Vikrant Shekhawat : Jan 17, 2023, 07:22 PM
Indigo Case: 10 दिसंबर, 2022 को चेन्नई से तिरुचिरापल्ली जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट में एक हवाई यात्री द्वारा गलती से इमरजेंसी दरवाजा खुल गया. एयरलाइन ने मंगलवार को यह जानकारी दी. इस बीच विमानन नियामक डीजीसीए ने कहा कि विमान में घटना के सामने आने के बाद जरूरी कदम उठाए गए. सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया गया है.बयान में क्या कहा गया? मंगलवार को इंडिगो एयरलाइन द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, 10 दिसंबर, 2022 को चेन्नई से तिरुचिरापल्ली जाने वाली फ्लाइट 6ई 7339 पर यात्रा कर रहे एक यात्री ने बोर्डिग प्रक्रिया के दौरान गलती से इमरजेंसी दरवाजा खोल दिया. एयरलाइन ने कहा, यात्री ने इस गलती के लिए तुरंत माफी मांगी. एसओपी के अनुसार, घटना दर्ज की गई थी और विमान की इंजीनियरिंग जांच की गई था, जिसके कारण उड़ान के प्रस्थान में देरी हुई. डीजीसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को कहा, घटना की विधिवत सूचना दी गई थी. ऐसा लगता है कि गलती से आरएच इमरजेंसी एग्जिट गेट एक यात्री द्वारा खुल गया, उस दौरान विमान जमीन पर था. चालक दल ने इस पर ध्यान दिया और सभी उचित उड़ान योग्यता कार्रवाई जैसे दरवाजे को फिर से बंद करना, दबाव जांच आदि को दोबारा किया गया. सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया गया.हाल के दिनों में हवाई यात्रियों के गलत व्यवहार की कई घटनाएं सामने आई हैं. उड़ानों में पेशाब करने की घटनाओं के अलावा, हवाई-यात्री और इंडिगो उड़ान के चालक दल के सदस्यों के बीच जोरदार बहस पिछले साल सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी.हवाई यात्रियों के अनियंत्रित व्यवहार के मामलों को ध्यान में रखते हुए जहां पायलट और केबिन क्रू सदस्य उचित कार्रवाई करने में विफल रहे हैं, डीजीसीए ने हाल ही में एयरलाइंस के संचालन प्रमुखों को पायलटों, केबिन क्रू और निदेशक-इन-फ्लाइट सर्विसेज को अपनी संबंधित एयरलाइनों के बारे में संवेदनशील बनाने के लिए कहा है. डीजीसीए ने उड़ान के दौरान विमान में सवार यात्रियों द्वारा अनियंत्रित व्यवहार और अनुचित आचरण की कुछ घटनाओं पर ध्यान दिया, जिसमें यह देखा गया कि पोस्ट होल्डर, पायलट और केबिन क्रू सदस्य उचित कार्रवाई करने में विफल रहे हैं.