Vikrant Shekhawat : Jun 02, 2021, 06:53 AM
नई दिल्ली। सीबीएसई (CBSE) के 12वीं की बोर्ड (Board) परीक्षा (Exam) रद्द (cancellation) होने के बाद स्टूडेंट और पैरेंट को अब यह चिंता लग रही है कि रिजल्ट किस आधार पर बनेगा। प्री बोर्ड, क्लासेज के रिजल्ट, असेसमेंट या और कोई तरीका होगा। अगर प्री बोर्ड के आधार पर रिजल्ट बनेगा, तो परसेंटेज कम आ सकते हैं, क्योंकि प्री बोर्ड में स्कूल टाइट मार्किंग करते हैं, जिससे स्टूडेंट और पढ़ाई करे। इस संबंध में शिक्षाविद बताते हैं कि किसी एक पैरामीटर के आधार पर सीबीएसई रिजल्ट तैयार नहीं करेगा, इसके लिए 3 से 4 पैरामीटर लिए जा सकते हैं।
शिक्षाविद् और एल्कॉन ग्रुप ऑफ स्कूल के डायरेक्टर अशोक पांडेय बताते हैं कि सरकार का यह फैसला स्वागत योग्य है। स्टूडेंट और पैरेंट की असमंजस्य की स्थितियां खत्म हो गई हैं। फैसला स्टूडेंट और पैरेंट को इमोशनल ट्रामा से बाहर लाने में मदद करेगा। अब यह चर्चा बेकार है कि इससे बच्चों का भविष्य खराब हो जाएगा। यह भ्रांति नहीं फैलानी चाहिए। केन्द्र आधारित परीक्षा रद्द हुई है लेकिन रिजल्ट कैसे बनेगा, इस पर सीबीएसई को थोड़ा समय देना चाहिए, जिससे वो एक्सपर्ट की राय लेकर इस पर निर्णय ले सके।संभावना है कि 3 से 4 पैरामीटर के आधार पर रिजल्ट तैयार किया जाएगा। कोई भी एक असेसमेंट को 100 फीसदी रिजल्ट का आधार नहीं बनाया जाएगा, उसका एक वेटेज हो सकता है, 10 फीसदी या 15 फीसदी। इसके लिए प्री बोर्ड जैसे इंटरनल असेसमेंट को शामिल किया जा सकता है, जरूरी नहीं है कि सबसे कम वाला परसेंटेज लिया जाए, हो सकता है कि सबसे अधिक परसेंटेंज लिया जाए। स्कूल में बोर्ड के नाम पर एक या दो असेसमेंट हुए हैं, चाहे वो प्रोजेक्ट के नाम पर हुआ हो या प्रेक्टिकल के नाम पर, एक पैरामीटर यह भी शामिल होने की संभावना है।इसके अलावा पिछले तीन साल का स्टूडेंट के परफार्मेंस को भी लिया जा सकता है। यह भी हो सकता है कि बच्चों के लिए एक शॉर्ट असेसमेंट करा दिया जाए। बोर्ड के लिए स्टूडेंट्स को बुलाना मुश्किल है, लेकिन इस तरह का ऑनलाइन असेसमेंट संभव है। इस तरह 3 या 4 असेसमेंट के आधार पर रिजल्ट तैयार कराया जा सकता है। वहीं, विद्या बाल भवन के चेयरमैन डा। सतवीर शर्मा बताते हैं कि रिजल्ट के लिए प्री बोर्ड के नंबर शामिल किए जाना तो तय है, इसके अलावा इंटरनल असेसमेंट के आधार पर भी रिजल्ट तैयार हो सकता है।
शिक्षाविद् और एल्कॉन ग्रुप ऑफ स्कूल के डायरेक्टर अशोक पांडेय बताते हैं कि सरकार का यह फैसला स्वागत योग्य है। स्टूडेंट और पैरेंट की असमंजस्य की स्थितियां खत्म हो गई हैं। फैसला स्टूडेंट और पैरेंट को इमोशनल ट्रामा से बाहर लाने में मदद करेगा। अब यह चर्चा बेकार है कि इससे बच्चों का भविष्य खराब हो जाएगा। यह भ्रांति नहीं फैलानी चाहिए। केन्द्र आधारित परीक्षा रद्द हुई है लेकिन रिजल्ट कैसे बनेगा, इस पर सीबीएसई को थोड़ा समय देना चाहिए, जिससे वो एक्सपर्ट की राय लेकर इस पर निर्णय ले सके।संभावना है कि 3 से 4 पैरामीटर के आधार पर रिजल्ट तैयार किया जाएगा। कोई भी एक असेसमेंट को 100 फीसदी रिजल्ट का आधार नहीं बनाया जाएगा, उसका एक वेटेज हो सकता है, 10 फीसदी या 15 फीसदी। इसके लिए प्री बोर्ड जैसे इंटरनल असेसमेंट को शामिल किया जा सकता है, जरूरी नहीं है कि सबसे कम वाला परसेंटेज लिया जाए, हो सकता है कि सबसे अधिक परसेंटेंज लिया जाए। स्कूल में बोर्ड के नाम पर एक या दो असेसमेंट हुए हैं, चाहे वो प्रोजेक्ट के नाम पर हुआ हो या प्रेक्टिकल के नाम पर, एक पैरामीटर यह भी शामिल होने की संभावना है।इसके अलावा पिछले तीन साल का स्टूडेंट के परफार्मेंस को भी लिया जा सकता है। यह भी हो सकता है कि बच्चों के लिए एक शॉर्ट असेसमेंट करा दिया जाए। बोर्ड के लिए स्टूडेंट्स को बुलाना मुश्किल है, लेकिन इस तरह का ऑनलाइन असेसमेंट संभव है। इस तरह 3 या 4 असेसमेंट के आधार पर रिजल्ट तैयार कराया जा सकता है। वहीं, विद्या बाल भवन के चेयरमैन डा। सतवीर शर्मा बताते हैं कि रिजल्ट के लिए प्री बोर्ड के नंबर शामिल किए जाना तो तय है, इसके अलावा इंटरनल असेसमेंट के आधार पर भी रिजल्ट तैयार हो सकता है।