देश / धार्मिक आधार पर भारत का बंटवारा ऐतिहासिक भूल थी: राजनाथ सिंह

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को दिल्ली में कहा कि 1971 का भारत-पाकिस्तान युद्ध यह बताता है कि धर्म के आधार पर भारत का बंटवारा एक 'ऐतिहासिक भूल' थी। उन्होंने कहा, "पाकिस्तान एक धर्म के नाम पर जन्मा पर एक नहीं रह सका। 1971 की हार के बाद पड़ोसी मुल्क लगातार भारत के खिलाफ छद्म युद्ध छेड़ रहा है।"

Vikrant Shekhawat : Dec 13, 2021, 11:16 AM
नई दिल्ली: भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) का कहना है कि धार्मिक आधार पर भारत-पाकिस्तान का विभाजन एक ऐतिहासिक गलती थी. उन्होंने यह भी कहा कि विभाजन के बाद से ही पाकिस्तान, भारत के खिलाफ छद्म युद्ध छेड़े हुए. राजनाथ सिंह ने ये बातें विजय पर्व कार्यक्रम के दौरान कहीं. ये कार्यक्रम साल 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध में भारत की जीत के 50 साल पूरे होने के मौके पर मनाया जा रहा है. इस युद्ध के बाद ही बांग्लादेश का जन्म हुआ था.

नई दिल्ली के ऐतिहासिक इंडिया गेट पर आयोजित इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि 1971 का युद्ध भारतीय सेनाओं के आपसी सहयोग को रेखांकित करता है और केंद्र सरकार इसी दिशा में काम कर रही है. भारत-पाकिस्तान बंटवारे के बारे में बात करते हुए राजनाथ सिंह ने आगे कहा,

“धार्मिक आधार पर भारत-पाकिस्तान का बंटवारा एक ऐतिहासिक गलती थी. पाकिस्तान का जन्म एक धर्म के आधार पर हुआ, लेकिन ये एक नहीं रह पाया. 1971 के युद्ध के बाद हमारा पड़ोसी हमारे खिलाफ छद्म युद्ध छेड़े हुए है.”

अन्याय पर न्याय की जीत

राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान आतंक और भारत विरोधी गतिविधियों के जरिए देश को तोड़ना चाहता है. भारतीय सेनाओं ने साल 1971 में उसके मंसूबों पर पानी फेरा था और अब हमारी सेनाएं आतंकवाद को जड़ से उखाड़ने में लगी हुई हैं. रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि भारत आमने सामने की लड़ाई में भी जीता था और इस छद्म लड़ाई में भी जीतेगा. उन्होंने कहा,

“1971 के युद्ध ने दक्षिण एशिया का इतिहास और भूगोल दोनों बदल दिया.”

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि भारत हमेशा से सत्य और न्याय की तरफ रहा है. उन्होंने कहा कि 1971 का युद्ध केवल पाकिस्तानी सेना के खिलाफ नहीं था बल्कि अन्याय और उत्तपीड़न के खिलाफ भी था. राजनाथ सिंह ने कहा कि 1971 में भारत ने केवल पाकिस्तान को ही नहीं हराया. बल्कि न्याय की अन्याय के ऊपर जीत हुई.

अपने संबोधन के दौरान राजनाथ सिंह ने अमेरिका के महान नागरिक अधिकार कार्यकर्ता और नेता मार्टिन लूथर किंग जूनियर के मशहूर कथन का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि अगर कहीं भी अन्याय हो रहा है, तो वो हर जगह न्याय के लिए खतरा है. रक्षा मंत्री ने कहा कि बंगाल के लोगों पर पाकिस्तान के सैनिकों ने जिस तरह का कहर बरपाया, वो पूरी मानवता के लिए खतरा था. ऐसे में पूर्वी पाकिस्तान के लोगों को उस उत्पीड़न से आजादी दिलाना हमारा राष्ट्रीय, शासकीय और सैन्य धर्म और कर्तव्य था.

रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि भारत ने बांग्लादेश में लोकतंत्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और हमें इस बात की खुशी है कि बांग्लादेश पिछले पचास सालों में प्रगति के रास्ते पर तेजी से बढ़ा है. राजनाथ सिंह ने एक बार फिर से दोहराया कि भारत ने कभी भी ना केवल किसी देश पर हमला किया और ना ही किसी देश की एक इंच जमीन पर भी कब्जा किया.