Vikrant Shekhawat : Jan 23, 2021, 02:46 PM
India-Pakistan: बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) को शनिवार को जम्मू-कश्मीर में एक और अंडर ग्राउंड सुरंग का पता चला है। 150 मीटर लंबी इस सुरंग का इस्तेमाल पाकिस्तान भारत में आतंकवादियों को भेजने के लिए करता था। बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह जवानों द्वारा पिछले दस दिनों में जम्मू-कश्मीर में ढूंढी गई दूसरी सुरंग है। पिछले साल भी एक सुरंग का पता चल चुका है। कठुआ जिले के पनसार में बीएसएफ की चौकी के पास बॉर्डर पोस्ट नंबर 14 और 15 के बीच 30 फीट गहरी यह सुरंग है। बाड़ के दूसरी तरफ शकरगढ़ जिले में अभियाल डोगरा और किंगरे-डी-कोठे की पाकिस्तानी सीमा चौकी स्थित है।पाकिस्तान का शकरगढ़, जोकि बाड़ के पार का इलाका है, वह जैश-ए-मोहम्मद के ऑपरेशनल कमांडर कासिम जान की देखरेख में चलने वाले आतंकी ट्रेनिंग फैसिलिटी की जगह है। भारतीय खुफिया विभाग का मानना है कि जान जम्मू में 19 नवंबर को हुए नगरोटा एनकाउंटर में शामिल था और साल 2016 के पठानकोट एयरबेस पर हुए हमले का मुख्य आरोपी है। जान भारत में जैश के आतंकवादियों के मुख्य कमांडरों में से एक है।बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "यह काफी बड़ी है, क्योंकि यह सुरंग कम-से-कम 6 से 8 साल पुरानी लगती है और इसे लंबे समय से घुसपैठ के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा होगा। इसके अलावा, यह एक ऐसी जगह पर स्थित है, जहां 2012 के बाद से एक्शन देखा गया, जब पाकिस्तान ने फॉरवर्ड ड्यूटी प्वाइंट पर भारी गोलाबारी की थी और आसपास के क्षेत्र में जीरो लाइन पर एक नया बंकर बनाया था।''नई दिल्ली में मौजूद एक वरिष्ठ काउंटर टेरर अधिकारी का कहना है कि पाकिस्तानी सेना और उसके आतंकवादियों द्वारा बनाई गईं सभी सुरंगों का पता लगाना बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि उनके जरिए से आतंकवादियों की घुसपैठ एलएसी के इस पार करवाई जाती है और यह सैनिकों की तैनाती की उपयोगिता को व्यावहारिक रूप से समाप्त कर देता है। जब भी एलएसी को पार करना मुश्किल होता है, तब पाकिस्तानी आतंकवादी इन सुरंगों का इस्तेमाल करते हैं।''बता दें कि बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के डायरेक्टर जनरल राकेश अस्थाना ने नवंबर में नगरोटा एनकाउंटर के बाद सुरंगों का पता लगाने के प्रयासों में और तेजी लाने का आदेश दिया था। नगरोटा एनकाउंटर में मारे गए आतंकवादियों ने सीमा पर मौजूद सुरंगों का इस्तेमाल करते हुए घुसपैठ की थी और बाद में बीएसएफ ने सुरंग को भी खोज निकाला था। वहीं, इसी दौरान, बीएसएफ ने पुंछ जिले में छापेमारी की, जिसमें उसे एक एके-47 राइफल, तीन चीन निर्मित पिस्तौलें, ग्रेनेड लॉन्चर और रेडियो सेट बरामद हुए हैं।