दुनिया / पाकिस्तान की BAT एलओसी पर कर रही आतंकियों की मदद, हाई अलर्ट पर इंडियन आर्मी

पाकिस्तान की ये हमेशा से ही आदत रही है कि वह किसी ना किसी तरह भारत में घुसपैठ कर हमला करने की कोशिश करता रहता है। लेकिन उसके इन मंसूबों पर हमेशा भारतीय सेना पानी फेर देती है। लेकिन फिर भी पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आता है। अब खुफिया एजेंसियों ने जानकारी दी है कि आतंकी एक बार फिर जम्‍मू और कश्‍मीर में हमला करने की फिराक में हैं

News18 : Jul 12, 2020, 09:03 AM
नई दिल्‍ली। पाकिस्तान की ये हमेशा से ही आदत रही है कि वह किसी ना किसी तरह भारत में घुसपैठ कर हमला करने की कोशिश करता रहता है। लेकिन उसके इन मंसूबों पर हमेशा भारतीय सेना पानी फेर देती है। लेकिन फिर भी पाकिस्तान (Pakistan) अपनी हरकतों से बाज नहीं आता है। अब खुफिया एजेंसियों ने जानकारी दी है कि आतंकी एक बार फिर जम्‍मू और कश्‍मीर में हमला करने की फिराक में हैं। न्‍यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार भीमबेर गली और नौशेरा सेक्‍टर्स में हथ‍ियारबंद आतंकियों की मौजूदगी है। उनके इरादे घुसपैठ कर हमला करने के हैं। एजेंसी के मुताबिक, यह इनपुट्स सुरक्षा बलों और बॉर्डर सिक्‍यूरिटी फोर्स (BSF) के साथ साझा किए गए हैं। इन इलाकों में फोर्सेज को हाई अलर्ट पर रहते हुए निगरानी के निर्देश मिले हैं।

सुरक्षा बलों को शक है कि पाकिस्‍तान आर्मी की BAT इन आतंकियों की मदद कर रही है। भारत की ओर कुछ आतंकियों का मूवमेंट भी हाल में देखा गया है। BAT में आर्मी कमांडोज के अलावा जैश-ए-मोहम्‍मद, लश्‍कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के मुजाहिदीन होते हैं। पिछले कुछ महीनों में BAT ने नागरिकों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। इस साल जनवरी में, पाकिस्‍तानी BAT ने मोहम्‍मद असलम नाम के नागरिक की हत्‍या कर दी थी। उसकी क्षत-विक्षत लाश पुंछ जिले में एलओसी के पास मिली थी।

बीएसएफ के एक वरिष्‍ठ अधिकारी के हवाले से एएनआई ने कहा, "पिछले कुछ हफ्तों से ऐसा कोई इनपुट नहीं था मगर कुछ घंटे पहले ही यह इनपुट आया है। फोर्सेज को अलर्ट कर दिया गया है, खासतौर से दो सेक्‍टर्स में पैट्रोलिंग बढ़ा दी गई है और रात में एक्‍स्‍ट्रा फोर्स तैनात की जाएगी। पाकिस्‍तान की तरफ से कोई उल्‍टी-सीधी हरकत हुई तो उसका करारा जवाब दिया जाएगा।"


एलओसी के पास घुसपैठ की कोशिश नाकाम

सरकार के एक वरिष्‍ठ अधिकारी ने एएनआई से कहा, "सीजन के दौरान, BAT आतंकियों को भारत में घुसने में मदद करती है। अलग-अलग लोकेशंस पर उनकी ट्रेनिंग के बाद, BAT और अन्‍य पाकिस्‍तानी एजेंसियां आतंकियों को बॉर्डर के नजदीक भेजती हैं। जब वो घुसपैठ में बार-बार फेल हो जाते हैं तो आतंकियों के साथ मिलकर ऐक्‍शन प्‍लान करते हैं।"