News18 : Sep 16, 2020, 07:29 AM
नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियत्रंण रेखा (LAC) पर जारी तनाव के बीच चीन की हाईब्रिड वॉरफेयर (Hybrid Warfare) की तैयारी को लेकर अंग्रेजी अखबार 'इंडियन एक्सप्रेस' अपनी इंवेस्टिगेटिव रिपोर्टिंग में हर दिन चौंकाने वाले खुलासे कर रहा है। अखबार की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की अर्थव्यवस्था (Indian Economy) और संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों की निगरानी के साथ ही चीन के निशाने पर अब 6000 आर्थिक अपराधी हैं। चीन आईपीएल में सट्टेबाजी करने वाले और यहां तक की छोटी चोरियां करने वाले चोरों की भी जासूसी कर रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक अगस्ता वेस्टलैंड रिश्वत मामले के आरोपियों अंगूठी या मोबाइल चुराने वाले किशोर अपराधी भी चीन की निगरानी में हैं।
इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित बुधवार की रिपोर्ट में बताया गया कि चीन की सेना और खुफिया एजेंसी से जुड़ी कंपनी झेन्हुआ डेटा इंफॉर्मेशन टेक्नॉलजी कंपनी लिमिटेड ने ओवरसीज की इंडिविजुअल डेटाबेस (OKIDB) तैयार की है। चीन की निगरानी लिस्ट में चेन स्नेचर, मोबाइल चुराने वाले, आंतकी, ड्रग्स पेडलर, सोने-चांदी, मादक पदार्थों और जानवरों की तस्करी करने वाले अपराधी तक शामिल हैं।सत्यम ग्रुप के चेयरमैन का भी चुरा रहा है डेटा
झेन्हुआ डेटा इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के ओवरसीज की इंडिविजुअल डेटाबेस (ओकेआईडीबी) में लॉग-इन की गई हाई-प्रोफाइल एंट्रीज में सत्यम ग्रुप के चेयरमैन रामालिंगा राजू के दोस्तों और रिश्तेदारों द्वारा स्थापित 19 कंपनियों के खिलाफ आयकर चोरी के मामले हैं। इसके साथ ही झारखंड का चारा घोटाले, मध्य प्रदेश का व्यापमं घोटाले की एंट्रीज भी इसमें शामिल की गई हैं।
वित्तीय अपराधियों पर चीन की नजररिपोर्ट के मुताबिक, चीन की इस लिस्ट में बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति व विनिमय बोर्ड (SEBI) द्वारा विभिन्न कारणों से प्रतिबंधित किए गए 500 से अधिक संस्थाओं के नाम भी हैं। यहां तक की चलन से बाहर कर दिए गए नोटों का लेनदेन करने वालों की भी चीन निगरानी कर रहा है। चीन की हाईब्रिड वॉर की तैयारी अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उसने निगरानी के लिए अंगूठी या पर्स चुराने वाले मामूली चोर तक को नहीं छोड़ा।
इन लोगों का चुराया जा रहा है रियल टाइम डेटाइस लिस्ट में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा, जिनकी स्काई लाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड (अब एलएलपी) की प्रवर्तन निदेशालय द्वारा जांच की जा रही है; कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी, जिन पर अपने रिश्तेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए अवैध रूप से प्राइम प्लॉट की घोषणा करने का आरोप था; और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा, जिन्हें मनी लॉन्ड्रिंग मामले में रेड कॉर्नर नोटिस भेजा गया है।।। ऐसे कई हाई प्रोफाइल वित्तीय अपराधियों का नाम शामिल है। चीन इन सभी का रियल टाइम डेटा चुरा रहा है।
100 से ज्यादा आंतकी मामलों का भी डेटा मेंटेन कर रहा है चीनचीन की इस क्राइम लिस्ट में 100 से अधिक आंतक के मामले हैं। इनमें भगोड़े दाऊद इब्राहिम, टाइगर मेमन, 2014 बर्दवान विस्फोट मामले में NIA द्वारा बांग्लादेश (JMB) के जमात-उल-मुजाहिदीन के सदस्यों की जांच; अपहरण, हत्या, लूट, आगजनी और जबरन वसूली के 28 मामले, 2013 में छत्तीसगढ़ में पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) के संचालकों की गिरफ्तारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (सोंगबीजित) के उग्रवादियों को 2015 में भारी हथियारों के साथ गिरफ्तार करने के मामले शामिल हैं।
आईपीएल में सट्टेबाजी भी चीन की निगरानी मेंइसी तरह चीन की नजर आईपीएल मैचों में होने वाली सट्टेबाजी पर भी है। रिपोर्ट के मुताबिक, चीन इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) और 2015 क्रिकेट विश्व कप में सट्टेबाजी और स्पॉट फिक्सिंग के 40 से अधिक सट्टेबाजों का रिकॉर्ड मेंटेन कर रहा है। चीनी मोबाइल फोन निर्माता वीवो ने 2018 में आईपीएल के लिए पांच साल के लिए 2,199 करोड़ रुपये में टाइटल स्पॉन्सरशिप हासिल किया था। हालांकि, सीमा पर चल रहे घुसपैठ की घटनाओं के बाद पिछले महीने भारत सरकार ने वीवो का कॉन्ट्रैक्ट खत्म कर दिया। अब आईपीएल की स्पॉन्सरशिप स्पोर्ट्स गेमिंग फर्म ड्रीम 11 के पास है। वैसे ड्रीम 11 भी चीनी टेक कंपनी Tencent के स्वामित्व मे है।
दूसरी रिपोर्ट में क्या खुलासा हुआ था?इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी इंवेस्टिगेटिव रिपोर्टिंग की दूसरी कड़ी में भारतीय अर्थव्यवस्था पर चीन की नजर का खुलासा हुआ था। चीन की निगरानी लिस्ट में इंडियन रेलवे में इंटर्नशिप कर रहे इंजीनियरिंग स्टूडेंट से लेकर अजीम प्रेमजी की वेंचर कंपनी के चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफिसर तक शामिल हैं। इतना ही नहीं चीन देश के स्टार्टअप्स और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म और भारत में स्थित विदेशी निवेशक और उनके संस्थापक और मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारियों की भी निगरानी कर रहा है।
भारत में VIPs की भी जासूसी कर रहा है चीनबता दें कि इससे पहले सोमवार को इंडियन एक्सप्रेस ने खुलासा किया था कि चीन भारत में बड़े संवेधानिक पदों पर बैठे राजनेताओं और सामरिक पदों पर बैठे अधिकारियों की जासूसी कर रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पांच पूर्व प्रधानमंत्रियों, पूर्व और वर्तमान के 40 मुख्यमंत्रियों, 350 सांसद, कानून निर्माता, विधायक, मेयर, सरपंच और सेना से जुड़े समेत करीब 1350 लोगों का रियल टाइम डेटा चुरा रहा है।क्या कहते हैं एक्सपर्ट?कई भारतीय सरकारी एजेंसियों के साथ काम कर चुके एक साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ ने बताया, 'हम एक क्राइम मैप को देख रहे हैं, जो एक खुले लोकतांत्रिक प्रणाली में दोष प्रणाली को चिह्नित करता है। इसमें से अधिकांश में कोई खतरे वाली बात नहीं है, लेकिन ओपन-सोर्स इंटेलिजेंस के लिए एक बड़े पैमाने पर डेटा एनालिटिक फ्रेमवर्क की जरूरत है। अभी तक की आई लिस्ट में कई नाम चौंकाने वाले हैं। साफ है कि चीन एक अलग लेवल के हाईब्रिड वॉर की तैयारी में है। लिहाजा भारतीय खुफिया एजेंसियों को पहले से और ज्यादा अलर्ट रहने की जरूरत है।'
इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित बुधवार की रिपोर्ट में बताया गया कि चीन की सेना और खुफिया एजेंसी से जुड़ी कंपनी झेन्हुआ डेटा इंफॉर्मेशन टेक्नॉलजी कंपनी लिमिटेड ने ओवरसीज की इंडिविजुअल डेटाबेस (OKIDB) तैयार की है। चीन की निगरानी लिस्ट में चेन स्नेचर, मोबाइल चुराने वाले, आंतकी, ड्रग्स पेडलर, सोने-चांदी, मादक पदार्थों और जानवरों की तस्करी करने वाले अपराधी तक शामिल हैं।सत्यम ग्रुप के चेयरमैन का भी चुरा रहा है डेटा
झेन्हुआ डेटा इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के ओवरसीज की इंडिविजुअल डेटाबेस (ओकेआईडीबी) में लॉग-इन की गई हाई-प्रोफाइल एंट्रीज में सत्यम ग्रुप के चेयरमैन रामालिंगा राजू के दोस्तों और रिश्तेदारों द्वारा स्थापित 19 कंपनियों के खिलाफ आयकर चोरी के मामले हैं। इसके साथ ही झारखंड का चारा घोटाले, मध्य प्रदेश का व्यापमं घोटाले की एंट्रीज भी इसमें शामिल की गई हैं।
वित्तीय अपराधियों पर चीन की नजररिपोर्ट के मुताबिक, चीन की इस लिस्ट में बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति व विनिमय बोर्ड (SEBI) द्वारा विभिन्न कारणों से प्रतिबंधित किए गए 500 से अधिक संस्थाओं के नाम भी हैं। यहां तक की चलन से बाहर कर दिए गए नोटों का लेनदेन करने वालों की भी चीन निगरानी कर रहा है। चीन की हाईब्रिड वॉर की तैयारी अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उसने निगरानी के लिए अंगूठी या पर्स चुराने वाले मामूली चोर तक को नहीं छोड़ा।
इन लोगों का चुराया जा रहा है रियल टाइम डेटाइस लिस्ट में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा, जिनकी स्काई लाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड (अब एलएलपी) की प्रवर्तन निदेशालय द्वारा जांच की जा रही है; कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी, जिन पर अपने रिश्तेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए अवैध रूप से प्राइम प्लॉट की घोषणा करने का आरोप था; और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा, जिन्हें मनी लॉन्ड्रिंग मामले में रेड कॉर्नर नोटिस भेजा गया है।।। ऐसे कई हाई प्रोफाइल वित्तीय अपराधियों का नाम शामिल है। चीन इन सभी का रियल टाइम डेटा चुरा रहा है।
100 से ज्यादा आंतकी मामलों का भी डेटा मेंटेन कर रहा है चीनचीन की इस क्राइम लिस्ट में 100 से अधिक आंतक के मामले हैं। इनमें भगोड़े दाऊद इब्राहिम, टाइगर मेमन, 2014 बर्दवान विस्फोट मामले में NIA द्वारा बांग्लादेश (JMB) के जमात-उल-मुजाहिदीन के सदस्यों की जांच; अपहरण, हत्या, लूट, आगजनी और जबरन वसूली के 28 मामले, 2013 में छत्तीसगढ़ में पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) के संचालकों की गिरफ्तारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (सोंगबीजित) के उग्रवादियों को 2015 में भारी हथियारों के साथ गिरफ्तार करने के मामले शामिल हैं।
आईपीएल में सट्टेबाजी भी चीन की निगरानी मेंइसी तरह चीन की नजर आईपीएल मैचों में होने वाली सट्टेबाजी पर भी है। रिपोर्ट के मुताबिक, चीन इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) और 2015 क्रिकेट विश्व कप में सट्टेबाजी और स्पॉट फिक्सिंग के 40 से अधिक सट्टेबाजों का रिकॉर्ड मेंटेन कर रहा है। चीनी मोबाइल फोन निर्माता वीवो ने 2018 में आईपीएल के लिए पांच साल के लिए 2,199 करोड़ रुपये में टाइटल स्पॉन्सरशिप हासिल किया था। हालांकि, सीमा पर चल रहे घुसपैठ की घटनाओं के बाद पिछले महीने भारत सरकार ने वीवो का कॉन्ट्रैक्ट खत्म कर दिया। अब आईपीएल की स्पॉन्सरशिप स्पोर्ट्स गेमिंग फर्म ड्रीम 11 के पास है। वैसे ड्रीम 11 भी चीनी टेक कंपनी Tencent के स्वामित्व मे है।
दूसरी रिपोर्ट में क्या खुलासा हुआ था?इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी इंवेस्टिगेटिव रिपोर्टिंग की दूसरी कड़ी में भारतीय अर्थव्यवस्था पर चीन की नजर का खुलासा हुआ था। चीन की निगरानी लिस्ट में इंडियन रेलवे में इंटर्नशिप कर रहे इंजीनियरिंग स्टूडेंट से लेकर अजीम प्रेमजी की वेंचर कंपनी के चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफिसर तक शामिल हैं। इतना ही नहीं चीन देश के स्टार्टअप्स और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म और भारत में स्थित विदेशी निवेशक और उनके संस्थापक और मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारियों की भी निगरानी कर रहा है।
भारत में VIPs की भी जासूसी कर रहा है चीनबता दें कि इससे पहले सोमवार को इंडियन एक्सप्रेस ने खुलासा किया था कि चीन भारत में बड़े संवेधानिक पदों पर बैठे राजनेताओं और सामरिक पदों पर बैठे अधिकारियों की जासूसी कर रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पांच पूर्व प्रधानमंत्रियों, पूर्व और वर्तमान के 40 मुख्यमंत्रियों, 350 सांसद, कानून निर्माता, विधायक, मेयर, सरपंच और सेना से जुड़े समेत करीब 1350 लोगों का रियल टाइम डेटा चुरा रहा है।क्या कहते हैं एक्सपर्ट?कई भारतीय सरकारी एजेंसियों के साथ काम कर चुके एक साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ ने बताया, 'हम एक क्राइम मैप को देख रहे हैं, जो एक खुले लोकतांत्रिक प्रणाली में दोष प्रणाली को चिह्नित करता है। इसमें से अधिकांश में कोई खतरे वाली बात नहीं है, लेकिन ओपन-सोर्स इंटेलिजेंस के लिए एक बड़े पैमाने पर डेटा एनालिटिक फ्रेमवर्क की जरूरत है। अभी तक की आई लिस्ट में कई नाम चौंकाने वाले हैं। साफ है कि चीन एक अलग लेवल के हाईब्रिड वॉर की तैयारी में है। लिहाजा भारतीय खुफिया एजेंसियों को पहले से और ज्यादा अलर्ट रहने की जरूरत है।'