुनिया से कटे हुए इस देश के उन अधिकारियों और नेताओं के बारे में बताते हैं जिन्हें लेकर कई तरह की अफवाहें उड़ी थीं।

किम इल सुंग 1994 में मौत से पहले दक्षिण कोरिया के लोगों को उनसे सबसे ज्यादा डर और नफरत थी। उत्तर कोरिया के संस्थापक की सेनाओं ने जून 1950 में दक्षिण कोरिया पर अचानक हमला किया था। जिससे एक विनाशकारी युद्ध शुरू हो गया जो अमेरिका और चीन के हस्तक्षेप से रुका। युद्ध के तीन साल बाद लड़ाई लड़ने वाले लाखों लोगों को मार दिया गया।

उन्होंने 1968 में दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति की हत्या के असफल प्रयास के लिए कमांडो भेजे और 1983 में म्यांमार के राष्ट्रपति की यात्रा के दौरान बम लगाए जिसमें दक्षिण कोरिया के कैबिनेट मंत्रियों सहित 21 लोगों की मौत हो गई। 1986 में दक्षिण कोरिया के अखबार ने जब उनकी मौत के बारे में बताया तो लोगों ने कुछ घंटों के लिए राहत की सांस ली लेकिन उन्हें सीमा पर अस्थिरता का डर भी सताने लगा।

एक बार दक्षिण कोरिया के अखबार चोसुन ने अपने टोक्यो संवाददाता के हवाले से खबर प्रकाशित की कि किम 2 सुंग की मौत हो चुकी है। इसके बाद कई अखबारों ने इस तरह की खबरें प्रकाशित की लेकिन कुछ समय बाद ही सुंग को देश की राजधानी प्योंगयांग में जिंदा और मंगोलियन प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए देखा गया। इसके लिए अखबार को बाद में माफी मांगनी पड़ी थी।

ह्योन सोंग वोल

चोसुन ने 2013 की एक रिपोर्ट को लेकर भी माफी मांगी जिसमें कहा गया था कि उत्तर कोरियाई गायक और वरिष्ठ सत्तारूढ़ पार्टी की सदस्य ह्योन सोंग वोल को मार दिया गया है। मई 2014 में ह्योन लोगों के सामने आईं और अब उन्हें उत्तर कोरिया की सबसे शक्तिशाली महिला माना जाता है। वे किम जोंग उन के साथ कई अंतरराष्ट्रीय शिखर सम्मेलन में शामिल हुई हैं।

किम जोंग इल

किम जोंग उन के पिता किम जोंग इल के निधन को लेकर कई तरह की अफवाहें और रिपोर्ट्स आईं। 2004 में चीन से सटी सीमा पर उत्तर कोरियाई ट्रेन स्टेशन पर हुए विस्फोट की खबर आई थी। जिसने उनकी हत्या के प्रयास की अफवाहों को जन्म दिया क्योंकि इल बीजिंग से वापस लौटते हुए इसी रास्ते से गुजरे थे। दो ईंधन ले जा रही ट्रेनों के टकराव से कई हजार लोगों की मौत हुई थी। हालांकि इस रास्ते से उऩकी यात्रा की कभी पुष्टि नहीं हुई।

2008 में किम जोंग 2 की स्ट्रोक से मौत की खबर सामने आई। जिसकी कभी कोई पुष्टि नहीं हो पाई। दिसंबर 2011 में खराब होती सेहत और सार्वजनिक कार्यक्रमों से दूरी के बाद जब किम जोंग 2 की मौत हुई तो बाहरी दुनिया को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी। हालांकि दो दिन बाद उत्तर कोरिया की मीडिया ने इसकी घोषणा की।

किम क्योंग हुई

किम जोंग 2 की एक समय काफी शक्तिशाली रही बहन किम क्योंग हुई की मौत को लेकर भी कई तरह की अफवाहें उड़ी। 2015 में सीएनएन ने उत्तर कोरिया से भागे एक शख्स के हवाले से बताया कि किम जोंग उन ने जहर देकर उनकी हत्या कर दी है। लगभग छह साल बाद 73 वर्षीय एक संगीत कार्यक्रम के दौरान अपने भतीजे के पास बैठी हुई नजर आईं।

री योंग गिल

2016 में दक्षिण कोरियाई मीडिया ने खुफिया अधिकारियों के हवाले से कहा कि किम ने भ्रष्टाचार और अन्य आरोपों को लेकर पूर्व सैन्य प्रमुख को मार दिया। लेकिन कुछ महीनों बाद ही उत्तर कोरिया मीडिया ने बताया कि री योंग गिल जिंदा हैं और कई बड़े पदों पर अपनी सेवा दे रहे हैं।

किम जोंग उन

किम जोंग उन के बारे में पिछले कुछ हफ्तों से कहा जा रहा है कि वह दिल की सर्जरी के बाद गंभीर रूप से बीमार हैं या पूरी तरह से ठीक हैं। यह सर्जरी हुई है या नहीं इसकी पुष्ट जानकारी नहीं है। 2014 में किम लगभग छह हफ्तों तक लोगों की नजरों से दूर थे। तब दक्षिण कोरिया की जासूस एजेंसी ने कहा था कि उनके घुटने से सिस्ट निकाला गया है।

किम जोंग को आखिरी बार 11 अप्रैल, 2020 को देखा गया था। जब उन्होंने कोरोना वायरस की रोकथाम पर एक सत्तारूढ़ पार्टी की बैठक की अध्यक्षता की। वह 2011 में सत्ता संभालने के बाद पहली बार 15 अप्रैल को अपने दादा के जन्मोत्सव कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। जिसके बाद से उन्हें लेकर तमाम अफवाहें शुरू हो गईं।