Vikrant Shekhawat : Apr 06, 2022, 09:58 AM
कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय के तहत आने वाले भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने ऑनलाइन खाना मुहैया कराने वाले जोमैटो और स्विगी के खिलाफ जांच का आदेश दिया है। सांविधानिक संस्था सीसीआई ने यह आदेश भारतीय राष्ट्रीय रेस्तरां संघ (एनआरएआई) की पिछले साल की सूचना के आधार पर दिया है। रेस्तरां संघ ने इस जांच के सकारात्मक परिणाम आने की उम्मीद जताते हुए कहा है कि इस आदेश से देश के बाकी रेस्तरां को समान अवसर मिलेगा। इस मामले में आयोग की जांच शाखा 60 दिन में अपनी रिपोर्ट देगी।प्रतिस्पर्धा आयोग ने रेस्तरां के साझेदारों जोमैटो और स्विगी के खिलाफ तटस्थता, कथित अनुचित कीमत लेने और अन्य मुद्दों पर जांच शुरू की है। एनआरएआई ने एक बयान जारी कर कहा है कि वह जांच के आदेश से बेहद खुश है। उसने कहा कि सीसीआई ने हमारी जानकारी को सही माना है, जिसमें रेस्तरां उद्योग की चिंता को उचित मानते हुए उस पर कार्रवाई की है। प्रतिस्पर्धा आयोग का कहना है कि एनआरएआई इस खानपान समूह और संबद्ध सरकारी एजेंसियों के साथ मिलकर पिछले कुछ सालों से काम कर रहा है, ताकि इस उद्योग की समस्या को दूर किया जा सके। इसकी समस्या कोरोना महामारी के दौरान काफी बढ़ गई थी, जब रेस्तरां और बड़े पैमाने पर व्यावसायिक रसोइयों के सामने अस्तित्व का संकट खड़ा हो गया था और जोमैटो और स्विगी जैसे साझेदारों पर उनकी निर्भरता बढ़ गई थी।इस मामले में जोमैटो का कहना है कि प्रतिस्पर्धा आयोग ने प्रथम दृष्टया कमीशन लेने की हमारी स्वतंत्रता या सेवाओं में कोई कमी नहीं माना है। आयोग रेस्तरां साझेदारों के शेयर बाजार में तरजीही सूचीबद्धता और कीमत समानता जैसे मामलों की जांच करना चाहता है। हम आयोग को जांच में पूरी मदद करेंगे।जोमैटो का शेयर 3 फीसदी गिराजोमैटो के खिलाफ कथित अनुचित कारोबारी आचरण के खिलाफ सीसीआई की जांच के आदेश देने के बाद मंगलवार को कंपनी का शेयर तीन फीसदी गिर गया। प्रतिस्पर्धा आयोग ने सोमवार को इस मामले में विस्तृत जांच के आदेश दिए थे।Competition Commission of India : Order for investigation against Swiggy Zomato, report to be given in 60 days, received many complaints including taking unreasonable price